19 साल बाद, बॉम्बे हाई कोर्ट ने 2006 के मुंबई ट्रेन धमाकों के मामले में सभी दोषियों को बरी कर दिया है और 12 लोगों को बरी कर दिया है जिन्हें मौत और आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. अदालत ने फैसला सुनाया कि अभियोजन (Prosecution) ठोस सबूत पेश करने में नाकाम रहा और पिछले बयानों को अविश्वसनीय करार दिया. लेकिन अगर उन्होंने 180 लोगों की जान लेने वाले और सैकड़ों लोगों को घायल करने वाले बम नहीं लगाए, तो किसने लगाए? मकोका, इंडियन मुजाहिदीन के कबूलनामे और महीनों तक चली अदालती लड़ाई के साथ, यह फैसला पूरी कहानी बदल देता है. पूरी जानकारी के लिए, अभी पूरा वीडियो देखें.
2006 मुंबई बम ब्लास्ट के 12 आरोपी 19 साल बाद बरी, कोर्ट ने क्या कहा?
12 लोगों को बरी कर दिया है. इन सभी को मौत और आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी.
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