ओडिशा के पुरी में जगन्नाथ मंदिर के 'महाप्रसाद' (Jagannath Temple Mahaprasad) को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है. इसमें एक परिवार को डाइनिंग टेबल पर बैठकर 'महाप्रसाद' खाते देखा जा सकता है. लोगों ने इस पर आपत्ति जताई है. उनका कहना है कि 'महाप्रसाद' भगवान जगन्नाथ को चढ़ाया गया पवित्र भोजन होता है और परंपरा के अनुसार इसे जमीन पर बैठकर खाया जाना चाहिए. मंदिर प्रशासन ने भी इस मामले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
डाइनिंग टेबल पर जगन्नाथ मंदिर के पुजारी परोस रहे थे 'प्रसाद', मंदिर प्रशासन बोला- 'ये अनादर है'
Puri Jagannath Temple: ‘श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन’ (SJTA) ने लोगों से अपील की है कि वो 'महाप्रसाद' के प्रति सम्मान दिखाएं. और डाइनिंग टेबल पर बैठकर इसे खाने से परहेज करें.

वीडियो में करीब 10 लोग हैं. इनमें बच्चे भी शामिल हैं. वीडियो पुरी के एक ‘बीच रिसॉर्ट’ का है. एक पुजारी ने उन्हें 'महाप्रसाद' परोसा था. एक व्यक्ति परिवार को ऐसा करने से रोका. इस पर एक महिला ने कहा कि उन्होंने ऐसा करने से पहले इस बारे में वहां मौजूद लोगों से पूछा था. इसके बाद ही वो टेबल पर बैठी थीं. इसके बाद व्यक्ति प्रसाद परोसने वाले पुजारी से भी सवाल करता है कि उसने ऐसा करने की अनुमति क्यों दी. वीडियो देखें-
मंदिर प्रशासन ने कहा कि डाइनिंग टेबल पर ‘महाप्रसाद’ खाने का जो भी वीडियो सामने आया है, उससे श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं. ‘श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन’ (SJTA) ने लोगों से अपील की है कि वो 'महाप्रसाद' के प्रति सम्मान दिखाएं. और डाइनिंग टेबल पर बैठकर इसे खाने से परहेज करें.
द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, मंदिर प्रशासन ने कहा है कि ‘महाप्रसाद’ को ‘अन्न बर्ह्म’ (अन्न की आत्मा) माना जाता है. उन्होंने कहा है कि इसे परंपरा के अनुसार कृतज्ञता के साथ फर्श पर बैठकर खाना चाहिए. उन्होंने आगे कहा,
खाने की मेज पर इसे खाना ईश्वरीय प्रसाद के लिए अनादर माना जाता है. और ये इससे जुड़ी आध्यात्मिक परंपराओं के विपरीत है.
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SJTA ने पुरी के होटल, रेस्टोरेंट और भोजनालयों से अपील की है कि वो लोगों को ‘महाप्रसाद’ ग्रहण करने के सही तरीके के बारे में बताएं. भक्तों को वो इसका महत्व भी बताएं.
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