इलेक्ट्रिक गाड़ियां बनाने वाली ओला इलेक्ट्रिक ने अब एनर्जी स्टोरेज सॉल्यूशंस के बाजार में कदम रख दिया है. 16 अक्टूबर 2025 को कंपनी ने अपना नया प्रोडक्ट 'ओला शक्ति' लॉन्च किया. ये एक इनोवेटिव एनर्जी स्टोरेज सिस्टम है, जो घरों और छोटे बिजनेस को बिजली कटौती से बचाने के लिए डिजाइन किया गया है. ये प्रोडक्ट एयर कंडीशनर, फ्रिज, वॉटर पंप जैसे जरूरी डिवाइस को पावर दे सकता है. फुल लोड पर ये डेढ़ घंटे तक बैकअप देता है, जो रोजमर्रा की जरूरतों के लिए काफी उपयोगी साबित हो सकता है.
ये Ola 'शक्ति' क्या है, जिससे बिजली जाने के बाद भी AC, फ्रिज, मोटर सब चलेगा?
Ola का दावा है कि फुल लोड पर भी डेढ़ घंटे तक बैकअप मिलेगा.


ओला इलेक्ट्रिक के CEO भाविश अग्रवाल ने ओला शक्ति के लॉन्च की घोषणा की. इस दौरान उन्होंने कहा,
“ओला शक्ति हमारे एनर्जी इकोसिस्टम को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है. हम भारत के हर घर को सस्टेनेबल एनर्जी से जोड़ना चाहते हैं. हम पावर बैक अप, सोलर स्टोरेज के साथ-साथ वोल्टेज स्टेबिलिटी और वावर पोर्टेबिलिटी भी देंगे.”
कंपनी का लक्ष्य इलेक्ट्रिक मोबिलिटी से आगे बढ़कर पूरे एनर्जी सेक्टर को कवर करना है. ओला शक्ति बैटरी-आधारित स्टोरेज सॉल्यूशन है. जो रिन्यूएबल एनर्जी सोर्स जैसे सोलर पैनल्स से इंटीग्रेट हो सकता है. इससे बिजली बिल कम होगा और पर्यावरण को फायदा पहुंचेगा.
इसके चार वर्जन उपलब्ध होंगे. 1.5 kWh, 3 kWh, 5.2 kWh, और 9.1 kWh के. कीमत की बात करें तो, बेसिक मॉडल की कीमत 29 हजार 999 रुपये हैं. 3 kWh मॉडल 55 हजार 999 रुपये में मिलेगा. 5.2 kWh 1 लाख 19 हजार 999 रुपये का होगा. और 9.1 kWh वाला मॉडल 1 लाख 59 हजार 999 रुपये का आएगा.
ओला शक्ति को इंस्टॉल करना आसान होगा. ये प्लग-एंड-प्ले टेक्नोलॉजी पर काम करता है. इसमें स्मार्ट ऐप कनेक्टिविटी भी है. जिससे यूजर्स बैटरी लेवल, एनर्जी यूज और चार्जिंग स्टेटस चेक कर सकते हैं. इसके लिए प्री बुकिंग शुरू हो चुकी हैं. कस्टमर्स 999 रुपये में इसे प्री बुक कर सकते हैं. कंपनी के मुताबिक डिलीवरी मकर संक्रांति 2026 तक शुरू हो जाएगी.
कुल मिलाकर, ओला शक्ति उन परिवारों के लिए बूस्टर है जो बिजली की अनिश्चितता से तंग आ चुके हैं. ये न सिर्फ बैकअप देगा, बल्कि ग्रीन एनर्जी को भी बढ़ावा देगा. अगर आप इलेक्ट्रिक लाइफस्टाइल अपनाने की सोच रहे हैं, तो ये प्रोडक्ट चेक आउट करने लायक है. ओला की ये पहल भारत को एनर्जी इंडिपेंडेंट बनाने में मददगार साबित हो सकती है.
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