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पहलगाम आंतकी हमला : नौ साल के बेटे ने दी पिता की चिता को आग, पत्नी हुई बेहोश, जिसने भी देखा रो दिया!

Pahalgam Terror Attack: प्रशांत सत्पथी (43) अपनी पत्नी प्रियदर्शिनी और बेटे के साथ पहलगाम में छुट्टियां मनाने के लिए गए थे. प्रियदर्शिनी ने बताया था कि उनके पति को रोपवे से उतरते समय सिर में गोली लगी थी. गुरुवार, 24 अप्रैल को 9 साल के बेटे ने उनका अंतिम संस्कार किया.

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ओडिशा के प्रशांत सत्पथी पहलगाम हमले में मारे गए (फोटो: इंडिया टुडे)

पहलगाम आतंकी हमले में जिन पर्यटकों की मौत हुई, उनमें ओडिशा (Odisha) के बालासोर निवासी प्रशांत सत्पथी (43) भी शामिल थे (Pahalgam Terror Attack). गुरुवार, 24 अप्रैल को 9 साल के बेटे ने उनका अंतिम संस्कार किया. इस दौरान वहां मौजूद हर शख्स की आंखें नम हो गईं. पत्नी प्रियदर्शिनी ने उनके शव को तब तक नहीं छोड़ा, जब तक वे बेहोश नहीं हो गईं. प्रशांत को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी संख्या में लोग उमड़ पड़े. इस दौरान मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी समेत कई बड़े मंत्री उपस्थित रहे.

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TOI की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रशांत सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (CIPET) में काम करते थे. वे अपनी पत्नी प्रियदर्शिनी और बेटे के साथ जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में छुट्टियां मनाने के लिए गए थे. प्रियदर्शिनी ने बताया था कि उनके पति को रोपवे से उतरते समय सिर में गोली लगी थी. श्मशान घाट की ओर जाने वाले रास्ते पर खड़े दर्शकों की आंखों में आंसू आ गए, जब 9 साल का बेटा तनुज अपने पिता के शव के साथ खील (लाई) फेंकने की परंपरा को निभा रहा था. नन्हा सा लड़का, अपने पिता की मौत के बाद पूरी तरह से स्तब्ध था. वह केवल अपने बड़ों द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन कर रहा था.

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अंतिम यात्रा में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, परिवहन मंत्री बिभूति भूषण जेना और बालासोर के सांसद प्रताप चंद्र सारंगी शामिल थे, जो तनुज के साथ उनके आवास से लगभग एक किलोमीटर दूर श्मशान घाट तक चले. CM माझी ने शोकसंतप्त परिवार से मुलाकात की और प्रशांत की पत्नी और बुजुर्ग मां को सांत्वना दी. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा,

मैं इस घटना की कड़ी निंदा करता हूं और राज्य सरकार संकट की इस घड़ी में प्रशांत सत्पथी के परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है. राज्य सरकार 20 लाख रुपये की वित्तीय सहायता, उनकी पत्नी को नौकरी और उनके बेटे की शिक्षा का खर्च उठाएगी.

तनुज ने पिता की चिता को मुखाग्नि दी और लोगों ने 'जय हिंद' और 'प्रशांत सत्पथी अमर रहे' के नारे लगाए.

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