कोलकाता में गीता पाठ कार्यक्रम के दौरान नॉन वेज बेचने वालों को पीटने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. तृणमूल कांग्रेस और CPI(M) ने भाजपा पर लोगों के खाने पर रोक लगाने की कोशिश का आरोप लगाया है. वहीं भाजपा ने कहा है कि यह साबित नहीं हुआ है कि हमलावर भाजपा से जुड़े हुए लोग थे.
क्या है कोलकाता में गीता पाठ के दौरान चिकन बेचने का विवाद, जिस पर मचा है इतना बवाल?
Kolkata Non-Veg Vendor Beaten Row: घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिस पर विवाद खड़ा हो गया है. पुलिस ने कहा है कि वह पूरे मामले की जांच कर रही है. वहीं तृणमूल कांग्रेस और CPI(M) ने इस मुद्दे को लेकर भाजपा पर हमला बोला है.


मालूम हो कि कोलकाता में बीते दिनों गीता पाठ कार्यक्रम हुआ था. इस कार्यक्रम में कई संत समेत हिंदू संगठनों से जुड़े नेता और पश्चिम बंगाल BJP के कई प्रमुख नेता शामिल हुए थे. कार्यक्रम के दौरान कुछ लोगों द्वारा नॉन वेच बेच रहे फूड वेंडर्स के साथ मारपीट की घटना सामने आई थी. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोग दो व्यक्तियों पर चिल्लाते हुए देखे जा सकते हैं. एक व्यक्ति चिल्लाते हुए कहता है, “तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई हिंदू कार्यक्रम में चिकन बेचने की?” वहीं सामने खड़े दो लोग हमलावरों से हाथ जोड़कर उन्हें न पीटने की गुजारिश करते दिख रहे हैं.
पुलिस ने शुरू की जांचद हिंदू के अनुसार जिन दो दुकानदारों के साथ मारपीट की गई, उनका नाम शेख रियाजुल और सलाउद्दीन है. दोनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया है कि कुछ लोगों ने मिलकर उन पर हमला किया. वहीं रियाजुल ने मीडिया से बात करते हुए बताया,
मैं 20 साल से ज़्यादा समय से यह धंधा कर रहा हूं. उन्होंने पहले मुझसे पूछा कि क्या मैं चिकन बेच रहा हूं. जब मैंने हां कहा तो उन्होंने मेरा सामान फेंक दिया और मुझे पीटना शुरू कर दिया.
रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने इस मामले में शिकायत दर्ज कर ली है और सोशल मीडिया के वीडियो और CCTV फुटेज की जांच कर रही है. इस मामले पर अब सियासी घमासान भी शुरू हो गया है. कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) के नेताओं ने भी इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. वहीं तृणमूल कांग्रेस और CPI(M), दोनों ने BJP पर आरोप लगाया है कि वह पश्चिम बंगाल में नॉन-वेज खाने पर बैन लगाने की कोशिश कर रही है. द हिंदू के अनुसार पश्चिम बंगाल की वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा,
गीता खुद सिखाती है कि लोगों को सहिष्णु होना चाहिए और सभी समुदायों के साथ मिलकर रहना चाहिए. जब मछली या मांस एक्सपोर्ट होता है, तो केंद्र सरकार उससे पैसे कमाती है, लेकिन उन्हें एक मेहनती आदमी के चिकन पफ बेचने से दिक्कत है.
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भाजपा ने दिया जवाबवहीं पूरे विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा सांसद सुकांत मजूमदार ने कहा है कि यह किसी ने साबित नहीं किया है कि हमलावर भाजपा के थे या नहीं. साथ ही उन्होंने कहा कि एक हिंदू कार्यक्रम में नॉन-वेज खाना बेचने की वजह से कुछ लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हो सकती हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि अगर कोई शुक्रवार की नमाज़ के दौरान मस्जिद के सामने शराब बेचे, तो क्या वह स्वीकार्य होगा.
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