देश के कई राज्यों के राज्यपाल बदल दिए गए हैं. ये राज्य हैं बिहार, केरल, मिजोरम, मणिपुर और ओडिशा. ओडिशा के राज्यपाल रघुबर दास ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने स्वीकार कर लिया है. राष्ट्रपति ने पांचों राज्यों के नए राज्यपालों की नियुक्ति कर दी है. ये सभी नियुक्तियां उनके संबंधित कार्यालयों का काम संभालने की तारीख से प्रभावी होंगी.
देश के 5 राज्यों के गवर्नर बदले गए, केरल वाले बिहार आ रहे हैं, मणिपुर में कौन होगा?
राष्ट्रपति कार्यालय के मुताबिक, मिजोरम के राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति को ओडिशा का नया राज्यपाल बनाया गया है. वहीं मणिपुर के लिए पूर्व गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को राज्यपाल नियुक्त किया गया है.

राष्ट्रपति कार्यालय के मुताबिक, मिजोरम के राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति को ओडिशा का नया राज्यपाल बनाया गया है. वहीं मणिपुर के लिए पूर्व गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को राज्यपाल नियुक्त किया गया है. केरल का नया राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को बनाया गया है. वह अभी तक बिहार के राज्यपाल थे. वहीं केरल के मौजूदा राज्यपाल आरिफ मोहम्मद को बिहार का नया गवर्नर नियुक्त किया गया है.
इसके अलावा पूर्व सेना प्रमुख और केंद्रीय मंत्री रहे वीके सिंह को मिजोरम का गवर्नर बनाया गया है. राष्ट्रपति कार्यालय ने प्रेस नोट जारी कर इन नियुक्तियों की जानकारी दी है.

रघुबर दास झारखंड के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. उन्होंने साल 2014 से 2019 तक राज्य के सीएम के रूप में काम किया. बीजेपी नेता रघुबर दास पांच बार जमशेदपुर ईस्ट से विधायक भी रहे हैं. उन्होंने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी के लिए काम किया है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्यपाल के पद से इस्तीफे के बाद वह झारखंड की पॉलिटिक्स में एक्टिव हो सकते हैं.
डॉ. विजय कुमार सिंहपूर्व सेना प्रमुख जनरल डॉ. विजय कुमार सिंह पिछले आम चुनाव तक गाजियाबाद से सांसद थे. पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल में वह सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के पूर्व राज्य मंत्री थे.
अजय भल्लाअजय भल्ला असम मेघालय कैडर से 1984 बैच के रिटार्यड आईएएस अधिकारी हैं. उन्होंने 22 अगस्त, 2024 तक लगभग पांच सालों तक भारत के गृह सचिव के रूप में काम किया है. अजय भल्ला जालंधर के रहने वाले हैं.
बिहार के नए राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान 2019 से अब तक केरल के गवर्नर रहे. उन्हें उनके बेबाक बयान के लिए जाना जाता है. वह 1977 में 26 साल की उम्र में सियाना निर्वाचन एरिया, बुलंदशहर से उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य बने. आरिफ खान ने 1989-90 के दौरान ऊर्जा और नागरिक उड्डयन मंत्रालय संभाला था.
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