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‘माइग्रेन था या मारपीट?’ श्रीनगर के स्कूल में बच्ची की कथित पिटाई पर बवाल, जांच के आदेश

स्कूल प्रशासन ने लड़की के परिवार द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि लड़की ने मंगलवार को सिरदर्द की शिकायत की थी.

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श्रीनगर के इसी स्कूल में टीचर्स पर बच्ची को पीटने का आरोप लगा है (PHOTO: Facebook/@Presentation Convent Higher Secondary School, Srinagar)

श्रीनगर के एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाली लड़की को दो शिक्षकों ने सजा के तौर पर पीटने का आरोप लगा है.. इससे पूरे शहर में भारी आक्रोश फैल गया है. लड़की को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. हालांकि स्कूल ने इन आरोपों से इनकार किया है. स्कूल का कहना है कि शिक्षकों ने लड़की की पिटाई नहीं की. दूसरी ओर राज्य सरकार ने इस मामले को बढ़ता देख इस कथित ‘फिजिकल सजा’ की जांच के आदेश दिए हैं.

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द कश्मीर एज की रिपोर्ट के मुताबिक लड़की प्रेजेंटेशन कॉन्वेंट हायर सेकेंडरी स्कूल में कक्षा तीन की छात्रा थी. लड़की के माता-पिता ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी को बहुत पीटा गया और स्कूल की ओर से उसे कोई मेडिकल सहायता भी नहीं दी गई. कश्मीर एज ने माता-पिता के हवाले से बताया कि, 

उसे कोई मेडिकल सुविधा नहीं दी गई और न ही माता-पिता को समय पर सूचित किया गया.

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रिपोर्ट में आगे कहा गया कि घटना की सूचना मिलने पर वे स्कूल पहुंचे और बच्ची को अस्पताल ले गए. उन्होंने बताया कि बच्ची को उल्टियां हो रही थीं और वह बेहोश हो गई थी. इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में दिख रहा है कि बेहोशी की हालत में बच्ची का अस्पताल में इलाज चल रहा है. बच्ची के परिवार ने कहा कि यह एक गंभीर मामला है और राज्य सरकार से जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की. उन्होंने कहा

शिक्षकों को नाबालिग बच्ची की बेरहमी से पिटाई करने के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए. उन पर कार्रवाई होनी चाहिए.

हालांकि, स्कूल प्रशासन ने लड़की के परिवार द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि लड़की ने मंगलवार को सिरदर्द की शिकायत की थी. किसी टीचर ने उसकी पिटाई नहीं की थी. स्कूल ने कहा कि लड़की को स्कूल के मेडिकल रूम में ले जाया गया और उसे दवा भी दी गई. ग्रेटर कश्मीर ने माता-पिता के हवाले से कहा कि 

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क्लास टीचर ने तुरंत उसे स्कूल के मेडिकल रूम में पहुंचाया और दोपहर 2 बजे के आसपास उसके माता-पिता को फोन किया गया. फोन किए जाने पर, माता-पिता ने सलाह दी कि बच्ची को एक दर्द गोली दी जाए क्योंकि उसे माइग्रेन की समस्या है.

स्कूल मैनेजमेंट ने यह भी कहा कि स्कूल के स्वास्थ्य कक्ष की निगरानी सीसीटीवी कैमरों से की जाती है. इसकी फुटेज को स्कैन करके देखा जा सकता है कि कर्मचारियों ने बच्ची की उचित देखभाल की है या नहीं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जब लड़की के पिता दोपहर 2.35 बजे स्कूल पहुंचे, तो उन्होंने स्टाफ पर चिल्लाना शुरू कर दिया. 

इस बीच, राज्य सरकार ने मामले पर संज्ञान लिया है और शिक्षा मंत्री सकीना इटू ने कहा है कि शिक्षा विभाग कथित ‘फिजिकल सजा’  की जांच करेगा. श्रीनगर में पत्रकारों से बात करते हुए इटू ने कहा कि यह मामला मेरे संज्ञान में आ चुका है और मैंने स्कूली शिक्षा निदेशक कश्मीर को घटना की जांच शुरू करने का निर्देश दिया है. 

(यह भी पढ़ें: श्रीनगर के स्कूल में लड़कियों को ऐसा क्या पहनने से रोका, जो सड़क तक बवाल मच गया?)

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