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भाई की मौत का बदला लेने के लिए खाई चोरी की कसम, सिर्फ जैन मंदिरों को करता था टारगेट

नीलेश ने बताया कि उसके भाई को जैन मंदिर में चोरी के आरोप में फंसाया गया था. जिसके बाद उसने आत्महत्या कर ली थी. नीलेश ने बताया कि इसके बाद से उसने जैन मंदिरों में चोरी करने की कसम खा ली.

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विदिशा का 500 साल पुराना जैन मंदिर. (तस्वीर: इंडिया टुडे )

मध्य प्रदेश के विदिशा में पुलिस ने जैन मंदिरों को टारगेट कर चोरी करने के आरोप में एक शख्स को गिरफ्तार किया है. आरोपी का नाम नीलेश राजपूत है. पुलिस का कहना है कि 40 वर्षीय नीलेश अपने भाई की ‘मौत का बदला’ लेना चाहता था इसलिए उसने कथित तौर पर 101 जैन मंदिरों में चोरी करने का ‘प्रण’ लिया था. हाल में उसने विदिशा के 500 साल पुराने जैन मंदिर में चोरी की थी, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

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इंडिया टुडे से जुड़े विवेक सिंह ठाकुर की रिपोर्ट के मुताबिक, नीलेश ने 11 मई की रात, विदिशा के गांधीनगर में स्थित आदिनाथ जैन मंदिर में चोरी की थी. जहां उसने 35 प्रतिमाओं पर लगे चांदी और पीतल के छत्र चुरा लिए थे. घटना के बाद मंदिर के अध्यक्ष रमेश चंद जैन ने पुलिस में इसकी शिकायत दी. SP रोहित काशवानी ने बताया कि जानकारी मिलते ही जांच के लिए पुलिस ने फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉड की मदद ली. 

CCTV फुटेज खंगाले गए. सभी इनपुट के आधार पर पुलिस ने नीलेश को गंजबासौदा रेलवे स्टेश से गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद उसके जैन मंदिरों को टारगेट करने की बात सामने आई. रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस को नीलेश ने बताया कि उसके भाई को जैन मंदिर में चोरी के आरोप में फंसाया गया था. जिसके बाद नीलेश के भाई ने आत्महत्या कर ली थी. नीलेश ने बताया कि इसके बाद से उसने जैन मंदिरों में चोरी करने की कसम खा ली.

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पुलिस ने बताया कि नीलेश के खिलाफ 30 से अधिक FIR दर्ज हैं. साथ ही उसने 79 ऐसे ही अन्य चोरी की वारदातों को अंजाम दिया है. जिनमें ज्यादातर जैन मंदिरों को ही टारगेट किया गया है. नीलेश ने विदिशा, भोपाल, दमोह, रायसेन, इटारसी जिलों के जैन मंदिरों में चोरियां की थीं. पुलिस ने बताया कि करीब 20 दिन पहले ही नीलेश रायसेन जेल से छूट कर बाहर आया था.

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