जेल से रेफर हुए चार खतरनाक अपराधी इलाज के नाम पर जयपुर के होटल में अय्याशी करने पहुंचे. पुलिसवालों के साथ सांठगांठ करके यह पूरा खेल चल रहा था. प्लानिंग तो फरार होने तक की थी, लेकिन पुलिस के आला अधिकारियों को इसकी खबर लग गई. अब कैदी खुद तो पकड़े गए ही, साथ देने वाले रिश्तेदारों और पुलिसवालों को भी पुलिस ने धर लिया.
जेल से अस्पताल को निकले कैदी पुलिसवालों के साथ हुए गायब, ढूंढा तो सारे होटल में मिले
Jaipur: कैदियों ने एक महीने पहले ही इलाज के लिए अस्पताल में रेफर होने की पर्ची बनवा ली थी. इन्हें पुलिसवालों की सुरक्षा में सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में मेडिकल चेकअप के लिए जाना था. लेकिन कुछ देर बाद पुलिस को पता चला कि ये कैदी अस्पताल में नहीं हैं.

मामला शनिवार, 24 मई का है. इंडिया टुडे से जुड़े विशाल शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक, जयपुर पुलिस को जानकारी मिली थी कि जेल में बंद कैदी अस्पताल में जाने के बहाने शहर के होटल में पार्टी करने पहुंच गए हैं. इनमें से चार कैदियों के खिलाफ हत्या और बलात्कार जैसे संगीन मामले दर्ज हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक कैदियों ने एक महीने पहले ही इलाज के लिए अस्पताल में रेफर होने की पर्ची बनवा ली थी. जयपुर पुलिस के प्रेस नोट के मुताबिक, इन्हें पुलिसवालों की सुरक्षा में सवाई माधो सिंह (एसएमएस) मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में मेडिकल चेकअप के लिए जाना था. लेकिन कुछ देर बाद पुलिस को पता चला कि ये कैदी अस्पताल में नहीं हैं. उनकी गाड़ी खड़ी थी लेकिन कैदी और पुलिसवाले दोनों गायब थे.
जानकारी मिली कि कुल 5 अपराधी थे, जिनमें से कैदी जोगिंदर तो वापस जेल आ गया, लेकिन बाकी चार फरार थे. पुलिस ने फिर सर्च ऑपरेशन शुरू किया. कैदी रफिक और भंवरलाल को थाना जलुपुरा से पकड़ा गया. जबकि कैदी अंकित बंसल और करण गुप्ता को एयरपोर्ट थाना पुलिस ने पकड़ा.
जयपुर (ईस्ट) की डिप्टी पुलिस कमिश्नर तेजस्विनी गौतम ने मामले की जानकारी देते हुए बताया,
"कैदियों के भागने और होटल जाने की सूचना मिली तो SHO ने अस्पताल में चेक किया. ना तो पुलिस गार्ड मिले और ना उस दिन जो कैदी गए थे, वो मिले. यह एक गंभीर मामला है. गार्ड गए थे… उनकी संप्लिप्ता को मानते हुए 5 पुलिसकर्मियों को अरेस्ट किया गया है. जो कैदी भागने की प्लानिंग कर रहे थे. जिन्होंने उनका साथ दिया, जिनसे मिलने गए थे, उन समेत कुल 13 लोगों को कोर्ट में पेश किया है."
पुलिस ने पांच पुलिसवालों- सुरेश कुमार, मनोज कुमार, दिनेश, अमित और विकास को भी गिरफ्तार कर लिया है. इनके अलावा कैदियों का साथ देने में शामिल आरोपियों- हिना (रफिक की पत्नी), रमजान, आकाश बंसल, राहुल को भी गिरफ्तार किया गया. इन सभी को सोमवार, 26 मई को कोर्ट में पेश किया गया.
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