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नागपुर हिंसा का मुख्य आरोपी फहीम खान धराया, 21 मार्च तक रहेगा पुलिस हिरासत में

Nagpur Violence Fahim Khan Arrested: आरोप लगे हैं कि फहीम खान के भाषण के बाद ही हिंसा भड़की. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है.

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हिंसा के मुख्य आरोपी फहीम खान की गिरफ्तारी हो गई है. (तस्वीर: PTI/इंडिया टुडे)

नागपुर हिंसा में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. मुख्य आरोपी फहीम खान (Fahim Khan) गिरफ्तार हो गया है. कोर्ट में पेशी के बाद आरोपी को 21 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. फहीम खान पर 500 लोगों की भीड़ जुटाकर भड़काऊ भाषण देने का आरोप है. इस बीच पुलिस ने जो एफआईआर दर्ज की है उससे एक महिला पुलिसकर्मी के यौन उत्पीड़न की जानकारी भी मिली है. 

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हिंसा भड़काने का मुख्य आरोपी

आरोप हैं कि फहीम खान के भाषण के बाद ही हिंसा भड़की. 38 साल का आरोपी, माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी ( MDP) नागपुर का ‘शहर अध्यक्ष’ है. वो संजय बाग कॉलोनी, यशोधरा नगर का रहने वाला है. वो नागपुर से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के खिलाफ चुनाव भी लड़ चुका है. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और वो 21 मार्च तक पुलिस हिरासत में रहेगा.

इस बीच फहीम खान का एक पुराना बयान सामने आया है,

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प्रदर्शन कोई भी कर सकता है लेकिन मुसलमानों की कलमें की चादर को क्यों जलाया? पुलिसवालों ने एक पक्ष के लोगों पर लाठीचार्ज किया, हमारे ऊपर... पुलिसवाले सिर्फ आश्वासन का लॉलीपोप दे देते हैं. लेकिन उससे काम नहीं चलेगा. हजरत औरंगजेब के बारे में बोलते है... हमारी कौम को लीडर की जरूरत है... हमारी कौम अपने हक के लिए खुद आवाज उठा लेगी. हमें किसी के त्यौहार से दिक्कत नहीं लेकिन कोई हमारी कुरान, कलमें, दरगाह, मस्जिद पर बोलेगा तो ये गलत है.

महिला पुलिसकर्मी का यौन उत्पीड़नः FIR 

एक महिला पुलिस अधिकारी ने आरोप लगाया है कि कुछ उपद्रवियों ने उनका यौन उत्पीड़न किया. गणेशपेठ पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है. FIR में कुल 51 लोगों के नाम दर्ज किए गए हैं. रिपोर्ट में ये भी लिखा गया है कि इलाके में सांप्रदायिक तनाव भड़काने के उद्देश्य से कुछ लोगों को भड़काऊ नारे लगाते देखा गया था. 

FIR में महिला अधिकारी के यौन उत्पीड़न के बारे में विस्तार से बताया गया है. आरोप है कि उनकी वर्दी खींची गई और उन्हें गलत तरीके से छूने का प्रयास किया गया. पीड़िता घटनास्थल पर तैनात रैपिड कंट्रोल पुलिस (RCP) दस्ते में थीं. उन्होंने तुरंत ही अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी. इसके बाद एक औपचारिक शिकायत दर्ज कर ली गई.

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FIR के मुताबिक, आरोपियों ने मौके पर मौजूद अन्य महिला पुलिसकर्मियों के साथ भी बदतमीजी की. आरोप है कि भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने उन्हें अश्लील इशारे किए और भद्दे कॉमेंट भी किए. इस तरह ड्यूटी पर मौजूद अधिकारियों को डराने की कोशिश की गई.

नागपुर कमिश्नर, रविंद्र सिंघल ने बताया है कि इस हिंसा को लेकर तीन थानों में कुल छह मामले दर्ज हुए हैं. उन्होंने कहा कि महिला पुलिसकर्मियों पर पथराव किया गया. एक महिला पुलिसकर्मी घायल हो गईं. 

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50 लोगों की गिरफ्तारी

17 मार्च को मध्य नागपुर के चिटनिस पार्क, महल इलाके में हिंसा भड़क गई. हिंदूवादी संगठन विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल छत्रपति संभाजीनगर जिले में मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग कर रहे थे. इस दौरान मुस्लिम समुदाय के पवित्र ग्रंथ (कुरान) को जलाए जाने की अफवाह फैल गई. स्थिति तेजी से बिगड़ी और पुलिस पर पथराव हुए. इसमें 34 पुलिसकर्मी घायल हो गए.

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पथराव और आगजनी के सिलसिले में अब तक करीब 50 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इसके अलावा विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कुछ पदाधिकारियों के खिलाफ भी मामले दर्ज हुए हैं. उन पर विरोध-प्रदर्शन के दौरान धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप लगे हैं.

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