अब इसी मनोविज्ञान से सोचिए. अगर जॉन लेनन की हत्या न हुई होती, तो? गुरु दत्त बूढ़े होकर एक सामान्य मौत मरते, तो? दिव्या भारती की मौत उतनी असमय और दुखद न होती, तो? सुनने में क्रूर लगेगा, मगर सच यही है. अनायास और त्रासद अंत ने इन यादगार सिलेब्रिटीज़ की यादों को और यादगार बना दिया. वो मरकर भी चिरायु हो गए.
आज हम आपको भी ऐसी ही एक ट्रेज़डी का क़िस्सा सुनाने जा रहे हैं. ये क़िस्सा है एक राजकुमारी का. दुनिया की सबसे चहेती, सबसे मशहूर राजकुमारी का क़िस्सा. जिसका उठना-बैठना, हंसना-रोना, उसके कपड़े, उसकी बातें, उसकी ज़िंदगी का हर सेकेंड एक ब्लॉकबस्टर फ़िल्म था. उसके ज़िक्र से दुनिया थकती नहीं थी. उसकी परछाईं भी मुंहमांगी क़ीमत पर बिकती थी. उसके स्वेटर की बुनाई पर लोग किसी गणितीय फॉर्म्युले की तरह घंटों सिर खपाते थे. और फिर एक रोज़ उसकी ख़बर आई. पता चला, बस 36 की उम्र में उसकी दर्दनाक मौत हो गई है. इस दुखांत ने उसे किसी महाकाव्य की तरह अमर बना दिया.
उस राजकुमारी का नाम था- डायना. प्रिंसेज़ डायना. डायना के छोटे बेटे हैं, प्रिंस हैरी. हैरी और उनकी पत्नी मैगन पिछले बरस ब्रिटिश शाही परिवार से अलग हो गए थे. वो ब्रिटेन छोड़कर अमेरिका चले गए. अब प्रिंस हैरी और मैगन ने एक इंटरव्यू दिया है. इसमें उन्होंने कहा है कि रॉयल फैमिली से हुआ उनका बंटवारा बेहद मुश्किल अनुभव था. वैसा ही मुश्किल, जैसा कभी उनकी मां प्रिंसेज़ डायना के लिए रहा होगा. हैरी ने कहा कि वो तो कल्पना भी नहीं कर सकते कि उनकी मां के हालात कितने बुरे रहे होंगे.

प्रिंसेज़ डायना की शादी ब्रिटिश शाही परिवार में हुई थी. (तस्वीर: एपी)
किस अतीत की बात कर रहे हैं हैरी?
क्या हुआ था उनकी मां के साथ? ब्रिटिश शाही परिवार ने डायना के साथ क्या सलूक किया था? आज के एपिसोड में विस्तार से बताएंगे आपको.
प्राचीन रोमन सभ्यता में एक देवी थीं- डायना. देवताओं के राजा जूपिटर की बेटी. प्रकाश के देवता अपोलो की बहन. चांद सी धवल. जंगल की देवी. मांओं और बच्चों की रक्षक, जिसे एक शिकारी से प्रेम हुआ. मगर भाई ने छल से उसी के हाथों उसके प्रेमी का सिर कटवा दिया. ताकि बहन भौतिक प्रेम न करे. उसकी कथित शुद्धता बनी रहे. चिरकुआंरी डायना प्यूरिटी का प्रतीक बना दी गई. यही तथाकथित प्यूरिटी, वर्जिनिटी...डायना की एक हमनाम की भी कहानी का अहम हिस्सा बना.
ये बात है- 24 फ़रवरी, 1981 की
इस रोज़ ब्रिटिश शाही परिवार ने एक ऐलान किया. कहा- उनके सबसे सुपात्र बैचलर, 32 बरस के प्रिंस चार्ल्स, ने सगाई कर ली है. किससे? ख़ुद से 13 बरस छोटी, एक 19 साल की लड़की डायना स्पेंसर से.
बस इसी रोज़ से डायना के साथ लोगों की दिलचस्पी जुड़ गई. इस शुरुआती दिलचस्पी का सबसे प्रचारित अंश था- वर्जिनिटी. प्रिंस चार्ल्स के कई प्रेम संबंध रहे थे. मगर उनकी होने वाली पत्नी का शादी के समय तक कुआंरा होना गर्व की बात मानी गई. यही कुआंरापन ब्रिटिश शाही परिवार की बहू बनने, अगली महारानी की दावेदारी रखने के लिए डायना की सबसे क़ीमती पात्रता थी. 24 जुलाई, 1981 को बेहद भव्य समारोह में डायना और चार्ल्स पति-पत्नी बन गए.

