The Lallantop

जरूरी था 'ऑपरेशन सिंदूर', एक्सपर्ट बोले- 'हर हाल में कार्रवाई होगी, चाहे परिणाम कुछ भी हो'

जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के प्रोफेसर हैप्पीमॉन जैकब ने मौजूदा हालात का अध्ययन किया है. उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के समर्थन में कुछ तर्क दिए हैं जो साबित करते हैं कि भारत के लिए इस मिशन को अंजाम देना कितना जरूरी था.

post-main-image
भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' से पूरी दुनिया को मैसेज दिया है. (तस्वीर: AP)

'ऑपरेशन सिंदूर' (Operation Sindoor) आतंकवाद के खिलाफ एक सही और तर्कसंगत कार्रवाई थी. इसके कई कारण हैं. जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के प्रोफेसर हैप्पीमॉन जैकब ने मौजूदा हालात का अध्ययन किया है. वो 'भारत की विदेश नीति' के बारे में पढ़ाते हैं. जैकब, ‘इंडियाज वर्ल्ड’ के संपादक हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा के विषय पर बहुत अच्छी पकड़ रखते हैं. उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के समर्थन में कुछ तर्क दिए हैं जो साबित करते हैं कि भारत के लिए इस मिशन को अंजाम देना कितना जरूरी था.

आतंकवाद बर्दाश्त नहीं

जैकब लिखते हैं कि 'ऑपरेशन सिंदूर' एक मैसेज है- भारत सरकार किसी भी कीमत पर आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगी. आतंकियों के खिलाफ हर हाल में कार्रवाई की जाएगी, चाहे इसका परिणाम कुछ भी हो.

बिना देरी होगी कार्रवाई

भारत अब छोटे स्तर के मिलिट्री एक्शन के लिए लंबा वक्त नहीं लेगा और कार्रवाई भी छोटे स्तर तक सीमित नहीं रहेगी. जैसे 2016 का सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 का एयरस्ट्राइक. भविष्य में आतंकी हमले के जवाब में, भारत अलग-अलग लेवल की सैन्य ताकत का इस्तेमाल कर सकता है. देश के पास जवाब देने के कई तरीके हैं.

आतंकवाद और सैन्य कार्रवाई में अंतर

इस ऑपरेशन से ये मैसेज भी जाता है कि भारत इस बात को समझ गया है- आतंकवाद और मिलिट्री एग्रेशन में बहुत बड़ा फर्क नहीं है. पाकिस्तान हमेशा से ही इस फर्क को दिखाकर फायदा उठाता रहा है. यानी कि पाकिस्तान मिलिट्री एग्रेशन के नाम पर आतंकवाद को बढ़ाता रहा है. भारत को ये डर भी दिखाता रहा कि अगर भारत ने जवाब दिया तो हालात बिगड़ सकते हैं. इसी कारण भारत कई बार चुप भी रहा. लेकिन पाकिस्तान अब इस बहाने की आड़ नहीं ले पाएगा. आतंकी हमला हो या मिलिट्री एग्रेशन… भारत हर मामले में कार्रवाई करेगा.

परमाणु युद्ध की धमकी नहीं चलेगी

पाकिस्तान ये भी कहता रहा है कि भारत अगर सेना का इस्तेमाल करेगा, तो मामला सीधे परमाणु युद्ध तक पहुंच सकता है. इसलिए भी भारत कई बार सैन्य जवाब नहीं देता था. लेकिन 'ऑपरेशन सिंदूर' ने इस बात को गलत साबित कर दिया है. भारत ने दिखा दिया है कि उसने पाकिस्तान की परमाणु धमकियों को भी नजरअंदाज कर दिया है.

पाकिस्तान अब ये नहीं कह सकता कि वो परमाणु युद्ध की धमकी देकर भारत को रोक लेगा. 

सबूत का इंतजार नहीं करेगा भारत

भारत अब पाकिस्तान से पक्के सबूत का इंतजार नहीं करेगा. अगर पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादी भारत पर हमला करते हैं और पाकिस्तान उन्हें सजा नहीं देता, तो भारत सीधे जवाबी कार्रवाई कर सकता है.

दुनिया को सबूत दिखाना जरूरी नहीं

भारत इंटरनेशनल कम्युनिटी को ये बताना जरूरी नहीं समझेगा कि हमले के लिए कौन जिम्मेदार है. क्योंकि मुंबई हमला और पठानकोट जांच जैसे मामलों में पाकिस्तान ने ठीक से कार्रवाई नहीं की.

आतंकियों को रोके पाकिस्तान

‘ऑपरेशन सिंदूर’ ये दिखाता है कि अब अगर भारत पर आतंकी हमला होता है, तो उसे सीधे पाकिस्तान की ओर से सैन्य हमला माना जाएगा. इसका मतलब है कि हमले को रोकने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है. अब भारत ने साफ कर दिया है कि आतंकवाद होगा तो सेना से जवाब मिलेगा.

आतंकवाद के खिलाफ डर

भारत ने आतंकवाद के खिलाफ डर पैदा किया है. जैसा 2019 की बालाकोट एयरस्ट्राइक से हुआ था. उस हमले के बाद पाकिस्तान ने बड़े आतंकी हमले नहीं किए, लेकिन पहलगाम हमला उस डर को तोड़ गया. अब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए भारत वही सख्ती और चेतावनी दोबारा दिखा रहा है.

संयम बरतने का विचार नहीं चलेगा

भारत के नजरिए से अब दूसरे देशों को तय करना होगा कि वो भारत के साथ हैं या नहीं. जो देश भारत को संयम बरतने और बातचीत की सलाह देंगे, उनकी बात ज्यादा नहीं मानी जाएगी.

ये भी पढ़ें: लाहौर में ये हुआ क्या? धमाके और सायरन की आवाजें, धुएं का गुबार और घरों से भागते लोग

पाकिस्तान पर दबाव बनाना होगा

आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में भारत अपने रणनीतिक साथियों से समर्थन की उम्मीद करेगा. भारत चाहेगा की उसके मित्र देश पाकिस्तान पर दबाव बनाएं. जो देश भारत की जवाबी कार्रवाई की आलोचना करेंगे, भारत उन पर सख्ती से प्रतिक्रिया देगा. भारत अपनी बड़ी अर्थव्यवस्था, वैश्विक भूमिका और प्रवासी ताकत का इस्तेमाल करके ये समर्थन हासिल करने की कोशिश करेगा.

पूरी ताकत से जवाब देगा भारत

पिछले कुछ सालों में भारत ने आतंकी हमलों पर धीरे-धीरे जवाब देना शुरू किया. पहले सिर्फ तैयारी हुई, फिर सर्जिकल और एयर स्ट्राइक हुईं. लेकिन 2025 का ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अब तक का सबसे बड़ा, असरदार और आगे तक असर डालने वाला सैन्य जवाब है.

बातचीत की उम्मीद खत्म

इस ऑपरेशन के बाद भारत-पाकिस्तान रिश्ते पहले जैसे नहीं रहेंगे. अब बातचीत, कश्मीर मुद्दे पर चर्चा या आपसी मेलजोल की कोई उम्मीद जल्दी नहीं दिखती. कोई भी इस बारे में नहीं सोच रहा है.

वीडियो: दी लल्लनटॉप शो: इंडियन आर्मी ने ऑपरेशन सिंदूर को कैसे अंजाम दिया