भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly Brother And Sister In Law Speed Boat) के भाई और उनकी पत्नी की स्पीड बोट बीते दिनों ओडिशा के पुरी में पलट (Odisha Speed Boat Drowning) गई थी. वे बाल-बाल बचे थे. इस घटना के दो दिन बाद मंगलवार 27 मई को प्रशासन ने बोटिंग ऑपरेटर के अस्थायी ऑफिस को ढहा दिया है. ऑपरेटर की ओर से लापरवाही बरतने के आरोपों की जांच सब-कलेक्टर करेंगे.
समुद्र में सौरव गांगुली के भाई-भाभी की नाव पलटी, ऑपरेटर का ऑफिस ही ढहा दिया गया
रविवार 24 मई को Sourav Ganguly के भाई स्नेहाशीष गांगुली और उनकी पत्नी अर्पिता एक ग्रुप के साथ वाटर स्पोर्ट्स एडवेंचर करने गए थे. लेकिन समुद्र में उनकी स्पीडबोट पलट गई थी.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुरी कलेक्टर सिद्धार्थ शंकर स्वैन ने शुरुआती जांच का ज़िक्र करते हुए कहा कि बोट ऑपरेटर के पास कम टाइड वाले इलाके में स्पीड बोटिंग का लाइसेंस है. लेकिन वह भीड़-भाड़ वाले बीच पर हाई टाइड वाले एरिया में ऑपरेट कर रहा था. स्वैन ने मीडिया से कहा,
हम जल्द ही लाइसेंस रद्द करेंगे. साथ ही अगर हमें पता चलेगा कि कोई लापरवाही हुई है तो हम कानून के मुताबिक एक्शन लेंगे.
रविवार 24 मई को सौरव गांगुली के भाई स्नेहाशीष गांगुली और उनकी पत्नी अर्पिता एक ग्रुप के साथ वाटर स्पोर्ट्स एडवेंचर करने गए थे. लेकिन समुद्र में उनकी स्पीडबोट पलट गई. घटना का वीडियो भी सामने आया था. वीडियो में समुद्र किनारे पर मौजूद लाइफगार्ड टूरिस्टों को बचाने की कोशिश करते हुए दिखाई दे रहे हैं.
अर्पिता ने मीडिया को बताया था कि समुद्र में लहरें उठ रही थीं. बोट ऑपरेटर ने नाव पर कैपेसिटी से कम लोगों को बैठाया. इसकी वजह से नाव हल्की थी जो बाद में पलट गई. उन्होंने कहा,
एक ऊंची लहर बोट से टकराई, जिससे वह पलट गई. अगर बोट पर ज़्यादा लोग होते तो वह नहीं पलटती. एक लाइफगार्ड ने मुझे बचाया. मैंने पहले कभी ऐसा कुछ नहीं देखा. मैं अभी भी सदमे में हूं.
पुरी में हर साल लाखों टूरिस्ट आते हैं. उनमें से बड़ी संख्या में लोग बीच पर आते हैं. मार्च में राज्य विधानसभा में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी की ओर से दिए गए एक लिखित जवाब के मुताबिक, पिछले पांच वर्षों में पुरी और ओडिशा के अन्य बीच पर डूबने के 47 मामले सामने आए हैं.
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