प्रिंस चार्ल्स के साथ डायना स्पेंसर. (तस्वीर: एपी)
शादी के सालभर के भीतर ख़ुशख़बरी आई. डायना ने बेटे को जन्म दिया. बेटा, माने शाही गद्दी पर दावेदारी का एक और वारिस. सब बहुत ख़ुश थे. मगर तब कोई नहीं जानता था कि एक रोमांटिक परीकथा की तरह शुरू हुई ये कहानी इस वक़्त तक ढुलकने लगी थी. आगे चलकर इस दौर के बारे में बताते हुए अपने एक इंटरव्यू में डायना ने कहा था-
मैं डिप्रेशन में थी. सुबह उठती, तो बिस्तर से बाहर आने का मन नहीं करता. मैं बुझी-बुझी सी रहती. सब मुझे ग़लत समझते. मेरी बात सुनने वाला, मुझे समझने वाला कोई नहीं था. मेरे घर की चारदीवारी के भीतर बहुत तनाव था. मेरी शादी में दिक्कतें थीं. मगर मेरी स्थिति समझने की जगह सबने मुझे ही बीमार ठहराना शुरू कर दिया. कहने लगे, दिक्कत मुझमें ही है. मैं मानसिक तौर पर अस्थिर हूं. मुझे ख़ुद से नफ़रत होने लगी थी.किनकी बात कर रही थीं डायना?
वो बात कर रही थीं, अपने पति के परिवार की. शाही घराने की. डायना कॉमनर थीं. वो ब्रिटिश राज परिवार के लिए आउटसाइडर थीं. उनके तौर-तरीकों के साथ कदमताल करने, वहां अजस्ट होने के लिए डायना पर बहुत दबाव था. उन्हें इस नए माहौल में 'फिट-इन' होने के लिए बहुत मशक्कत करनी पड़ी थी. एक तो ये पहाड़ जैसी अपेक्षाएं. ऊपर से चौबीस घंटे पीछा करतीं मीडिया और पब्लिक की निगाहें. और इन सबसे ऊपर, पति का प्रेम प्रसंग.

डायना और प्रिंस चार्ल्स के बीच शुरुआत से ही सबकुछ ठीक नहीं चल रहा था. (तस्वीर: एपी)
चार्ल्स को कैमिला पार्कर बोल्ज़ नाम की एक महिला से प्रेम था. दोनों शादी करना चाहते थे. मगर कैमिला पहले से शादीशुदा थीं. इस चलते ब्रिटिश रॉयल फैमिली इस शादी के खिलाफ़ थी. चार्ल्स ने मज़बूरी में डायना को खोजा था. डायना को शादी से पहले ही इस अफ़ेयर का आभास हो गया था. वो शादी तोड़ना चाहती थीं. मगर शादी की बात इतनी प्रचारित हो चुकी थी कि डायना हिम्मत नहीं जुटा सकीं.
इसीलिए शादी की शुरुआत से ही चार्ल्स और डायना के रिश्ते ठंडे थे. वो पब्लिक में साथ नज़र आते. मगर दरवाज़े के पीछे वो दो अलग-अलग किनारों पर जीते थे. पहले से ही ख़राब रिश्ते 1986 में आकर और बिगड़ गए. क्यों? क्योंकि डायना को पता चला कि चार्ल्स और कैमिला वापस साथ आ गए हैं. BBC को दिए एक इंटरव्यू में डायना ने इस प्रसंग पर कहा था-
उस शादी में हम तीन लोग थे. इट वॉज़ अ बिट क्राउडेड.

कैमिला पार्कर बोल्ज़ (तस्वीर: एपी)
डायना ने इसी इंटरव्यू में कहा था-
मेरा पति किसी और से प्यार करता था. उसकी तरफ के लोग मुझे ही पागल ठहराते थे. कहते कि मुझे इलाज़ के लिए कहीं डाल आना चाहिए. वो कहते कि मैं उनके शर्मिंदगी का कारण बन रही हूं. मैं बिल्कुल अलग-थलग कर दी गई.शायद यही परिस्थितियां थीं, जिनके चलते डायना के भी एक्सट्रा-मैरिटल अफ़ेयर्स शुरू हो गए. इसपर चार्ल्स ने अपने एक करीबी को चिट्ठी में लिखा-
ये कितने विनाशक हालात हैं. मैंने कभी नहीं सोचा था कि चीजें इस मोड़ पर पहुंच जाएंगी.सोचिए, एक पति जिसका विवाहेतर संबंध है. वो अपने पत्नी के अफ़ेयर्स को एम्बैरसमेंट मानता है. इसलिए कि वो ब्रिटिश गद्दी का अगला वारिस है. वो न तो खुलकर अपना प्रेम संबंध स्वीकारने की हिम्मत रखता है, न पत्नी के साथ ही सहानुभूति रख पाता है. और शाही परिवार? उसकी क्या प्रतिक्रिया थी? वो भी डायना के प्रति असंवेदनशील थे. उससे एक नेक, वफ़ादार और जिम्मेदार बहू होने की उम्मीद रखते थे. डायना की कहीं और प्रेम पाने की कोशिश उनके लिए स्कैंडलस थी.

