केरल में रिश्वत मांगने के आरोप में ईडी के एक अधिकारी समेत चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है (Case Against ED Officer). आरोप है कि अधिकारी ने जांच निपटाने के लिए एक बिजनेसमैन से पैसों की मांग की थी. हालांकि, अभी तक ईडी अधिकारी को गिरफ्तार नहीं किया गया है. जबकि एजेंसी और बिजनेसमैन के बीच बिचौलियों के रूप में काम करने वाले तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है.
जांच निपटाने के लिए मांगी रिश्वत, ED अफसर समेत 4 पर केस दर्ज, पुलिस ने रंगे हाथों पकड़ा
Kerala Case Against ED Officer: आरोपियों में से एक विल्सन ने पीड़ित से संपर्क किया और कहा कि अगर वह ED अधिकारी को 2 करोड़ रुपये का पेमेंट कर दे तो मामला सुलझ जाएगा. इसके बाद पुलिस ने विल्सन को रंगे हाथों पकड़ने के लिए जाल बिछाना शुरू किया. उसके पकड़े जाने के बाद केस खुला.
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इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, केरल में सतर्कता और एंटी करप्शन ब्यूरो (VACB ) ने जो रिपोर्ट पेश की है. उसमें प्रवर्तन निदेशालय (ED) कोच्चि इकाई के असिस्टेंट डायरेक्टर शेखर कुमार को प्रथम आरोपी के रूप में नामित किया गया है. VACB (सेंट्रल) के SP एस. शशिधरन ने कहा कि उन्होंने कोल्लम के काजू व्यापारी अनीश कुमार की शिकायत पर कार्रवाई की. शिकायत के मुताबिक, 2024 में ईडी ने अफ्रीका से काजू इम्पोर्ट करने के संबंध में अनीश को समन भेजा था. जिसमें अधिकारी ने कथित तौर पर पिछले आठ सालों के इम्पोर्ट का ब्यौरा मांगा था. साथ ही फैक्ट्री मालिक पर अपने टर्नओवर को गलत तरीके से पेश करने और सीक्रेट बैंक खातों के जरिए अपने मुनाफे को विदेश में भेजने का आरोप लगाया था.
द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, तीन अन्य आरोपियों में से एक विल्सन ने अनीश से संपर्क किया और कहा कि अगर ईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर को 2 करोड़ रुपये का पेमेंट किया जाए तो मामला सुलझ जाएगा. VACB ने बताया कि विल्सन ने बिजनेसमैन अनीश के मोबाइल फोन पर कई बार संपर्क किया. जांचकर्ताओं ने दावा किया कि उसने अनीश से कहा कि वह उसे दूसरा ईडी समन भेजकर एजेंसी के लिए बिचौलिया होने की बात साबित कर सकता है. और हुआ भी यही. अनीश को 14 मई, 2025 को ईडी से दूसरा समन मिल गया.
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पुलिस ने बिछाया जालरिपोर्ट के मुताबिक, विल्सन ने अनीश को दोबारा फोन किया और एडवांस 2 लाख रुपये की मांग की. उसने कहा कि 15 मई, 2025 को दोपहर 3.30 बजे पनमपल्ली नगर में एक जगह पर अनीश पैसे पहुंचा दे. इसके बाद अनीश ने DSP (VACB), एर्नाकुलम से संपर्क किया और शिकायत दर्ज कराई. जांचकर्ताओं ने विल्सन को रंगे हाथों पकड़ने के लिए जाल बिछाना शुरू किया. नोटों पर फीनॉलफ्थैलीन नाम का एक सफेद पाउडर लगाया गया. जो पानी के संपर्क में आने पर गुलाबी हो जाता है.
VACB ने उस जगह पर सादे कपड़ों में अधिकारी तैनात कर दिए, जिन्हें ऑपरेशन की सीक्रेट रिकॉर्डिंग करनी थी. इसके बाद अनीश तय वक्त पर विल्सन से मिलने पहुंच गया और 2 लाख रुपये उसे सौंप दिए. जैसे ही विल्सन ने अपने हाथ में रुपयों की गड्डी ली. तुरंत ही, VACB अधिकारियों उसे घेर लिया. अधिकारियों ने उससे कहा कि वह पानी के एक बीकर में अपने हाथ डुबोए. जैसे ही आरोपी ने पानी में हाथ डुबोए तो उसकी उंगलियां गुलाबी हो गईं और अधिकारियों ने उसे हिरासत में ले लिया.
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