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बाबा सिद्दीकी, मूसेवाला मर्डर, सलमान को धमकी... लॉरेंस के भाई अनमोल बिश्नोई के गुनाहों की कहानी

गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई लॉरेंस गैंग का विदेशी ऑपरेशन देखता था. सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी उसका हाथ बताया जाता है. बाबा सिद्दीकी के हत्यारोपियों के फोन में उसके ऑडियो मिले हैं. फर्जी पासपोर्ट पर वह 2022 में अमेरिका भाग गया था.

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लॉरेंस के भाई अनमोल बिश्नोई को NIA ने मोस्ट वांटेड घोषित किया है (India today)

बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल लॉरेन्स बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई को अमेरिका से डिपोर्ट किया जा रहा है. NIA के मोस्ट वांटेड की लिस्ट में शामिल अनमोल पर फिरौती, सुपारी किलिंग और विदेशों में पैसों की हेराफेरी जैसे कई मामलों की प्लानिंग का आरोप है. अनमोल 2023 में भारत से फर्जी पासपोर्ट पर विदेश भाग गया था. उसने कई नाम बदल-बदलकर खुद को छुपाने की कोशिश की, लेकिन बाद में कैलिफोर्निया में अमेरिकी इमिग्रेशन अधिकारियों के हाथ लग गया. भारतीय एजेंसियां काफी समय से उसके डिपोर्टेशन पर काम कर रही थीं. अब जाकर उन्हें सफलता मिली है.

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12 अक्टूबर 2024 को मुंबई के बांद्रा इलाके में दिनदहाड़े एक मर्डर ने पूरे देश को हिला दिया था. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी एनसीपी के कद्दावर नेता थे बाबा सिद्दीकी. बॉलिवुड एक्टर सलमान खान के खास दोस्तों में गिने जाते थे. बांद्रा में उनके बेटे का दफ्तर है. उसके ठीक बाहर कुछ लड़कों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी. हाईप्रोफाइल हत्याकांड में पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए MCOCA लगाकर 26 लोगों को गिरफ्तार किया था. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया था, उनके फोन में एक व्यक्ति का ऑडियो था, जो उन्हें हत्या के निर्देश दे रहा था. ये आवाज अनमोल बिश्नोई की थी. बाद में जब पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की तो इसमें अनमोल को मास्टरमाइंड बताया गया.

अनमोल बिश्नोई के बारे में कहा जाता है कि वह अपने भाई लॉरेंस बिश्नोई के गैंग को परदे के पीछे से चलाता है. लॉरेंस साबरमती जेल में बंद है लेकिन कहते हैं कि वो वहीं से अपना गैंग ऑपरेट कर रहा है. अनमोल उसके इस गैंग का ‘फॉरेन ऑपरेशंस’ वाला दिमाग माना जाता है. 

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भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की एक गोपनीय रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि बिश्नोई गैंग ने विदेशों में बड़ा रैकेट चला रखा था. फिरौती के पैसों को स्पोर्ट्स क्लब, रियल एस्टेट, नौकाएं (यॉट), फिल्मों और यहां तक कि कनाडियन प्रीमियर लीग से जुड़े फ्रेंचाइज में लगाया गया था. 

इस रिपोर्ट में आगे ये कहा गया है कि अनमोल बिश्नोई विदेश में बैठकर एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप्स के जरिये ये गैंग चलाता था. वह अपनी पहचान पूरी तरह से छिपा कर रखता था.

अमेरिका के कैलिफोर्निया में नवंबर 2024 में यूएस इमिग्रेशन डिपार्टमेंट एक भारतीय पासपोर्ट वाले व्यक्ति के दस्तावेज चेक कर रहा था. दस्तावेजों में उसका नाम ‘भानु’ था. वीजा और पासपोर्ट की जांच के बाद उन्होंने उसकी कंपनी का रेफरेंस लेटर देखा. शक हुआ और भानु की और सघन जांच हुई. पूछताछ में पता चला कि भानु दरअसल में अनमोल बिश्नोई है. अमेरिका आने के लिए उसने फर्जी दस्तावेज बनवाए थे. इमिग्रेशन विभाग ने तत्काल इसकी सूचना फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) को दी. बाद में एफबीआई ने भारतीय एजेंसियों को इस गिरफ्तारी की जानकारी दी.