प्रिंस चार्ल्स के साथ कैमिला पार्कर बोल्ज़ (तस्वीर: एपी)
1987 आते-आते डायना और शाही परिवार में दूरी साफ़ दिखने लगी थी. डायना और चार्ल्स, पब्लिक में अलग-अलग दिखने लगे थे. 1988 में 'वैनिटी फेयर' ने अपनी एक स्टोरी में लिखा-
वो दुनियाभर के लिए प्रेम की वस्तु है, सिवाय अपने पति के. इतनी सी उम्र में उसकी परीकथानुमा शादी समझौता बनकर रह गई है.डायना की कहानी में सबसे बड़ा विस्फ़ोट आया मई 1992 में
इस महीने एक क़िताब आई. नाम था- डायना: हर ट्रू स्टोरी. इसमें डायना की टूटी शादी, चार्ल्स और कैमिला के अफ़ेयर, डायना का डिप्रेशन, सबका ब्योरा था. परदे के पीछे की सारी बातें पब्लिक में आ गईं.

तत्कालीन ब्रिटिश प्रधानमंत्री जॉन मेजर. (तस्वीर: एपी)
ब्रिटिश शाही परिवार शर्मसार हो गया. अब उन्होंने डायना से फ़ॉर्मल दूरी बनाने का आधिकारिक जतन शुरू किया. डायना पर दबाव बनाया गया. डायना के अपने मां-बाप का डिवोर्स हुआ था. वो जानती थीं कि पैरेंट्स का डिवोर्स बच्चों को कैसे तोड़ देता है. इसीलिए बच्चों की ख़ातिर वो पति से सेपरेट नहीं होना चाहती थीं. मगर उन्हें इसके लिए जबरन राज़ी करवाया गया. इस नए समझौते का ऐलान हुआ 9 दिसंबर, 1992 को. इस रोज़ तत्कालीन प्रधानमंत्री जॉन मेजर ने पार्लियामेंट में खड़े होकर कहा-
प्रिंस और प्रिसेंज़ ऑफ वेल्स अब सेपरेट हो रहे हैं. ये फ़ैसला सर्वसम्मति से लिया गया. अपने बच्चों की परवरिश में दोनों पूरी तरह भागीदारी लेंगे.इस घटनाक्रम के चलते 1992 का साल ब्रिटिश मोनार्की के लिए किसी बुरे सपने जैसी थी. उसकी साख अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई थी. शायद इसीलिए महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय ने 1992 को बताया- ऐनुस होरिबिलिस. माने, अ टेरिबल ईयर. बहुत बुरा साल.

