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11 साल के बच्चे ने गेम में पापा के 13 लाख गंवाए, फिर दी जान, अब सामने आया तीसरे शख्स का हाथ

Lucknow के रहने वाले पिता का कहना है कि उस तीसरे शख्स ने उनके बेटे से बैंक खाते को गेम से लिंक करवाया. और इसके बाद खेल शुरू हुआ पैसे ट्रांसफर करने का.

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पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. (सांकेतिक तस्वीर: एजेंसी/Pexels)
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संतोष शर्मा

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में 14 साल के एक बच्चे ने अपनी जान दे दी. बताया गया कि बच्चे ने ऑनलाइन गेम (Online Game) में अपने पिता के 13 लाख रुपये गंवा दिए थे. इस घटना के 11 दिन बाद, मामले में नया मोड़ आया है. बच्चे के पिता सुरेश ने मोहनलालगंज थाने में FIR दर्ज कराई है. उन्होंने आरोप लगाया है कि किसी अज्ञात शख्स ने उनके बेटे को उकसाया था.

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FIR के मुताबिक, बच्चे को लालच दिया गया कि उसके पैसों को दोगुना कर दिया जाएगा. इसके बाद उससे कई बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करवाए गए. लेकिन जब बच्चे ने वादे के मुताबिक दोगुने पैसे मांगे, तो आरोपी उसे धमकी देने लगा. पुलिस ने बताया कि बच्चे के पिता ने जमीन बेचकर अपने बैंक खाते में 13 लाख रुपये जमा किए थे. 

15 सितंबर को सुरेश 20 हजार रुपये निकालने बैंक पहुंचे. वहां उनको पता चला कि उनके खाते से 13 लाख रुपये ऑनलाइन गेम में ट्रांसफर किए गए हैं. इसके बाद 16 सितंबर को खबर आई कि बच्चे ने अपनी जान दे दी है. FIR में पिता ने बताया है कि किसी अज्ञात शख्स ने उनके बेेटे को ऑनलाइन गेम फ्री-फायर खेलने को कहा. इसके बाद पैसे दोगुना करने का लालच दिया और बहला-फुसला कर बच्चे से बैंक अकाउंट को गेम से लिंक करवा लिया.

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आरोपी इसके बाद भी नाबालिग बच्चे को बरगलाता रहा और अलग-अलग बैंक खातों में उससे 13 लाख रुपये ट्रांसफर करवा लिए. कक्षा छह में पढ़ने वाले इस बच्चे ने जब आरोपी से पैसे मांगे, तो उसने उसे डराया-धमकाया. बच्चे के पिता के अनुसार, इन कारणों से उनका बेटा अवसाद में आ गया और उसने अपनी जान दे दी.

26 सितंबर को पीड़ित पिता की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया. अज्ञात आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और IT एक्ट की धारा 66D (कंप्यूटर संसाधनों के जरिए पहचान छुपाकर धोखा देना) के तहत FIR दर्ज हुई है.

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(अगर आप या आपके किसी परिचित को खुद को नुकसान पहुंचाने वाले विचार आ रहे हैं तो आप इस लिंक में दिए गए हेल्पलाइन नंबरों पर फोन कर सकते हैं. यहां आपको उचित सहायता मिलेगी. मानसिक रूप से अस्वस्थ महसूस होने पर डॉक्टर के पास जाना उतना ही जरूरी है जितना शारीरिक बीमारी का इलाज कराना. खुद को नुकसान पहुंचाना किसी भी समस्या का समाधान नहीं है.)

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