The Lallantop

MP में आवारा कुत्तों ने 3 साल के बच्चे को नोच-नोच कर मार डाला, हालत देख डॉक्टर कांप गए

कुत्तों ने आयुष को कई जगह से नोच डाला, जिससे वह गंभीर रूप से घायल होकर वहीं बेहोश हो गया. घटना के बाद पड़ोसी आयुष को सुवासरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना से जुड़ी तस्वीरों में आयुष को हॉस्पिटल ले जाने वाले शख्स के कपड़े खून से सने दिख रहे थे.

post-main-image
बाई ओर मृतक आयुष की तस्वीर वहीं दाई ओर सांकेतिक तस्वीर.(क्रेडिट : इंडिया टुडे)

मध्यप्रदेश के मंदसौर में आवारा कुत्तों के एक झुंड ने तीन साल के बच्चेे को जान से मार डाला. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चे के शरीर में 10 गहरे घाव मिले हैं. बच्चे का नाम आयुष दास बैरागी बताया जा रहा है. स्थानीय लोगों ने आरोप लगाए कि नगर परिषद की लापरवाही के चलते ही आयुष की जान चली गई है.

इंडिया टुडे से मिले इनपुट के मुताबिक, घटना सुवासरा इलाके की है. बुधवार पांच जून की सुबह आयुष अपने दो दोस्तों के साथ घर के आंगन में खेल रहा था. इस दौरान मोहल्ले के 4-5 आवारा कुत्तों के झुंड ने उन पर हमला कर दिया. दो बच्चे वहां से जान बचाकर भाग गए लेकिन आयुष कुत्तों की चपेट में आ गया.

कुत्तों ने आयुष को कई जगह से नोच डाला, जिससे वह गंभीर रूप से घायल होकर वहीं बेहोश हो गया. घटना के बाद पड़ोसी आयुष को सुवासरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना से जुड़ी तस्वीरों में आयुष को हॉस्पिटल ले जाने वाले शख्स के कपड़े खून से सने दिख रहे थे.

दैनिक भास्कर में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, आयुष का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर स्नेहिल जैन के बताया कि बच्चे के शरीर में 10 गहरे घाव थे. उन्होंने ये भी कहा कि अपने करियर में उन्होंने इस तरह के घाव नहीं देखे.

रिपोर्ट के अनुसार, हाल में आयुष की दादी की मौत हुई थी जिसके बाद से वो अपनी मां के साथ, मामा संदीप बैरागी के घर रह रहा था. आयुष के शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया है.

स्थानीय लोगों ने बताया कि गणेश मगरा और उसके आस-पास के इलाकों में लंबे समय से आवारा कुत्तों का आतंक है. ये अक्सर सुवासरा में घुस आते हैं और यहां गाय, बछड़े और आम नागरिकों पर आए दिन हमला करते हैं. लोगों ने कई बार नगर परिषद में इसके खिलाफ शिकायत दी लेकिन अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया.

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गौतम सिंह सोलंकी ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा, “यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. हम नगर परिषद के साथ मिलकर आवारा कुत्तों को पकड़ने और उनके वैक्सीनेशन की कोशिश कर रहे हैं.”

इसके अलावा उन्होंने बताया कि जब हमारी टीम कुत्तों को पकड़ने जाती है तो कुछ डॉग लवर्स उसका विरोध करने लगते हैं. पुलिस अधिकारी ने कहा कि ऐसे लोगों को इस तरह की घटनाओं से सबक लेना चाहिए कि कुत्तों को समय पर पकड़कर उनका वैक्सीनेशन और निगरानी जरूरी है.

वीडियो: बिहार में रेप पीड़िता के यहां पहुंचे डॉक्टर की पेड़ से बांधकर पिटाई