तत्कालीन ब्रिटिश प्रधानमंत्री जॉन मेजर. (तस्वीर: एपी)
क्या सेपरेशन के बाद रॉयल फैमिली का डायना के प्रति बर्ताव सुधरा? नहीं, बदतर हो गया. उनके लिए अब डायना एक बोझ बन गई थीं. इसका संकेत देते हुए डायना ने एक इंटरव्यू में कहा था-
मैं उन्हें प्रॉब्लम लगने लगी थी. मुझे बोझ की तरह देखा जाने लगा. वो सोचने लगे कि इसके साथ कैसे निपटा जाए. मेरी विदेश यात्राएं ब्लॉक की जाने लगीं. मेरी चिट्ठियां रोकी जाने लगीं. मुझे दूर रखा जाने लगा. मेरी ज़िंदगी बहुत मुश्किल हो गई. मेरे पति की साइड वाले मुझे रोकने में व्यस्त थे. साबित किया जाने लगा कि मेरे नाजायज़ रिश्ते हैं. मेरे फोन कॉल्स रिकॉर्ड किए जाने लगे. उन्हें नैशनल मीडिया में लीक किया जाने लगा. ये सब इसलिए हुआ ताकि पब्लिक में मेरी छवि ख़राब हो. जनता का मेरे प्रति रवैया बदल जाए. ये बिल्कुल किसी पोकर गेम जैसा था. जहां मेरे पति के पास मुझसे ज़्यादा पत्ते थे. ये सब इसलिए हुआ क्योंकि आई वॉज़ द सेपरेटेड वाइफ़ ऑफ दी प्रिंस ऑफ़ वेल्स. आई वॉज़ द प्रॉब्लम. फुल स्टॉप.डायना बहुत शानो-शौक़त से राज परिवार का हिस्सा बनाई गई थीं. अब उन्हीं डायना को दूध में गिरी मक्ख़ी की तरह बाहर फेंक दिया गया. आउटकास्ट कर दिया गया.
यही वो अतीत है, जिसका ज़िक्र अब डायना के बेटे प्रिंस हैरी ने किया है. हैरी की पत्नी हैं, मैगन. वो फिल्म स्टार रही हैं. कई मायने में डायना जैसी हैं. आउटसाइडर. थोड़ी बाग़ी. रॉयल फैमिली की शोशेबाज़ी. एक ख़ास तरीके से दिखने और बरतने के प्रेशर को झटकने वालीं. इसके चलते मैगन को भी शाही परिवार की नाराज़गी झेलनी पड़ी. उन्हें नेगेटिव वाइब्स दिए गए. मैगन के साथ होने वाले इसी बर्ताव के चलते हैरी अपने परिवार से दूर होते गए. अमेरिका जाकर बस गए. 2020 में उन्होंने शाही परिवार से कटने का आधिकारिक ऐलान भी कर दिया. तय हो गया कि अब न तो हैरी और मैगन शाही जिम्मेदारियां उठाएंगे. न उन्हें रॉयल फैमिली वाले फ़ायदे मिलेंगे.

डायना के बेटे प्रिंस हैरी और उनकी पत्नी मैगन. (तस्वीर: एपी)
अब अपने इन्हीं अनुभवों पर हैरी और मैगन ने अमेरिका में एक इंटरव्यू दिया है. किसे? ओप्रा विनफ्रे को. ओप्रा के इंटरव्यू गहरे होते हैं. इंटरव्यू देने वाले अपना दिल खोलकर रख देते हैं. इसीलिए हैरी और मैगन के इस इंटरव्यू की दुनियाभर में चर्चा है. इंटरव्यू का फुल एपिसोड अभी नहीं आया. मगर इसके कुछ छोटे-छोटे हिस्से रिलीज़ किए गए हैं. 1 मार्च को भी इसका एक क्लिप जारी हुआ.
क्या है इस क्लिप में? इस क्लिप में है डायना का ज़िक्र. इसमें हैरी कहते हैं-
अपनी पत्नी के साथ बैठकर यहां आपसे बात करते हुए मैं बहुत ख़ुश हूं. राहत महसूस कर रहा हूं. बरसों पहले जब मेरी मां भी हमारी तरह शाही परिवार से अलग हुई होंगी, तो वो किस हाल में होंगी? उनके लिए ये सब कितना मुश्किल रहा होगा, इसकी तो मैं कल्पना भी नहीं कर सकता. ये अलगाव हमारे लिए भी बहुत मुश्किल रहा. मगर कम-से-कम हमारे पास एक-दूसरे का साथ तो था.

अपनी पत्नी मैगन के साथ प्रिंस हैरी. (तस्वीर: एपी)
इंटरव्यू के एक और क्लिप में हैरी कहते हैं-
मेरी सबसे बड़ी चिंता थी कि कहीं इतिहास ख़ुद को न दोहराए. जो मेरी मां के साथ हुआ, वैसा मेरी पत्नी के साथ न हो.इसी इंटरव्यू के एक क्लिप में ओप्रा, मैगन से पूछती हैं- आप चुप हो गईं या आपको चुप करा दिया गया?
मैगन का जवाब फिलहाल मालूम नहीं. 7 मार्च को इस इंटरव्यू का प्रसारण होना है. ओप्रा ने कहा है, कोई ऐसा मुद्दा नहीं जो इंटरव्यू में ऑफ़-लिमिट रखा गया हो. ज़ाहिर है, इसमें डायना पर भी सवाल होंगे. डायना की शादी, डायना के साथ शाही परिवार का बर्ताव, मीडिया का चौबीसों घंटे उनके पीछे लगे रहना, डायना की मौत, इन सबपर भी बात होने की उम्मीद है.