राजस्थान सरकार ने सीनियर IAS अफसर अर्चना सिंह को राज्य के सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग (IT&C) के सचिव पद से हटा दिया है. ये फैसला इस हफ्ते की शुरुआत में राजस्थान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा के दौरान आई ‘तकनीकी खराबी’ के बाद लिया गया है. जनसभा के तकनीकी व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी IT एवं संचार विभाग के पास ही थी.
PM मोदी की रैली में वीडियो स्क्रीन बंद हुई थी, IAS अफसर को 'प्रशासनिक वजहों' से हटाया गया
राजस्थान के बांसवाड़ा में जब पीएम मोदी कार्यक्रम में मंच पर पहुंचे, तो ऑडियो सिस्टम काम कर रहा था. लेकिन वीडियो स्क्रीन लगभग 10 मिनट तक बंद रहीं, जिससे दर्शक लाइव फीड नहीं देख पाए.
.webp?width=360)

25 सितंबर को जारी एक आदेश में विभाग ने अपने फैसले के लिए ‘प्रशासनिक कारणों’ का हवाला दिया. जबकि इंडियन एक्सप्रेस के सूत्रों के मुताबिक, जयपुर और दिल्ली में उच्च अधिकारी प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान हुई तकनीकी खराबी से नाखुश थे.
ये भी पढ़ें- गणेश उत्सव पर जस्टिस चंद्रचूड़ के घर पीएम मोदी खुद आए थे या बुलाया गया था?
2009 बैच की अधिकारी अर्चना सिंह फिलहाल पोस्टिंग ऑर्डर का इंतजार (Awaiting Posting Order) कर रही हैं. APO ऐसी स्थिति होती है, जो किसी सरकारी कर्मचारी को उसके पिछले पद से मुक्त कर देने, लेकिन उसे अभी तक नया पद नहीं सौंपे जाने पर आती है.
बीते दिनों, राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के नापला गांव में पीएम मोदी जनसभा करने पहुंचे थे. रिपोर्ट के मुताबिक, जब पीएम मोदी सरकारी कार्यक्रम में मंच पर पहुंचे, तो ऑडियो सिस्टम काम कर रहा था. लेकिन वीडियो स्क्रीन लगभग 10 मिनट तक बंद रहीं, जिससे दर्शक लाइव फीड नहीं देख पाए.
ये भी पढ़ें- चीन से लौटते ही पीएम मोदी ने सीएम भगवंत मान को दिल्ली क्यों बुलाया?
अपनी सार्वजनिक सभा के दौरान जब प्रधानमंत्री मंच पर पहुंचे ही थे, तभी तकनीकी खराबी के कारण वीडियो सिस्टम फेल हो गया. जिसके कारण लगभग 10 मिनट तक लाइव फीड बाधित रही.
बताया गया कि मोदी जब किसानों से बातचीत कर रहे थे. तब ऑडियो-विजुअल भी बाधित हुआ. इसने प्रधानमंत्री की किसानों के साथ प्रस्तावित बातचीत को भी प्रभावित किया. कार्यक्रम का तकनीकी संचालन आईटी एंड सी विभाग के अधीन था, जिसका नेतृत्व अर्चना सिंह कर रही थीं.
वीडियो: पीएम मोदी के दौरे से पहले मणिपुर में हिंसा, उपद्रवियों ने स्वागत के लिए लगे पोस्टर फाड़े