प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) का होने का दावा करते हुए एक वायरल पत्र वायरल हो रहा है, जिसमें कहा गया है कि संगठन सरकार के साथ बातचीत के लिए तैयार है. भाकपा (माओवादी) को 2009 में यूपीए सरकार के दौरान गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत प्रतिबंधित कर दिया गया था. 15 अगस्त 2025 को लिखे गए इस पत्र पर कथित तौर पर "अभय" (माओवादी नेता मल्लोजुला वेणुगोपाल राव का एक जाना-माना उपनाम) नाम से हस्ताक्षर किए गए हैं. इसमें कहा गया है कि समूह अस्थायी रूप से हथियार छोड़ने और जन आंदोलनों में शामिल होने को तैयार है. पत्र में मार्च 2025 से शांति वार्ता के प्रयासों का उल्लेख है, मई 2024 में हुई एक मुठभेड़ का संदर्भ दिया गया है जिसमें माओवादी महासचिव बसवराजू और 28 कार्यकर्ता मारे गए थे, और पार्टी के भीतर आंतरिक चर्चा के बाद केंद्रीय गृह मंत्री या उनके प्रतिनिधियों के साथ आगे की बातचीत का प्रस्ताव दिया गया है. छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा ने इस पत्र पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है, जबकि केंद्र सरकार माओवाद विरोधी अभियानों को और तेज़ करने की कोशिश कर रही है. केंद्रीय गृह मंत्री पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद का उन्मूलन कर दिया जाएगा. क्या है इस पत्र में, जानने के लिए देखें वीडियो.
क्या भारत से नक्सली खत्म होने वाले हैं? वायरल हो रही चिट्ठी में क्या लिखा है?
भाकपा (माओवादी) को 2009 में यूपीए सरकार के दौरान गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत प्रतिबंधित कर दिया गया था.
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