कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले (Pahalgam Terrorist Attack) में 28 लोगों की मौत हो गई. दुनिया भर के नेताओं ने हमले की निंदा की है. दुनियाभर की मीडिया में कश्मीर की सुंदरवादी में हुए इस भयानक हमले की चर्चा है. इस बीच पाकिस्तान की मीडिया ने भी आतंकी हमले पर चिंता जताई है. साथ ही उसने आरोप भी लगाया है कि राजनीतिक लाभ के लिए यह हमला एक झूठा अभियान हो सकता है.
'मोदी ने पहले भी ऐसा... ' पहलगाम हमले पर पाकिस्तानी मीडिया ने क्या-क्या बकवास की?
Pahalgam Terrorist Attack: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हमले की पाकिस्तान की मीडिया में भी चर्चा हो रही है. पाकिस्तानी मीडिया ने आरोप लगाया है कि राजनीतिक लाभ के लिए यह हमला झूठा अभियान हो सकता है. और क्या लिख रहा है पाकिस्तान का मीडिया?
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पाकिस्तान के 'ARY न्यूज’ ने लिखा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले भी सियासी लाभ के लिए ऐसी घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं. इससे पाकिस्तान विरोधी भावनाओं को भड़काया जाता है और सरकार आंतरिक विफलताओं से लोगों का ध्यान हटाने की कोशिश करती है.

'Dawn' ने भारतीय मीडिया पर सवाल उठाया और लिखा, “कश्मीर में हमले में 26 लोगों की मौत से पाकिस्तान चिंतित है. हमले के बाद कई भारतीय मीडिया आउटलेट और सोशल मीडिया अकाउंट ने इसे पाकिस्तान से जोड़ना शुरू कर दिया, जबकि इस दावे को पुष्ट करने के लिए कोई सबूत नहीं था.”
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न्यूज पोर्टल ने आगे लिखा,
भारतीय टीवी चैनलों पर ‘पंडितों’ ने अपने पारंपरिक पाकिस्तान विरोधी बयानबाजी को तेज कर दिया. हालांकि, हमले के बाद घंटों तक भारत सरकार की तरफ से इस्लामाबाद की ओर आधिकारिक तौर पर उंगली नहीं उठाई गई.

एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने AFP के सुरक्षा सूत्रों के हवाले से लिखा कि जम्मू और कश्मीर में बंदूकधारियों ने टूरिस्टों पर गोलीबारी की. इसमें कम से कम 26 लोग मारे गए. यह विवादित क्षेत्र में साल 2000 के बाद से नागरिकों पर सबसे घातक हमला था. ‘द नेशन’ ने राहुल गांधी के बयान को कोट किया. न्यूज चैनल ने लिखा,
विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि मोदी सरकार को क्षेत्र में स्थिति सामान्य होने का खोखला दावा करने के बजाय जवाबदेही लेनी चाहिए. कश्मीरी 1989 से नई दिल्ली के शासन के खिलाफ लड़ रहे हैं.
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पाकिस्तान ऑब्जर्वर ने लिखा, 'पहलगाम हमले की कश्मीर रेजिस्टेंस नाम के संगठन ने जिम्मेदारी ली है. ये ग्रुप कश्मीर की डेमोग्राफी बदले जाने से नाराज था. क्योंकि इस प्रक्रिया में 85 हजार से ज्यादा बाहरी लोगों को क्षेत्र में बसाया गया था.
बता दें कि मंगलवार की दोपहर आतंकवादियों के इस हमले में 28 लोगों की मौत हो गई थी. सुरक्षाबल आतंकियों की तलाश कर रहे हैं, जिनमें से 4 की फोटो भी जारी कर दी गई है. दो आतंकवादियों के कनेक्शन पाकिस्तान से भी जुड़ रहे हैं.
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