IIT कानपुर के एक पूर्व छात्र त्रपित बंसल का नाम टेक जगत में चर्चा का विषय बना हुआ है. Facebook की पेरेंट कंपनी Meta ने उन्हें अपनी सुपरइंटेलिजेंस टीम में शामिल किया है. यह टीम मेटा के उस मिशन का हिस्सा है जो इंसानों जैसी सोच वाला आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस (AGI) बनाने पर काम कर रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी ने इसके लिए त्रपित बंसल को 800 करोड़ रुपये का जॉइनिंग बोनस दिया है.
IIT कानपुर से निकला लड़का Meta में पहुंच गया, '800 करोड़' का जॉइनिंग बोनस मिलेगा!
त्रपित एक AI रिसर्चर रहे हैं. उन्होंने IIT कानपुर से ग्रेजुएशन किया. इसके बाद उन्होंने गणित और सांख्यिकी में ड्यूल डिग्री ली. बाद में उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ मैसच्युसेट्स एमहर्स्ट से कंप्यूटर साइंस में PhD की.
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त्रपित ने खुद मेटा जॉइन करने की जानकारी दी. उन्होंने X पर लिखा,
"मेटा से जुड़कर बहुत अच्छा लग रहा है. अब लगता है सुपरइंटेलिजेंस हकीकत बन सकती है."
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक त्रपित एक AI रिसर्चर रहे हैं. उन्होंने IIT कानपुर से ग्रेजुएशन किया. इसके बाद उन्होंने गणित और सांख्यिकी में ड्यूल डिग्री ली. बाद में उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ मैसच्युसेट्स एमहर्स्ट से कंप्यूटर साइंस में PhD की. उन्होंने डीप लर्निंग, मेटा-लर्निंग और नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP) जैसे फील्ड्स में गहराई से काम किया. उन्होंने अपनी पढ़ाई के दौरान IISC बेंगलुरु, फेसबुक, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट में इंटर्नशिप भी की है.
रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने साल 2017 में सैम ऑल्टमैन के नेतृत्व वाली AI कंपनी OpenAI में चार महीने की इंटर्नशिप की थी. इसके बाद जनवरी 2022 में वे तकनीकी स्टाफ के तौर पर OpenAI से जुड़ गए. वहां उन्होंने Open AI के सह-संस्थापक इल्या सुत्सकेवर के साथ मिलकर काम किया. Reinforcement Learning (मशीन लर्निंग तकनीक) और एडवांस AI रिसर्च में अहम योगदान दिया.
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इसके अलावा त्रपित को 01 नाम के एक एआई मॉडल का को-फाउंडर माना जाता है. हालांकि इस प्रोजेक्ट की डिटेल्स फिलहाल गुप्त रखी गई हैं, जैसा कि उनकी लिंक्डइन प्रोफाइल में लिखा है. टेकक्रंच ने त्रपित को एक बेहद प्रभावशाली OpenAI रिसर्चर बताया है.
800 करोड़ की बात कहां से उठी?
दरअसल, मार्क जुकरबर्ग पिछले कुछ महीनों से आक्रामक हायरिंग में लगे हुए हैं. वे मेटा में एक सुपरइंटेलिजेंस टीम बना रहे हैं जिसके लिए उन्हें सुपरइंटेलिंजेंट AI टैलेंट की तलाश है. कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि ऐसे लोगों की हायरिंग के लिए जुकरबर्ग बहुत भारी निवेश कर रहे हैं. खुद सैम ऑल्टमैन ने आरोप लगाया है कि मेटा उनके कंपनी के टैलेंट को 100-100 मिलियन डॉलर देकर हायर कर रही है.
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