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जांच करने वाले अधिकारियों ने बताया कि अनमोल 2022 में जाली पासपोर्ट पर भारत से भाग गया था. 23 जून 2022 की इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट में पंजाब पुलिस के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) और एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) के प्रमुख प्रमोद बान ने बताया कि लॉरेंस बिश्नोई का भाई अनमोल बिश्नोई फर्जी पासपोर्ट के जरिए देश छोड़कर भाग गया. सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड का एक अन्य आरोपी सचिन थापा भी उसके साथ था. उन्होंने ये भी बताया कि अनमोल बिश्नोई और सचिन थापा ने तिलक राज और भानु प्रताप नाम से फर्जी पासपोर्ट बनवाए हैं. 

अनमोल और सचिन थापा दोनों नेपाल के रास्ते दुबई गए और फिर वहां से केन्या होते हुए अंत में अमेरिका पहुंचे, जहां नवंबर 2024 में अमेरिकी इमिग्रेशन अधिकारियों द्वारा बिश्नोई धर लिया गया.

NIA की मोस्ट वांटेड की लिस्ट में

अनमोल को भारत में NIA ने अपने मोस्ट वॉन्टेड की लिस्ट में डाल रखा था. उसकी गिरफ्तारी की सूचना देने पर 10 लाख का इनाम भी घोषित किया था. अमेरिका में उसकी गिरफ्तारी की सूचना मिली तो एजेंसियों ने उसके डिपोर्टेशन के प्रयास शुरू किए. जनवरी 2025 में भारत ने अमेरिका से अनमोल के एक्सट्राडिशन (Extradition) की मांग की. जवाब में अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने उसके बारे में डिटेल जानकारी मांगी कि वो किन मामलों में शामिल है. किन मामलों में उसका सीधा रोल है? उसके खिलाफ तकनीकी सबूत क्या हैं? उससे जुड़े पैसों का रिकॉर्ड क्या है? यह जानकारी अमेरिका ने मार्च 2025 में अनमोल की गिरफ्तारी के 4 महीने बाद मांगी थी. इसके 8 महीने बाद अब जाकर उसके प्रत्यर्पण का रास्ता साफ हुआ है.

अनमोल बिश्नोई के खिलाफ भारत में कुल 31 मामले दर्ज हैं. इनमें 22 राजस्थान के हैं. इसके अलावा कई राज्यों में हत्या, फिरौती, किडनैपिंग और टारगेटेड शूटिंग जैसे तमाम मामलों में वह आरोपी है. उसके नाम पर 9 गिरफ्तारी वारंट भी जारी किए गए हैं. लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नेटवर्क पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली तक फैला है. इस गैंग में अनमोल बिश्नोई फिरौती वसूली वाले ऑपरेशन संभालने वाले सबसे अहम लोगों में से एक है.

पंजाब के फजिल्का जिले का रहने वाला अनमोल बिश्नोई, बाबा सिद्दीकी हत्या मामले में साजिशकर्ता है ही. इसके अलावा कई हाईप्रोफाइल केस में भी उसका नाम है.

पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी उसका रोल माना जाता है. जांचकर्ताओं के मुताबिक, उसने विदेश से प्लानिंग की थी और हत्यारों को लॉजिस्टिक सपोर्ट दिया था. 

अप्रैल 2024 में बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के घर के बाहर गोलीबारी की जिम्मेदारी भी ली थी, जिसके बाद मुंबई पुलिस ने उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया था. लुकआउट सर्कुलर एक सरकारी नोटिस है, जिसे किसी आरोपी को देश छोड़कर भागने से रोकने और उसकी यात्रा गतिविधियों की निगरानी के लिए जारी किया जाता है.

बुधवार, 19 नवंबर को अनमोल भारत पहुंचेगा. दिल्ली एयरपोर्ट पर NIA की टीम पहुंच गई है. 

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