इटावा के एक गांव में जाति-आधारित अपमान के मामले के रूप में शुरू हुआ मामला, जहां ब्राह्मण समुदाय के सदस्यों द्वारा कथित तौर पर एक यादव कथवचक की चोटी काट दी गई थी. अब राजनीतिक विरोध, हिंसा और आरोप-प्रत्यारोप में बदल गया है. 26 जून को, ‘अहीर रेजिमेंट ग्रुप’ के सदस्यों ने विरोध मार्च करते हुए पुलिस के साथ झड़प की. जैसे-जैसे तनाव बढ़ता गया, स्थिति हिंसक हो गई, जिसमें पथराव, लाठीचार्ज और यहां तक कि पुलिस फायरिंग भी हुई. आखिर हुआ क्या था? विस्तार से जानने के लिए, अभी पूरा वीडियो देखें.