रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज यानी गुरुवार, 4 दिसंबर को भारत आ रहे हैं. रूस-यूक्रेन युद्ध और उसे खत्म कराने की चल रही कोशिशों के बीच पुतिन की यह भारत यात्रा काफी अहम मानी जा रही है. इसलिए पूरी दुनिया की निगाहें भी उनकी इस यात्रा पर टिकी हुई है. मालूम हो कि जब से रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू हुआ है, उसके बाद पुतिन पहली बार भारत के दौरे पर आ रहे हैं. हालांकि इस बीच कई मौकों पर पीएम मोदी और व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात हो चुकी है. खुद पीएम मोदी भी इस बीच दो बार रूस जा चुके हैं.
ड्रोन, स्नाइपर और AI, पुतिन को दिल्ली में मिलेगी 5 लेयर सिक्योरिटी, राजघाट से हैदराबाद हाउस तक पूरा रूट तैयार
Vladimir Putin India Visit: पुतिन की भारत यात्रा के दौरान उनकी सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं. खुद रूसी प्रेसिडेंसियल सिक्योरिटी सर्विस के एजेंट उनकी सुरक्षा के लिए पहले ही भारत पहुंच चुके हैं. वहीं भारतीय कमांडो, सुरक्षा बल और पुलिस के जवान भी पुतिन की सुरक्षा में तैनात रहेंगे.


बहरहाल, रूसी राष्ट्रपति पुतिन गुरुवार शाम को नई दिल्ली पहुंचेंगे. उनकी यात्रा की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी के निवास पर प्राइवेट डिनर से होगी. इसके बाद अगले दिन पुतिन राजघाट जाकर महात्मा गांधी की प्रतिमा पर फूल चढ़ाएंगे. फिर दिल्ली के हैदराबाद हाउस में पीएम मोदी और पुतिन 23वें रूस-भारत वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. इसके बाद रूसी राष्ट्रपति भारत मंडपम में आयोजित इंडिया-रशिया बिजनेस फोरम में शामिल होंगे. शुक्रवार, 5 दिसंबर की शाम को भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पुतिन के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में राजकीय भोज आयोजित करेंगी. इसमें शामिल होने के बाद पुतिन वापस रूस के लिए रवाना हो जाएंगे.
5 लेयर की सिक्योरिटी में रहेंगे पुतिनपुतिन की भारत यात्रा के दौरान उनकी सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं. खुद रूसी प्रेसिडेंसियल सिक्योरिटी सर्विस के एजेंट उनकी सुरक्षा के लिए पहले ही भारत पहुंच चुके हैं. वहीं भारतीय कमांडो, सुरक्षा बल और पुलिस के जवान भी पुतिन की सुरक्षा में तैनात रहेंगे. NDTV की रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रपति पुतिन के लिए पांच लेयर का सिक्योरिटी घेरा तैयार किया गया है. इसमें NSG और दिल्ली पुलिस के जवान बाहरी लेयर का हिस्सा होंगे. वहीं रशियन प्रेसिडेंशियल सिक्योरिटी अंदर की लेयर संभालेगी. वहीं जब प्रधानमंत्री मोदी पुतिन के साथ होंगे, तब भारतीय स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) के कमांडो, जो प्राइम मिनिस्टर की सुरक्षा करते हैं, अंदर की सिक्योरिटी रिंग में शामिल हो जाएंगे.

पुतिन की यात्रा के दौरान पूरे रूट पर ड्रोन और AI से मॉनिटरिंग की जाएगी. जैमर लगाए जाएंगे. रूसी राष्ट्रपति के काफिले के गुजरने वाले हर रास्ते को पहले ही सैनिटाइज़ कर दिया गया है. साथ ही सिक्योरिटी एजेंट्स स्नाइपर गन के साथ पूरे रास्ते को कवर करेंगे. पुतिन की सुरक्षा व्यवस्था को मैनेज करने के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है. ड्रोन से हर समय पुतिन के काफिले पर नजर रखी जाएगी. जिस होटल में पुतिन रुकेंगे, उसे भी अच्छी तरह से सैनिटाइज किया गया है. रशियन सिक्योरिटी ऑफिसर उन जगहों पर चेकिंग कर रहे हैं, जहां पुतिन जाने वाले हैं. साथ ही, अचानक जाने वाली संभावित जगहों की एक लिस्ट भी तैयार की गई है, और इन इलाकों को भी स्कैन किया जा रहा है.
सीनियर रूसी मंत्री भी आएंगे पुतिन के साथराष्ट्रपति पुतिन के साथ रूस के सात वरिष्ठ मंत्री भी भारत आएंगे. इसमें रूस के डिफेंस मिनिस्टर आंद्रेई बेलौसोव, फाइनेंस मिनिस्टर एंटोन सिलुआनोव, एग्रीकल्चर मिनिस्टर ओक्साना लुट, इकोनॉमिक डेवलपमेंट मिनिस्टर मैक्सिम रेशेतनिकोव, हेल्थ मिनिस्टर मिखाइल मुराश्को, इंटीरियर मिनिस्टर व्लादिमीर कोलोकोल्त्सेव और ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर रोमन निकितिन शामिल हैं. इसके अलावा रूस के सेंट्रल बैंक की गवर्नर एल्विरा नबीउलीना भी पुतिन के साथ आने वाले डेलीगेशन का हिस्सा होंगी.

पुतिन की भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कई अहम समझौतों की भी उम्मीद है. इसमें ट्रेड, हेल्थ, एग्रीकल्चर, मीडिया और कल्चरल एक्सचेंज से जुड़े समझौतों से लेकर डिफेंस डील की घोषणाएं की जा सकती हैं. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार दोनों देश सालाना द्विपक्षीय समिट में सिक्योरिटी, इकोनॉमी, फाइनेंस, ट्रांसपोर्ट, टेक्नोलॉजी, एजुकेशन और कल्चर में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा कर सकते हैं. पुतिन के सहयोगी उरी उशाकोव ने उनकी भारत यात्रा से पहले कहा था कि दोनों लीडर्स (पुतिन और मोदी) बढ़ते ट्रेड और इकोनॉमिक पार्टनरशिप पर डिटेल में चर्चा करेंगे. रूस बढ़ते भारत के साथ व्यापार में बढ़ते असमानता की चिंताओं को दूर करने के लिए तैयार है. साथ ही द्विपक्षीय व्यापार में बाहरी दबाव से बचा जा सके, इसके लिए मैकेनिज़्म बनाने पर चर्चा की जाएगी.
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बातचीत के दौरान डिफेंस यानी रक्षा समझौतो पर खास ध्यान होगा. इंडिया टुडे से जुड़े मंजीत नेगी के अनुसार भारत और रूस ब्रह्मोस के एडवांस्ड वेरिएंट्स बनाने पर भी चर्चा कर सकते हैं. इसमें ब्रह्मोस-NG जैसे हल्के एयर-लॉन्च मॉडल और एक्सटेंडेड-रेंज वर्जन मिसाइल के प्रोडक्शन पर चर्चा शामिल है. इसके अलावा हाइपरसोनिक प्रोजेक्ट्स, लंबी दूरी की एयर-टू-एयर मिसाइलों और भारत की S-400 मिसाइलों की खरीद पर भी चर्चा होने की उम्मीद है. मोदी और पुतिन UN, SCO, G20 और BRICS में कोऑपरेशन बढ़ाने समेत अन्य अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी बातचीत करेंगे.
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