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महाकुंभ में बच्चे भी पैदा हो रहे, अब तक कितनी महिलाओं की डिलीवरी हुई?

सेंट्रल हॉस्पिटल के चीफ मेडिकल सुप्रीटेंडेंट डॉ. मनोज कौशिक ने बताया कि अब तक सभी डिलीवरी सामान्य रहीं. जिन बच्चों का जन्म हुआ उनके परिवार उत्तर प्रदेश के बांदा, चित्रकूट, कौशांबी और जौनपुर जिलों से थे. इसके अलावा झारखंड, मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों से भी लोग आए थे.

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महाकुंभ के दौरान बच्चों की डिलीवरी के आंकड़े. (तस्वीर : AI जेनेरेटड )

प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ से सिर्फ पवित्र स्नान नहीं हो रहा, बच्चे भी पैदा हो रहे हैं. 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ में अब तक 11 बच्चों की सफल डिलीवरी कराई जा चुकी है. ये सभी डिलीवरी कुंभ क्षेत्र में बनाए गए सेंट्रल हॉस्पिटल में हुईं. यही नहीं, अब तक यहां कुल 64 हजार लोगों का इलाज होने का दावा किया गया है.

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आधिकारिक तौर पर महाकुंभ 13 जनवरी के दिन शुरु हुआ, लेकिन लोग दिसंबर से ही यहां बने तंबुओं में पहुंच रहे थे. इंडिया टुडे से जुड़े आशीष श्रीवास्तव की रिपोर्ट के मुताबिक यहां के सेंट्रल हॉस्पिटल में पहली डिलीवरी 29 दिसंबर के दिन हुई थी. 20 साल की सोनम ने एक बच्चे को जन्म दिया. उन्होंने अपने बच्चे का नाम भी ‘कुंभ’ रखा. उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और स्वास्थ मंत्री बृजेश पाठक ने सोनम और उनके पति राजा को बधाई दी थी.

इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक, यह कपल कुंभ मेले में काम की तलाश में आया था और कुंभ क्षेत्र में ही रह रहा था.

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ग्वालियर की ज्योति ने भी दिया जन्म

मध्य प्रदेश के ग्वालियर से आईं 24 साल की ज्योति ने भी एक बच्चे को जन्म दिया. उनका परिवार 22 जनवरी के दिन कुंभ पहुंचा था. एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक उनका परिवार लंबे समय तक रुकने वाला था, लेकिन 27 जनवरी के दिन ज्योति को लेबर पेन होना शुरू हो गया. उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां उन्होंने एक बच्ची को जन्म दिया. बाद में उनका परिवार ग्वालियर लौट गया.

क्या हैं इंतजाम?

प्रयागराज में 4,000 हेक्टेयर के क्षेत्र में महाकुंभ का आयोजन हुआ है. पिछले कुछ महीनों में यहां करोड़ों तीर्थयात्री पहुंचे और दर्शन किए हैं. इस दौरान यात्रियों की स्वास्थ सेवा के लिए यहां 13 अस्पताल और 10 प्राथमिक चिकित्सा केंद्र बनाए गए हैं. इनकी देखरेख के लिए 105 सदस्यों की टीम लगाई गई है, जिसमें चार गायनेकोलॉजिस्ट भी शामिल हैं. इसके अलावा अलग-अलग इलाकों में कुल 125 एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है. जिससे मरीजों को सेंट्रल हॉस्पिटल लाया जा सके.

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डिलीवरी पर डॉक्टरों ने क्या बताया?

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार, सेंट्रल हॉस्पिटल के चीफ मेडिकल सुप्रीटेंडेंट डॉ. मनोज कौशिक ने बताया कि अब तक सभी डिलीवरी सामान्य रहीं. जिन बच्चों का जन्म हुआ उनके परिवार उत्तर प्रदेश के बांदा, चित्रकूट, कौशांबी और जौनपुर जिलों से थे. इसके अलावा झारखंड, मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों से भी लोग आए थे. सभी तबके की महिलाओं का यहां इलाज हुआ. इनमें से कुछ कुंभ स्थल पर ही काम कर रही थीं. कुछ अस्थायी चौथे ग्रेड के वर्कर्स की पत्नियां थीं, तो कुछ बिजनेस करने वाले परिवारों से आई थीं.

डॉ. मनोज कौशिक ने बताया कि कुंभ के लिए बने अस्पतालों में अब तक लगभग 64,000 मरीजों का इलाज किया जा चुका है.

वीडियो: प्रयागराज महाकुंभ जाने की तैयारी में है तो ये वीडियो जरूर देख लीजिए

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