The Lallantop

वाराणसी कचहरी में पहुंचे दरोगा, देखते ही वकीलों ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, फोर्स तैनात

Varanasi News: सब-इंस्पेक्टर मिथिलेश प्रजापति एक आरोपी को लेकर कचहरी पहुंचे थे. तभी दर्जनों की संख्या में वकीलों ने उन्हें घेर लिया और हमला बोल दिया. घटना का वीडियो सामने आया है. इस बवाल के पीछे की वजह भी अब पता लगी है.

Advertisement
post-main-image
पुलिस अधिकारियों ने घायलों से अस्पताल में मुलाकात की (फोटो: आजतक)
author-image
रोशन जायसवाल

वाराणसी (Varanasi) कचहरी में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब एक आरोपी लेकर पहुंचे दरोगा और सिपाहियों को वकीलों ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. इस हमले में दरोगा मिथिलेश प्रजापति को गंभीर चोटें आई हैं और उनका इलाज BHU ट्रामा सेंटर में चल रहा है. वहीं, तीन-चार सिपाही भी घायल हो गए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

Add Lallantop as a Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement
क्या है पूरा मामला?

आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना मंगलवार, 16 सितंबर की है. सब-इंस्पेक्टर मिथिलेश प्रजापति, बड़ागांव से एक आरोपी को लेकर कचहरी पहुंचे थे. तभी दर्जनों की संख्या में वकीलों ने उन्हें घेर लिया और हमला बोल दिया. वकीलों ने मिथिलेश की लात-घूसों से पिटाई की, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं हैं, जबकि तीन-चार सिपाही भी घायल हो गए हैं. इस घटना का एक CCTV वीडियो भी सामने आया है.

Advertisement

किसी तरह मौके पर मौजूद लोगों ने बीच-बचाव कर दरोगा को छुड़ाया और उन्हें दीनदयाल अस्पताल लेकर पहुंचे. गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें BHU ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया, जहां उनका इलाज चल रहा है. पुलिस अधिकारियों ने घायलों से अस्पताल में मुलाकात की है.

क्या थी पिटाई की वजह?

कुछ दिनों पहले बड़ागांव थाना क्षेत्र में एक जमीनी विवाद के चलते पुलिस ने दोनों ही पक्षों का चालान कर दिया था. जिसमें एक पक्ष से एक वकील भी था. आरोप है कि दरोगा ने वकील को हिरासत में लेकर उसके साथ न केवल बदतमीजी की थी, बल्कि मारपीट भी की थी. इसी बात से नाराज वकीलों ने दारोगा को सबक सिखाने की ठान ली थी और वो कचहरी में घात लगाकर बैठे थे.

ये भी पढ़ें: युवक ने दरोगा की शिकायत CM पोर्टल पर कर दी, थाने बुलाकर प्राइवेट पार्ट पर लातें मारने का आरोप

Advertisement

इस घटना के बाद कचहरी में तनाव बढ़ गया है. घटना की जानकारी मिलते ही कई थानों की पुलिस फोर्स, DIG शिवहरी मीणा और DM सत्येंद्र कुमार मौके पर पहुंचे. उन्होंने वकीलों से परिसर खाली करने की अपील की और हालात को शांत करने की कोशिश की. जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है.

वीडियो: कानपुर: गांव की एक चोरी ने कैसे खोला 'फर्जी दरोगा' का भेद?

Advertisement