महाराष्ट्र के महायुति गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं है. पुणे में हुए एक विवाद के सांप्रदायिक रूप लेने के बाद से शिवसेना (शिंदे गुट), एनसीपी (अजित पवार) और भाजपा में रार सामने आती दिख रही है. दरअसल पुणे के ऐतिहासिक शनिवार वाडा किले में कुछ मुस्लिम महिलाओं के नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल हुआ. इसके बाद भाजपा की राज्यसभा सांसद मेधा कुलकर्णी ने इसे ऐतिहासिक धरोहर का अपमान बताया और कुछ संगठनों के साथ मिलकर नमाज वाली जगह का गोबर और गौमूत्र से शुद्धिकरण करवाया. अब इसी बात पर भाजपा के साथ गठबंधन में सरकार चला रही दो पार्टियां या यूं कहें कि उसके नेता नाराज हैं. यानी कुल मिलाकर इस घटना ने महायुति में अंदर ही अंदर चल रही रस्साकशी को सामने ला दिया है.
पुणे शनिवार वाडा विवाद: BJP सांसद ने नमाज स्थल का गोबर-गौमूत्र से शुद्धिकरण कराया, महायुति गठबंधन में तनाव
19 अक्टूबर को सांसद कुलकर्णी के नेतृत्व में सैकड़ों हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता शनिवार वाडा पहुंच गए. अपने समर्थकों संग वो नमाज वाली जगह पहुंची और शिव वंदना कर वहां गौमूत्र छिड़का. साथ ही सांसद ने शनिवार वाड़ा हमारा है, ये पेशवाओं का गौरव है जैसे नारे लगाए.


पुणे शहर में छत्रपति शिवाजी महाराज के समय का एक किला है. इस ऐतिहासिक किले को शनिवार वाडा के नाम से जाना जाता है. कुछ दिन पहले शनिवार वाडा की ऊपरी मंजिल का एक वीडियो वायरल होने लगा. इस वीडियो में कुछ मुस्लिम महिलाएं चटाई बिछा कर नमाज पढ़ रही थीं. वहीं उनके पास में कुछ बच्चे थे जो खेल रहे थे और आसपास पर्यटक घूम रहे थे. वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई. कुछ लोग इसे ऐतिहासिक जगह का अपमान, सनातन का अपमान जैसा बताने लगे. इसी बीच भाजपा की राज्यसभा सांसद मेधा कुलकर्णी ने एक्स पर वीडियो शेयर कर लिखा
शनिवार वाडा में नमाज नहीं चलेगी. हिंदू समाज जाग चुका है. चलो शनिवार वाडा.
मेधा कुलकर्णी ने 19 अक्टूबर को कस्बा पुलिस चौकी के सामने विरोध प्रदर्शन किया. इसके प्रदर्शन के बाद शनिवार वाडा के बगीचे को बंद कर दिया गया.
गोमूत्र से किया शुद्धिकरण19 अक्टूबर को सांसद कुलकर्णी के नेतृत्व में सैकड़ों हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता शनिवार वाडा पहुंच गए. अपने समर्थकों संग वो नमाज वाली जगह पहुंची और शिव वंदना कर वहां गौमूत्र छिड़का. साथ ही सांसद ने शनिवार वाडा हमारा है, ये पेशवाओं का गौरव है जैसे नारे लगाए.
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आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक कार्यकर्ताओं ने इसके बाद शनिवार वाडा के बाहर मौजूद दरगाह पर भी विरोध जताने की कोशिश की. लेकिन पुलिस बल ने उन्हें रोक दिया जिसके बाद धक्कामुक्की शुरू हो गई. कई कार्यकर्ता घायल हुए जिससे पूरे इलाके में तनाव फैल गया. इस मामले पर जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस कृष्णकेश रावले ने बताया कि शनिवार वाडा एएसआई (आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया) के संरक्षण में है और विभाग से चर्चा के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी.
NCP (SP) ने की बीजेपी सांसद की आलोचनाइस प्रदर्शन की विपक्षी दलों ने कड़ी निंदा की है. अजित पवार की एनसीपी ने कुलकर्णी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. एनसीपी नेता रूपाली थोम्बरे ने कहा, ‘कुलकर्णी हिंदू-मुस्लिम तनाव पैदा कर रही हैं. शनिवार वाडा में कब्र दशकों से मौजूद है, नमाज पढ़ना अपराध नहीं. ये विवाद स्थानीय निकाय चुनावों से पहले वोटरों को ध्रुवीकृत करने की साजिश है.’ वहीं, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) ने भी इसे सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने वाला बताया.
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