The Lallantop

'पथराव, लाठीचार्ज, साजिश...' विजय की पार्टी के आरोपों पर पुलिस ने कहा- 'ऐसा कुछ नहीं हुआ'

Vijay Rally Stampede: तमिलनाडु पुलिस ने कहा कि TVK का इवेंट लेट हो गया था. पुलिस के मुताबिक, विजय की एक रैली नमक्कल में भी थी और देरी की वजह से नमक्कल से भी लोग करूर आ गए, जिसकी वजह से भीड़ बढ़ गई.

Advertisement
post-main-image
ADGP डेविडसन देवसिरवथम ने विजय की रैली में हुए हादसे पर जानकारी दी. (Karur PRO/PTI)

एक्टर से नेता बने विजय की चुनावी रैली में 40 लोगों की मौत हो गई. उनकी पार्टी तमिलगा वेत्री कझगम (TVK) ने इस हादसे को एक 'साजिश' करार दिया है. TVK ने रैली में पथराव और पुलिस के लाठीचार्ज के भी आरोप लगाए. हालांकि, तमिलनाडु पुलिस ने विजय की पार्टी के सभी आरोपों को खारिज कर दिया है. एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (ADGP) डेविडसन देवसिरवथम ने करूर रैली पर कहा कि TVK ने आधिकारिक आदेशों को नहीं माना.

Add Lallantop as a Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement

रविवार, 28 सितंबर को ADGP डेविडसन ने करूर रैली में मची भगदड़ पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इंडिया टुडे से जुड़ीं अनघा की रिपोर्ट के मुताबिक, ADGP डेविडसन ने TVK के इस दावे का खंडन किया कि पथराव की वजह से भगदड़ मची थी. उन्होंने साफ कहा कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई थी.

ADGP डेविडसन ने कहा कि TVK का इवेंट लेट हो गया था. उन्होंने बताया कि विजय की एक रैली नमक्कल में भी थी और देरी की वजह से नमक्कल से भी लोग करूर आ गए. उनके मुताबिक, इसकी वजह से बहुत ज्यादा भीड़ बढ़ गई, जिसे काबू करना मुश्किल था. उन्होंने आगे कहा कि TVK को 12,000 लोगों के इकट्ठा होने की इजाजत दी गई थी और उसी के मुताबिक पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात था.

Advertisement

ADGP डेविडसन ने बताया,

"नमक्कल में प्रचार में देरी होने की वजह से वे (विजय) शाम 6 बजे ही करूर पहुंच पाए. भीड़ तेजी से बढ़ने लगी, नमक्कल और करूर, दोनों जगहों से लोग उन्हें देखने के लिए इकट्ठा हो गए... हर कोई अपने नेता को देखना चाहता था और वे गाड़ी की ओर बढ़ रहे थे. ऐसा इसलिए क्योंकि बहुत सारे युवा किसी की भी बात सुनने को तैयार नहीं थे, यहां तक कि स्वयंसेवकों, बाउंसरों या फिर जिन्हें भी वे अपने साथ लाए थे, उनकी भी नहीं."

ADGP डेविडसन ने आगे कहा,

Advertisement

"आयोजकों ने कम लोगों वाले इलाके में भाषण देने के अधिकारियों के सुझाव को ठुकरा दिया. इसके अलावा विजय की बस के अंदर रोशनी नहीं थी, इसलिए भीड़ उन्हें देख नहीं पाई और बस के साथ-साथ चलने लगी."

उन्होंने भीड़ की संख्या का अंदाजा लगाने में इंटिलेजेंस की नाकामी को खारिज कर दिया.

विजय की पार्टी TVK ने इस घटना की स्वतंत्र जांच की मांग करते हुए मद्रास हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. TVK ने आरोप लगाया कि यह हादसा अचानक नहीं हुआ, बल्कि एक 'साजिश' का हिस्सा था. पार्टी ने दावा किया कि पथराव भीड़ को निशाना बनाकर किया गया था और पुलिस ने कार्यक्रम की जगह पर लाठीचार्ज किया था. TVK ने यह भी आरोप लगाया कि बिजली गुल हो गई थी, जिससे भगदड़ और बढ़ गई.

शनिवार, 27 सितंबर की रात विजय की रैली में अचानक अफरा-तफरी मच गई और कई लोग बेहोश हो गए. कुछ ही मिनटों में हालात बेहद खराब हो गए. महिलाओं और बच्चों समेत कई लोगों की जान चली गई. रविवार शाम तक 40 लोगों की मौत हो चुकी थी और करीब 70 लोग अस्पताल में भर्ती हैं.

वीडियो: तमिलनाडु में एक्टर विजय की पार्टी की रैली में भगदड़, कई लोगों की मौत, सीएम स्टालिन क्या बोले?

Advertisement