सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक प्रयागराज महाकुंभ (Prayagraj Mahakumbh) में 50 करोड़ से अधिक लोग स्नान कर चुके हैं. कोई पैदल तो कोई अपने मां-बाप को कांवड़ से महाकुंभ लेकर गया है. इस बीच झारखंड के रामगढ़ से एक ऐसी घटना सामने आई है, जहां एक बेटे ने महाकुंभ स्नान के लिए इंसानियत को ताक पर रख दिया. यहां सेंट्रल कोल फील्ड्स (CCL) में काम करने वाले एक कर्मचारी अखिलेश प्रजापति को महाकुंभ नहाने की कुछ ज्यादा ही दीवानगी थी. ऐसी कि उसने अपनी 65 वर्षीय वृद्ध मां संजू देवी को घर में बंद किया. फिर प्रयागराज महाकुंभ चला गया. साथ में पत्नी को भी ले गया.
बूढ़ी मां को घर में बंद कर कुंभ नहाने प्रयागराज गया, मां भूख से प्लास्टिक खाने को मजबूर हो गई
ताला तोड़ने के बाद जो दिखा, उसे देखकर पड़ोसी हैरान रह गए. वृद्ध संजू देवी भूख के कारण प्लास्टिक खाने की कोशिश कर रहीं थीं.

पूरा मामला रामगढ़ (झारखंड) के अरगड्डा सरका का है. यहां अखिलेश प्रजापति को कुंभ में पुण्य कमाने की ऐसी सनक चढ़ी कि वो अपनी मां को ही ताले में बंद कर गया. तीन दिनों तक बूढ़ी मां पोहा और पानी पर जीवित रहीं. पर जब वो भूख-प्यास से तड़प कर चिल्लाने लगीं. पड़ोसियों ने आवाज सुनी तो उनकी बेटी चांदनी और भाई मनसा महतो को बुलाया. उनके और पुलिस के आने के बाद घर का ताला तोड़ा गया. ताला तोड़ने के बाद जो दिखा, उसे देखकर पड़ोसी हैरान रह गए. वृद्ध संजू देवी भूख के कारण प्लास्टिक खाने की कोशिश कर रहीं थीं. पड़ोसियों ने तुरंत उन्हें संभाला और भोजन करवाया. सूचना पाकर घटनास्थल पर आई रामगढ़ पुलिस ने वृद्ध महिला को घर से निकाला और उन्हें इलाज के लिए रामगढ़ सदर अस्पताल में भर्ती कराया.
इस मामले पर वृद्ध महिला के बेटे अखिलेश से भी फोन पर बात की गई. उसने कहा कि वो और उसकी पत्नी सोमवार (17 फरवरी) को 11 बजे घर से प्रयागराज के लिए निकले थे. वो लोग मां के लिए खाना और बाकी चीजें जैसे पोहा वगैरह रख कर गए थे. चूंकि मां की तबियत ठीक नहीं थी इसलिए उन्हें लेकर नहीं गए. अखिलेश ये भी कहता है कि मां ने ही उन्हें महाकुंभ जाने के लिए कहा था.
वहीं इस पूरी घटना पर जानकरी देते हुए थाना रामगढ़ के इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार ने कहा
इस मामले में सूचना मिली थी कि वृद्ध महिला को घर में बंद कर बेटे, पत्नी और बच्चे, सभी प्रयागराज कुंभ गए हुए हैं. वृद्ध महिला की बेटी को बुलाकर घर का मेन गेट का ताला तोड़कर महिला को निकाला गया है. इलाज के लिए उन्हें रामगढ़ सदर अस्पताल भेज दिया गया है. अगर इस मामले में शिकायत आती है तो इस पर कार्रवाई की जाएगी.
कानून के जानकारों के मुताबिक इस तरह से किसी को घर में बंद कर देना अपराध की श्रेणी में आता है. फिलहाल संजू देवी का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है. वहीं रामगढ़ के एसपी अजय कुमार का कहना है कि ये कृत्य बिल्कुल अमानवीय है. शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी.
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घटना के बाद संजू देवी की बेटी बेटी चांदनी ने उन्हें अपने साथ रखने की इच्छा जताई है. बेटी चांदनी ने ये भी कहा कि मां को उनका भाई कुंभ जाते वक्त उसके पास छोड़कर जा सकता था. पर उसने ऐसा नहीं किया. इसलिए अब वो मां को अपने साथ ले जाना चाहती है.
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