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ट्रंप-पुतिन की मुलाकात से पहले पीएम मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से क्या बात की?

Volodymyr Zelenskyy ने PM Narendra Modi से बात करते हुए Russia पर कड़े प्रतिबंधों, खासकर तेल निर्यात पर अंकुश लगाने की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि रूस की Ukraine के साथ युद्ध जारी रखने की क्षमता कमजोर हो सके.

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2024 G7 Summit में राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की (बाएं) और पीएम नरेंद्र मोदी (दाएं). (PTI)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार, 11 अगस्त को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से टेलीफोन पर बातचीत की. इस दौरान दोनों नेताओं ने रूस-यूक्रेन युद्ध, शांति प्रयासों और द्विपक्षीय सहयोग से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की. जेलेंस्की ने बताया कि सितंबर में न्यूयॉर्क में होने वाले संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) सत्र के दौरान उनकी पीएम मोदी के साथ मीटिंग होगी.

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इन दोनों नेताओं के बीच ऐसे समय में चर्चा हुई है जब आने वाली 15 अगस्त को अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ऐतिहासिक बातचीत के लिए मिलने वाले हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बैठक के बाद रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर कोई निर्णायक फैसला लिया जा सकता है. हालांकि राष्ट्रपति जेलेंस्की पहले ही साफ कर चुके हैं कि वे यूक्रेन की जमीन पर रूस का कब्जा स्वीकार नहीं करेंगे.

प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से जारी बयान के मुताबिक, राष्ट्रपति जेलेंस्की ने यूक्रेन की मौजूदा स्थिति और हाल के घटनाक्रमों की पीएम मोदी को जानकारी दी. जेलेंस्की से बात करते हुए पीएम मोदी ने एक बार फिर रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए भारत के स्थिर और अडिग रुख को दोहराया.

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उन्होंने कहा कि भारत जल्द से जल्द शांति बहाल करने की कोशिशों का समर्थन करता है. पीएम मोदी ने इस दिशा में हरसंभव सहयोग देने का भरोसा दिया है. दोनों नेताओं ने भारत-यूक्रेन के बीच बढ़ती द्विपक्षीय साझेदारी की  समीक्षा भी की और आपसी हितों से जुड़े क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर विचार किया.

पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा,

"राष्ट्रपति जेलेंस्की से बात करके और हाल के घटनाक्रमों पर उनके विचार जानकर मुझे खुशी हुई. मैंने उन्हें संघर्ष के जल्दी और शांतिपूर्ण समाधान की जरूरत पर भारत की दृढ़ स्थिति के बारे में बताया. भारत इस मामले में हरसंभव योगदान देने के साथ-साथ यूक्रेन के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है."

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वहीं यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने बताया कि पीएम मोदी से द्विपक्षीय संबंधों और अंतरराष्ट्रीय कूटनीति से जुड़े सभी अहम मुद्दों पर बात हुई. यूक्रेनी लोगों के लिए पीएम मोदी के गर्मजोशी से भरे समर्थन पर जेलेंस्की ने उनका शुक्रिया अदा किया.

जेलेंस्की ने हाल के रूसी हमलों की जानकारी देते हुए कहा कि कुछ दिन पहले जापोरिझिया के बस स्टेशन पर हुए रूसी बम हमले में कई लोग घायल हुए. उन्होंने आरोप लगाया कि जब युद्ध खत्म करने के लिए कूटनीतिक संभावनाएं बन रही हैं, तब भी रूस युद्धविराम की जगह कब्जा और हमले जारी रखना चाहता है.

राष्ट्रपति जेलेंस्की ने एक्स पर लिखा,

"यह महत्वपूर्ण है कि भारत हमारे शांति प्रयासों का समर्थन कर रहा है और इस रुख से सहमत है कि यूक्रेन से संबंधित हर मामले का फैसला यूक्रेन की भागीदारी से ही होना चाहिए. अन्य तरीकों से नतीजे नहीं मिलेंगे."

उन्होंने रूस पर कड़े प्रतिबंधों, खासकर तेल निर्यात पर अंकुश लगाने की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि रूस की युद्ध जारी रखने की क्षमता कमजोर हो सके.

वोलोडिमिर जेलेंस्की ने बताया कि उन्होंने और पीएम मोदी ने सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान मुलाकात पर सहमति जताई है. इसके अलावा दोनों के बीच एक-दूसरे के देशों का दौरा करने पर भी सहमति बनी है.

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 अगस्त को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी बात की थी. अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के ‘टैरिफ वॉर’ के बीच पीएम मोदी ने कहा था कि वे इस साल के अंत में पुतिन के भारत दौरे का इंतजार कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने पुतिन को अपना 'दोस्त' बताते हुए यूक्रेन संघर्ष के ताजा हालात साझा करने पर उन्हें धन्यवाद दिया था. उन्होंने उम्मीद जताई थी कि यूक्रेन संघर्ष का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से हो.

वीडियो: पीएम मोदी और प्रेसिडेंट पुतिन के बीच फोन कॉल पर क्या बात हुई?

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