The Lallantop

बेड खाली करने के लिए डॉक्टर ने कहा- 'दयामी की औरत को मार दो', ये ऑडियो झकझोर देगा

लातूर के एक सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों का ऑडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में बेड खाली करने के लिए कथित तौर पर डॉक्टर एक मरीज को मार डालने की बात कह रहे हैं. केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है.

Advertisement
post-main-image
डॉक्टरों के बीच बातचीत का ऑडियो वायरल हो रहा है (India Today)

अस्पताल पहुंच गए तो आपकी जान डॉक्टर के हाथ में है. बचा भी सकते हैं और किसी भी कारणवश ले भी सकते हैं. ‘जान ले सकते हैं’ वाली बात ऐसे ही नहीं कही जा रही है. साल 2021 का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. दो डॉक्टरों के बीच इसमें बातचीत हो रही है. कोरोना महामारी का पीक टाइम था ये. एक डॉक्टर दूसरे से अस्पताल में खाली बेड के बारे में पूछ रहा है. तो दूसरा डॉक्टर कहता है कि अस्पताल में तो बेड खाली नहीं है. इस पर जो जवाब मिलता है, वो डॉक्टरों की संवेदनशीलत और जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल खड़े करता है. वायरल ऑडियो में डॉक्टर बेड खाली करने के लिए अस्पताल में भर्ती एक महिला को 'मार देने' की बात कहता है.

Add Lallantop as a Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, मामला महाराष्ट्र के लातूर जिले के एक सरकारी अस्पताल का है. दयामी अजीमुद्दीन गौसुद्दीन नाम के शख्स ने FIR दर्ज कराई है कि 4 साल पहले उनकी पत्नी लातूर के सरकारी अस्पताल में एडमिट थीं. तब एक डॉक्टर ने बेड खाली करने के मकसद से पत्नी को ‘मार डालने’ का निर्देश दिया था. इतना ही नहीं, डॉक्टर ने उन पर ‘जातिसूचक’ टिप्पणी भी की थी, जिससे वह भावनात्मक रूप से काफी आहत हुए थे. 

डॉक्टर ने कही मरीज को मारने की बात

साल 2021 में कोरोना महामारी की दूसरी लहर अपने चरम पर थी. देश-दुनिया के अस्पताल मरीजों से भरे हुए थे. दयामी अजीमुद्दीन गौसुद्दीन की पत्नी कौसर फातिमा भी कोरोना से संक्रमित होने के बाद 15 अप्रैल 2021 को उदगीर के सरकारी अस्पताल में भर्ती थीं. दयामी की FIR के अनुसार, डॉ. शशिकांत डांगे उनकी पत्नी का इलाज कर रहे थे. फातिमा के भर्ती होने के 7वें दिन वह लंच के समय डॉ. डांगे के पास बैठे थे. तभी उन्हें आरोपी डॉ. शशिकांत देशपांडे का फोन आया. 

Advertisement

डांगे ने फोन स्पीकर पर रखा था. कॉल के दौरान डॉ. देशपांडे ने अस्पताल में खाली बेड के बारे में पूछा. दयामी ने आरोप लगाया कि जब डॉ. डांगे ने बताया कि कोई बेड खाली नहीं है तो डॉ. देशपांडे ने कहा कि 'दयामी की औरत को मार डालो. तुम ऐसे लोगों से निपटने के आदी हो.' इतना ही नहीं, उन्होंने कथित तौर पर दयामी को जातिसूचक गालियां भी दीं.

दयामी ने कहा कि ये सुनकर उन्हें झटका लगा, लेकिन उस समय चुप रहना ही बेहतर था क्योंकि उनकी पत्नी का अभी भी इलाज चल रहा था. कुछ दिनों बाद उनकी पत्नी ठीक हो गई और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. ये मामला यहीं दब गया. 

ऑडियो हो गया वायरल

Advertisement

लेकिन 2 मई 2025 को दोनों डॉक्टरों की कथित बातचीत का ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. दयामी ने कहा कि डॉक्टरों की वही परेशान करने वाली बात फिर से सुनकर उन्हें सदमा लगा है. उनकी धार्मिक भावनाओं को भी ठेस पहुंची है. इसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.

ऑडियो में क्या है?

वायरल ऑडियो में डॉ. देशपांडे मराठी में कथित तौर पर यह कहते हुए सुने गए कि ‘किसी को भी अंदर मत जाने दो. बस उस दयामी की औरत को मार दो.’ इस पर डॉ. डांगे सावधानी से जवाब देते हुए कहते हैं कि ‘ऑक्सीजन सपोर्ट पहले ही कम कर दिया गया था.’ 

गौसुद्दीन की शिकायत के आधार पर उदगीर शहर की पुलिस ने 24 मई को देशपांडे के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कार्य करने और अन्य अपराधों के लिए केस दर्ज किया. इंस्पेक्टर दिलीप गाडे ने बताया कि वायरल ऑडियो क्लिप की प्रमाणिकता की पुष्टि की जा रही है. देशपांडे का फोन जब्त कर लिया गया है.

पुलिस ने डॉ. डांगे और देशपांडे दोनों को नोटिस जारी किया है. गाडे ने बताया कि डांगे जिले से बाहर हैं और कल आएंगे. इसके बाद हम उनका फोन जब्त करेंगे.

वीडियो: कन्नप्पा के लिए प्रभास और मोहनलाल कैसे माने? विष्णु मंचू सब बताया

Advertisement