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डॉ. प्रवीण सोनी के समर्थन में उतरा IMA, कहा- 'सिरप बनाने वाली कंपनी की गलती...'

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने Dr. Praveen Soni की गिरफ्तारी का विरोध जताया है. डॉ. सोनी ने ही बच्चों को 'Coldrif' Cough Syrup पीने की सलाह दी थी.

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डॉ. प्रवीण सोनी, जिन्होंने मध्य प्रदेश में बच्चों को 'कोल्ड्रिफ' कफ सिरप लेने की सलाह दी (फोटो: इंडिया टुडे)

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में कई बच्चों की मौत के बाद, 4 अक्टूबर को डॉ. प्रवीण सोनी (Dr. Praveen Soni) को गिरफ्तार कर लिया गया. डॉ. सोनी ने ही बच्चों को ‘कोल्ड्रिफ’ कफ सिरप पीने की सलाह दी थी. अब इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने उनकी गिरफ्तारी का विरोध जताया है. IMA, छिंदवाड़ा ने कलेक्टर को पत्र लिखकर मांग की है कि डॉ. सोनी को जल्द से जल्द दोषमुक्त किया जाए.

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आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार, 4 अक्टूबर को डॉ. प्रवीण सोनी और कोल्ड्रिफ सिरप बनाने वाली कंपनी श्रीसन फार्मास्युटिकल्स के खिलाफ FIR दर्ज की गई. इसके बाद, देर रात पुलिस ने डॉ. सोनी को गिरफ्तार कर लिया. डॉ. प्रवीण सोनी के खिलाफ हुई कार्रवाई पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने विरोध जताया है. कलेक्टर को लिखे गए पत्र में IMA का कहना है कि गलती दवाई बनाने वाली कंपनी की है, न कि डॉ. प्रवीण सोनी की. पत्र में लिखा गया,

हम डॉक्टर मरीजों की जांच के बाद ही उन्हें दवाइयां प्रिस्क्राइब करते हैं. दवाइयों की क्वालिटी की जांच करना हमारे कार्यक्षेत्र में नहीं आता.

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ima CHHINDWARA protested against arrest of Dr. Praveen Soni
(फोटो: आजतक)

IMA ने मांग की है-

- डॉक्टर प्रवीण सोनी को जल्द दोषमुक्त किया जाए. 

- ⁠संबंधित दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए. 

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- भविष्य में किसी भी डॉक्टर के साथ इस तरह की घटना की ना दोहराई जाए.

ये भी पढ़ें: कई राज्यों में बैन होने के बाद यूपी सरकार ने भी लिया एक्शन, कफ सिरप जब्त करने के दिए आदेश

डॉ. प्रवीण सोनी, परासिया क्षेत्र में 38 साल से सेवाएं दे रहे थे. वे शिशु रोग विशेषज्ञ हैं. गिरफ्तारी से 4 दिन पहले 'आजतक' से खास बातचीत में डॉ. सोनी ने अपना बचाव करते हुए कहा था, 

मैं ये दवाइयां पिछले 10 साल से लिख रहा हूं. मेसर्स सेसन (जिसे मेसर्स श्रीसन भी कहा जाता है) फार्मास्युटिकल का यहां हेडक्वार्टर है. यह एक-दो दिन की दवाई नहीं है. बहुत सालों से इनका काम चल रहा है... फार्मेसी का फॉर्मूलेशन ये सब फार्मेसी डिपार्टमेंट देखता है. डॉक्टर को तो सब रेडिमेट आता है, सील बंद आता है, इसलिए मैंने लिख दिया.

मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और केरल ने कोल्ड्रिफ कफ सिरप की बिक्री और डिस्ट्रीब्यूशन पर बैन लगा दिया है. क्योंकि, लैब रिपोर्ट में पाया गया कि सिरप में 48.6% जहरीला डाइएथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) है. यह एक जहरीला केमिकल होता है. इसे पीने पर यह किडनी फेल और मौत का कारण बन सकता है. 

वीडियो: राजस्थान में जहरीले कफ सिरप से मरने वालों की संख्या बढ़ी, राज्य सरकार ने लिया एक्शन

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