महज 19 साल की उम्र में पढ़ाई के दौरान पॉर्न इंडस्ट्री में कदम रखने वाली ब्री ओल्सन अब ये प्रोफेशन छोड़ चुकी हैं. एक पॉर्न स्टार के तौर पर उनका करियर शानदार रहा. उन्होंने खूब पैसा कमाया और नाम भी. लेकिन सबसे ज्यादा तादाद है उनसे नफरत करने वालों की. पॉर्न फिल्में करते हुए उन्हें इतनी परेशानी नहीं हुई, जितनी सड़कों पर लोगों के बीच हुई. पैरेंट्स ब्री को सबसे ज्यादा गालियां देते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि ब्री की वजह से उनके बच्चे बिगड़ रहे हैं. फिल्मिंग प्रॉजेक्ट्स पर काम करने वाले मेटन जील के एक फेमस प्रॉजेक्ट 'रियल विमिन रियल स्टोरीज' में जब ब्री ओल्सन ने अपना स्ट्रगल शेयर किया, तो पता चला कि उनका अनुभव कितना डरावना है.
पॉर्न एक्ट्रेस ने बताया, इस इंडस्ट्री में सफल होना कैसा होता है
पॉर्न ऐसी इंडस्ट्री है, जहां एक लड़की जितनी ज्यादा सफल होती है, उसे बाकी जिंदगी उतना ही ज्यादा सहना पड़ता है.

ब्री ओल्सन के शब्दों में पढ़िए, लोग उनके साथ कैसा सलूक करते हैं और वह लड़कियों से क्या कहना चाहती हैं:
मेरा नाम ब्री ओल्सन है. मैं एक पॉर्न स्टार थी और अब तक चुप थी कि कैसे मेरे साथ भेदभाव किया गया, मुझे डराया-धमकाया गया और प्रताड़ित किया गया. मुझे उम्मीद है कि 'रियल विमिन रियल स्टोरीज' पर मेरे कहानी शेयर करने से समाज की कुछ और महिलाएं भी आवाज उठाने की हिम्मत दिखाएंगी. इसलिए मैं आपको अपनी कहानी बता रही हूं.
ब्री ओल्सन
पॉर्न इंडस्ट्री में आते समय मैं 19 साल की थी और खुद को सेक्शुअली एक्सप्लोर कर रही थी. मुझे ये अच्छा लगा. मैं परड्यू यूनिवर्सिटी की फुल टाइम स्टूडेंट थी और टेलिमार्केटर के तौर पर फुल टाइम जॉब कर रही थी. मैं सिर्फ ट्राई करने के लिए लॉस एंजिलिस आई थी और देखकर शॉक रह गई कि यहां कितना पैसा कमाया जा सकता है. मैंने कॉलेज छोड़ने का फैसला कर लिया. अपनी सेक्शुऐलिटी को लेकर मुखर होने में मुझे कोई खराबी नहीं लगी और मेरी फैमिली और दोस्तों ने मुझे सपोर्ट किया. पॉर्न इंडस्ट्री में काम करते वक्त मैं लॉस एंजिलिस में कभी भी पूरे दिन नहीं रही. मैं फ्लाइट से वापस आ जाती थी.
25 साल की उम्र होते-होते मैंने देखा कि सोसायटी मुझे कितना जज कर रही है और फिर मैंने इंडस्ट्री छोड़ने का फैसला किया. लोगों के दिमाग में मेरी एक तस्वीर छप चुकी थी और अपने बारे में उनकी राय जानना मौत जितना भयानक था.
पॉर्न ऐसी इंडस्ट्री है, जहां एक लड़की जितनी ज्यादा सफल होती है, उसे बाकी जिंदगी उतना ही ज्यादा सहना पड़ता है.
जिस पेशे से मैंने करोड़ों रुपए और नाम कमाया, मैंने उसे छोड़ दिया. मैंने कई साल स्ट्रगल किया. लोग मुझे सेक्स ऑफेंडर की तरह देखते थे. वो अपने दिमाग में मेरे लिए हर बुरी से बुरी कल्पना कर चुके थे. मुझे कभी ये अहसास नहीं हुआ था कि लोग सेक्शुऐलिटी को लेकर कितना डरे हुए हैं. मुझे ये भी अहसास हुआ कि अब मैं कोई नर्स या टीचर नहीं बन सकती. कोई भी कंपनी मुझे नैतिक आधार पर नौकरी से निकाल देगी, क्योंकि मेरी वजह से उनके कस्टमर्स 'अनकम्फर्टबल' फील कर रहे होंगे.
पॉर्न में कोई रॉयल्टी भी नहीं होती. ऐड और फिल्मों में ढेरों ऐसे चेहरे होते हैं, तो परदे के पीछे रहकर काम करते हैं और सालों साल रॉयल्टी कमाते रहते हैं, लेकिन मेरी इंडस्ट्री में मुझे छोड़ दिया जाता है. फिर सोसायटी मुझे टूटने की हद तक प्रताड़ित करती है.
मुझे सबसे बड़ा पछतावा इंडस्ट्री छोड़ने का है. वो सारा पैसा छोड़कर मैं इसलिए चली आई, ताकि लोग मुझे पसंद करने लगें. वो तब भी नहीं करते थे और वो कभी नहीं करेंगे. अगर मैं पांच साल और उस इंडस्ट्री में रहती, तो पहले से कहीं बेहतर फाइनेंशियल कंडीशन में हो सकती थी. मैं अपनी बाकी जिंदगी जीने भर का पैसा कमा सकती थी. मैंने रिस्पेक्ट हासिल करने के लिए अपना करियर और करोड़ों रुपए छोड़ दिए.
लड़कियों को मेरा यही मेसेज है कि इंडस्ट्री में जाते समय या उसे छोड़ते समय चीजें सामान्य नहीं होतीं. आप समाज से अलग कर दी जाती हैं और कोई सिविल राइट ग्रुप आपके पीछे नहीं खड़ा होता. जिंदगी पहले ही बहुत मुश्किल है. तुम लोग ऐसा मत करना. सोसायटी आपको हमेशा जितना दर्द देगी, उसके सामने आपका कमाया हुआ पैसा कुछ भी नहीं होगा.
पॉर्न ने मुझे हर्ट नहीं किया. सोसायटी ने मेरे साथ जो बर्ताव किया, उसने मुझे हर्ट किया.
ब्री एक उदाहरण हैं कि पॉर्न देखने वाले के साथ-साथ उसमें काम करने वालों का कितना बुरा कर सकती है. ब्री सोसायटी का अत्याचार उजागर करती हैं, जबकि कुछ पॉर्न एक्टर्स ऐसी भी हैं, जो इंडस्ट्री के अंदर की बदहाली बयां करती हैं. अगर आपको लगता है कि पॉर्न फिल्मों में दिखाई जाने वाली हर लड़की अपनी मर्जी से ऐसा करती हैं, तो आप गलत हैं.