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मरी हुई मौसेरी बहन से मिला लता मंगेशकर को उनका नाम

हार्डीकर से कैसे मंगेशकर हुई लता की फैमिली. पढ़िये कहानी लता और उनके परिवार की. आज जन्मदिन है.

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फोटो - thelallantop
आज यानी 28 सितम्बर को लता मंगेशकर का बर्थडे है. उनके पापा का नाम था पंडित दीनानाथ मंगेशकर. लता 88 साल पहले इंदौर में पैदा हुई थीं. उनके पापा थे मशहूर मराठी थियेटर एक्टर और नाट्य संगीत म्युजिशियन. आप कह सकते हैं कि मंगेशकर फैमिली को संगीत का संस्कार यहीं से विरासत में मिला. देवदासी का बेटा गया संगीत की गोद में दीनानाथ के पापा साइड के लोग करहाडे ब्राह्मण थे. गोवा में एक बहुत प्रतिष्ठित मंदिर है. मंगूएशी देवी का. वहीं पूजा करते थे ये लोग. पहले टाइटल लगाते थे हार्डीकर. कुछ लोग अभिषेकी भी लिखने लगे थे. क्योंकि वे देवी का अभिषेक करते थे. मगर दीना ने मम्मी का कनेक्शन ज्यादा मजबूत पाया. उनकी मां येसूबाई देवदासी थीं. गोवा के मंगेशी गांव में रहती थीं. मंदिरों में भजन गाना, खास धार्मिक मौकों पर डांस करना, ऐसा देवदासियों का काम होता था. तो उन्होंने मां के गांव से अपना टाइटल निकाला, मंगेशकर. परिवार करता भी मंगेशी देवी की पूजा था. सो यही नाम जम गया. लता की जिन बहनों ने शादी कर ली, जैसे आशा या मीना, उनका सरनेम बदल गया. पर भाई हृदयनाथ और लता, अब भी मंगेशकर लिखते हैं . दीनानाथ ने ग्वालियर के किराना घराने से लेकर बीकानेर और पुणे तक कई संगीत पंडितों से सीखा. फिर उनका नाटक में मन लग गया. खूब मंडली बनाईं और नाटक खेले. मशहूर हुए. देखिए, सुनिए, दीना को नाटक खेलते और गाते https://www.youtube.com/watch?v=1tpAA-FA0ww https://twitter.com/mangeshkarlata/status/640755985309569024 लता को नाम मिला मर चुकी बहन का दीनानाथ ने नर्मदा से शादी की. फिर पत्नी का नाम बदलकर श्रीमती रख दिया. दोनों के बेटी हुई. लतिका नाम रखा. मगर कुछ ही महीनों बाद बीमारी के चलते बिटिया गुजर गई. श्रीमती भी कुछ समय बाद गौलोक वासी हो गईं. दीनानाथ की कुछ बरस बाद दूसरी शादी हुई. श्रीमती की छोटी बहन से. शेवंती नाम था उसका. दीना की सास इस शादी से खुश नहीं थीं. सो नहीं आईं. https://twitter.com/mangeshkarlata/status/640959332058730496 खैर. दीना और शेवंती के पांच बच्चे हुए. लता, मीना, आशा, ऊषा और ह्रदयनाथ. शेवंती ने अपनी पहली बेटी का नाम ह्रदय रखने की सोची. मगर दीना तो उसमें श्रीमती से हुई बेटी लतिका की छवि देखते थे. कहते रहे, मेरी लता लौट आई है. और फिर यही नाम रह गया. शेवंती ने बाद में बेटे का नाम हृदयनाथ रखा. https://twitter.com/mangeshkarlata/status/498446173485547520 सुनिए लता क्या कहती हैं अपने बाबा के बारे में https://www.youtube.com/watch?v=eqaI-ed-MqQ शराब ने बाप छीन लिया बच्चों से फिर 1930 के दशक के आखिर में दीनानाथ को मंडली के काम में घाटा लग गया. नहीं उबर पाए तो शराब खूब पीने लगे. बीमार पड़ गए. और अप्रैल 1942 में पुणे में देहांत हो गया. बाप यूं चला जाए तो घर बिना छांव के हो जाता है. लता सबसे बड़ी थीं. उसे कम उम्र में ही काम पर लग जाना पड़ा. एक्टिंग करती, गाना गाती. इन सबके साथ उसने परिवार को, मां को. भाई बहनों को पाला. और खूब लायक बनाया. https://twitter.com/mangeshkarlata/status/632969932733476864 फिर सब भाई बहनों ने मिलकर पिछले बरस पापा की याद में पुणे में एक अस्पताल खोला. लता के मुरीद पीएम नरेंद्र मोदी ने इसका फीता काटा. बेटी हो या बेटा, काबिल हो तो मां-बाप का खूब नाम रौशन करती है. https://www.youtube.com/watch?v=mli-2pNrQLU
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