बिहार के वैशाली जिले की महुआ विधानसभा सीट पर सियासी हलचल तेज हो गई है. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से निष्कासित तेज प्रताप यादव ने अपने छोटे भाई और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव को खुली चुनौती दी है. तेज प्रताप ने घोषणा की है कि वो आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में महुआ सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे. यही नहीं, तेज प्रताप ने ये भी कहा कि अगर वाकई तेजस्वी खुद को अर्जुन मानते हैं, तो वो उनकी तरह बांसुरी बजा कर भी दिखा दें.
तेज प्रताप ने छोटे भाई तेजस्वी यादव को दिया 'बांसुरी चैलेंज', बोले- 'खुद को अर्जुन मानता है तो...'
तेज प्रताप ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अगर उन्हें जनता मौका देती है और वो फिर से महुआ के विधायक बनते हैं, तो परसौनीया की सब्जी मंडी के लिए एक अलग और बेहतर बिल्डिंग का निर्माण कराया जाएगा.

आजतक से जुड़े सचिन पांडे की रिपोर्ट के मुताबिक तेजस्वी यादव के बारे में सवाल पूछे जाने पर तेज प्रताप यादव ने कहा कि मैंने तेजस्वी को अर्जुन माना था. उन्होंने कहा,
“अगर वाकई तेजस्वी खुद को अर्जुन मानता है तो जरा मेरी तरह बांसुरी बजा कर भी दिखा दे तब मानूंगा.”
तेज प्रताप यादव के बगावती तेवर को देख तेजस्वी ने दो दिन पहले तेज प्रताप और खुद के रिश्ते को अर्जुन और कृष्ण का रिश्ता बताया था. तेज प्रताप यादव 31 जुलाई को अपने पुराने विधानसभा क्षेत्र महुआ के दौरे पर पहुंचे थे. यहां उन्होंने महुआ के विधायक मुकेश रोशन पर भी निशाना साधा, और उन्हें ‘बहरूपिया’ कह डाला. उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि अगर बहरूपिया आपके यहां आए, तो उसे झुनझुना दे दीजिए. जब-जब मैं महुआ आता हूं, यहां का बहरूपिया विधायक रोने लगता है.
तेज प्रताप ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अगर उन्हें जनता मौका देती है और वो फिर से महुआ के विधायक बनते हैं, तो परसौनीया की सब्जी मंडी के लिए एक अलग और बेहतर बिल्डिंग का निर्माण कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि गरीब महिलाएं सड़क किनारे सब्जी बेचती हैं, उनके लिए व्यवस्थित जगह मुहैया कराई जाएगी.
लालू ने परिवार और पार्टी से निकाला थाबता दें कि मई 2025 में तेज प्रताप को आरजेडी प्रमुख और पिता लालू प्रसाद यादव ने ‘निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना के लिए’ पार्टी और परिवार से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था. ये कार्रवाई तेज प्रताप के एक सोशल मीडिया पोस्ट के बाद हुई, जिसमें उन्होंने अनुष्का नाम की महिला के साथ रिश्ते की बात स्वीकारी थी. हालांकि, बाद में उन्होंने दावा किया कि उनका अकाउंट हैक हो गया था.
इसके बाद तेज प्रताप ने महुआ सीट को अपनी कर्मभूमि बताया. यहां से उन्होंने 2015 में पहली बार विधानसभा चुनाव जीता था और नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में मंत्री बने थे. उन्होंने दावा किया कि उनका 2015 में किया मेडिकल कॉलेज का वादा पूरा हुआ, और अब वो क्षेत्र में इंजीनियरिंग कॉलेज बनवाने की योजना बना रहे हैं. महुआ RJD का गढ़ माना जाता है, और वर्तमान में ये सीट पार्टी के नेता मुकेश कुमार रौशन के पास है.
बिहार विधानसभा चुनाव नवंबर 2025 तक होने की संभावना है, और तेज प्रताप का ये कदम RJD के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है. उनके इस फैसले से विपक्षी गठबंधन की रणनीति पर भी असर पड़ सकता है, क्योंकि तेजस्वी पहले ही विशेष मतदाता सूची संशोधन (SIR) को लेकर नीतीश सरकार पर हमलावर हैं. ये सियासी ड्रामा बिहार की राजनीति में नया मोड़ ला सकता है.
वीडियो: तेज प्रताप यादव की अखिलेश यादव से वीडियो कॉल पर क्या बात हुई?