The Lallantop

CM रेवंत रेड्डी का ये कैसा पोस्टर बना दिया, बीजेपी के सोशल मीडिया हेड समेत 3 लोग गिरफ्तार हो गए

Revanth Reddy Poster: तेलंगाना में मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी का विवादित पोस्टर लगाने पर भाजपा के तीन कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी हो गई. इस पर BJP ने कहा कि ये गिरफ्तारियां मनमानी हैं. राजनीति से प्रेरित होकर और विरोध को दबाने के लिए सोशल मीडिया टीम के लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

Advertisement
post-main-image
BJP तेलंगाना ने मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी का विवादित पोस्टर शेयर करने पर 3 गिरफ्तार. (PTI)
author-image
अब्दुल बशीर

हैदराबाद में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की तेलंगाना यूनिट के सोशल मीडिया हेड को गिरफ्तार किया गया है. उनके अलावा टीम के दो अन्य सदस्यों को भी गिरफ्तार किया गया है. मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी का विवादित पोस्टर सामने आने के बाद ये गिरफ्तारी हुई है, जिस पर भाजपा भड़क गई है. अपने कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी पर बीजेपी ने कहा कि ‘कांग्रेस की इमरजेंसी वाली सोच अभी भी जिंदा है.’

Add Lallantop as a Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement

इंडिया टुडे से जुड़े अब्दुल बशीर की रिपोर्ट के मुताबिक, तेलंगाना कांग्रेस के हेडक्वार्टर गांधी भवन के बाहर रेवंत रेड्डी के विवादित पोस्टर चिपकाए गए थे. पोस्टर में BJP ने कांग्रेस सरकार के कथित अधूरे चुनावी वादों और रेवंत रेड्डी के काम पर सवाल खड़े किए थे. मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस हरकत में आई. पुलिस ने BJP सोशल मीडिया के स्टेट कन्वीनर सुमिरन कोमारराजू, स्टेट कोर कमेटी के सदस्य अजय और नेता ततिपामुला साई किरण गौड़ को गिरफ्तार कर लिया. सभी पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 353(1) और 353(2) के तहत FIR दर्ज की गई.

पुलिस ने बताया कि इस मामले में 6 दिसंबर को ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (GHMC) के एक कर्मचारी ने शिकायत दर्ज कराई थी. इसके बाद एस कोमारराजू और अजय को पुलिस स्टेशन लाया गया और नोटिस दिए गए.

Advertisement
भाजपा का विरोध

पार्टी के तीन कार्यकर्ताओं की गिफ्तारी पर BJP ने कहा कि ये कांग्रेस सरकार की मनमानी है. राजनीति से प्रेरित होकर और विरोध को दबाने के लिए सोशल मीडिया टीम के लोगों को गिरफ्तार किया गया. भाजपा ने कहा कि जिस पोस्टर की वजह से गिरफ्तारी हुई है, वो जनता की भावना को दिखाते हैं और सही राजनीतिक आलोचना करते हैं.

एक्स पर लिखी अपनी पोस्ट में भाजपा ने कहा,

उन्होंने इस पोस्टर के लिए उन्हें अरेस्ट कर लिया! इमरजेंसी वाली सोच अभी भी भारत में जिंदा है. तेलंगाना में कांग्रेस सरकार सच को संभाल नहीं पा रही है इसलिए वे तानाशाही का सहारा ले रहे हैं. जब BJP तेलंगाना ने रेवंत रेड्डी की 2 साल की नाकामी को सामने लाने वाला यह पोस्टर लगाया तो सरकार ने जवाब नहीं, बल्कि पुलिस भेजी.

Advertisement

BJP ने आगे लिखा

दो साल सत्ता में, 6 ताकतवर हाथ, एक नाकाम मुख्यमंत्री. वह पोस्टर जिसने कांग्रेस को हिला दिया:

- तेलंगाना में रियल एस्टेट पर CM के परिवार का कब्जा.
- हर हफ्ते जमा हुए पैसे दिल्ली हाईकमान को भेजे गए.
- पूरे राज्य में हिंदू मंदिरों को तोड़ा जा रहा है.
- KCR को बचाने और सभी केस रोकने के लिए सीक्रेट डील.
- गुंडे और मवाली लॉ एंड ऑर्डर के बजाय पब्लिक स्पेस को कंट्रोल कर रहे हैं.
- हर फाइल, कॉन्ट्रैक्ट और प्रोजेक्ट पर 25% कमीशन."

BJP ने आरोप लगाया कि लोकतांत्रिक तरीके से अपना बचाव करने और जवाबदेही तय करने के बजाय कांग्रेस ने BJP तेलंगाना के सोशल मीडिया कन्वीनर को गिरफ्तार कर लिया. BJP ने राहुल गांधी की 'मोहब्बत की दुकान' को एक मजाक बताया और कहा कि ‘राहुल भी गर्व से पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तानाशाही को आगे बढ़ा रहे हैं.’

दो महिला पत्रकार भी हुई थीं गिरफ्तार

इससे पहले मार्च 2025 में दो महिला पत्रकारों को मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट करने के लिए गिरफ्तार किया गया था. आरोपी महिला पत्रकार- पल्स न्यूज की मैनेजिंग डायरेक्टर पोगदंडा रेवती और इसी चैनल की रिपोर्टर थानवी यादव को बाद में दोनों को जमानत मिल गई थी. रेवती पोगदंडा ने अपने X अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया था. इसमें एक शख्स कथित तौर पर मुख्यमंत्री के बारे में कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करता दिख रहा था. 

वीडियो सामने आने के कुछ दिनों बाद सीएम रेड्डी ने चेतावनी दी थी कि पत्रकारिता की आड़ में अपमानजनक प्रचार करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. सीएम ने सीमा का उल्लंघन करने वालों को नग्न करके परेड कराने की धमकी भी दी थी. उन्होंने ये भी कहा था,

हम ऐसे अपराधियों को आवश्यकतानुसार जवाब देंगे. यदि वो मुखौटे के पीछे छिपे हैं तो वो पर्दा हट जाएगा और वो बेनकाब हो जाएंगे. तमाशा मत बनाइए. मैं भी एक इंसान हूं... हम कानून के अनुसार सख्ती से काम करेंगे और किसी भी सीमा को पार नहीं करेंगे.

मामला हाई कोर्ट पहुंचा तो पुलिस हिरासत में जाने का आदेश दिया गया. इसके बाद दोनों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट ने 16 अक्टूबर को पल्स न्यूज की मैनेजिंग डायरेक्टर पोगदंडा रेवती और इसी चैनल की रिपोर्टर थानवी यादव की दोबारा गिरफ्तारी पर रोक लगा दी. इन पर मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के खिलाफ सोशल मीडिया पर कथित तौर पर गाली-गलौज वाला कंटेंट पोस्ट करने और उसे बढ़ावा देने का आरोप है.

वीडियो: राहुल गांधी ने लोकसभा में कौन-से 3 सवाल पूछ लिए?

Advertisement