The Lallantop

पानी की टंकी में मानव मल, पहले अगड़ी जाति के लोगों का हाथ बताया, अब चार्जशीट में दलितों के नाम

2022 Tamil Nadu water tank contamination case: चार्जशीट में बताए गए तथ्य सामने आने के बाद इलाके के कथित अगड़ी जाति के लोगों ने खुशी जाहिर की है. गौरतलब है कि इस घटना के पीछे पहले अगड़ी जाति के लोगों का हाथ बताया गया था. लेकिन पुलिस की जांच रिपोर्ट से यहां के दलितों को झटका लगा है.

post-main-image
पुडुकोट्टई स्पेशल कोर्ट में चार्जशीट दर्ज की गई है. (फ़ोटो- India Today)

तमिलनाडु की क्राइम ब्रांच-क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CB-CID) ने पानी की टंकी में मल मिलाने के मामले में तीन दलित व्यक्तियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है. यह मामला 2022 में पुडुकोट्टई जिले के वेंगाइवायल में सामने आया था. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, FIR में बताया गया था कि पांच बच्चों को उस वॉटर टैंक से पानी पीने के बाद उल्टियां हुईं और बुखार आया था. इसके चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था. यह भी आरोप था कि कुछ लोगों ने पानी के टैंक में इंसानों का मल मिला हुआ देखा था.

जांच में क्या मिला?

लोगों ने इस घटना के विरोध में प्रदर्शन किए. विपक्षी पार्टियों ने इलाके के दलितों की सुरक्षा को लेकर आवाज उठाई थी. उन्होंने मामले की जांच में देरी होने को लेकर सवाल खड़े किए थे. इसके बाद 1 जनवरी, 2023 को इस मामले को CB-CID के पास भेज दिया गया. उसने 397 गवाह, 196 फोन नंबर और एक लाख से ज्यादा फोन कॉल की जांच की.

तमिलनाडु पुलिस के एक बयान के मुताबिक घटना से 2 महीने पहले कांस्टेबल मुरलीराजा के बेटे जीवनंदम ने पानी की टंकी की मेंटेनेंस को लेकर सवाल उठाए थे. तब मुथुकडू पंचायत की प्रेसिडेंट पद्मा के पति मुथैया ने उन्हें बेइज्जत किया था.

CB-CID की जांच में सामने आया है कि मुरलीराजा ने ‘प्लानिंग कर के मुथैया से बदला लेने के लिए पानी के टैंक को गंदा किया’ था. इसके सबूत चार लोगों के फोन से मिली ऑडियो रिकॉर्डिंग के जरिये और डिलीट की गई तस्वीरों को रीस्टोर करके मिले. इन चारों में खुद मुरलीराजा और मुथैया के अलावा सुदर्शन और मुथुकृष्नन नाम का शख्स शामिल है. इन सबूतों के आधार पर पुडुकोट्टई स्पेशल कोर्ट में मुथैया के अलावा बाकी तीनों के खिलाफ चार्जशीट दर्ज हुई है.        

रिपोर्ट के मुताबिक इस घटना से जुड़े एक वीडियो में दो लोग पानी के टैंक के ऊपर एक प्लास्टिक की थैली में इंसानों का मल लिए बाते करते हुए दिखे हैं. दो ऑडियो रिकॉर्डिंग की जांच में ये भी पता चला कि सुदर्शन ने इस बारे में अपनी मां और आंटी से बात की थी.

जांच रिपोर्ट का विरोध

ये तथ्य सामने आने के बाद इलाके के कथित अगड़ी जाति के लोगों ने खुशी जाहिर की है. गौरतलब है कि इस घटना के पीछे पहले अगड़ी जाति के लोगों का हाथ बताया गया था. लेकिन पुलिस की जांच रिपोर्ट से यहां के दलितों को झटका लगा है.  

इंडियन एक्स्प्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, इलाके के एक दलित नेता थॉल थिरुमवालावन ने कहा, “जब कुछ दलितों को इस मामले में थाने ले जाया गया था और उन पर अपराध स्वीकार करने के लिए दबाव डाला जा रहा था, तब उन्होंने इस मामले में CB-CID द्वारा जांच करने की मांग की थी." 

लेकिन अब थॉल ने CB-CID की जांच में भी दलित आरोपियों की भूमिका सामने आने के बाद कहा है कि वो जल्दी ही मुख्यमंत्री स्टालिन से मिलेंगे.

                                          (ये ख़बर हमारे साथ इंटर्नशिप कर रहीं मेघा ने लिखी है.)

वीडियो: इंदौर में भीख देने पर हुई FIR, ये बात सामने आई