लगातार बारिश की वजह से हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में कई दिनों से तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है. पहाड़ों में पानी रिसने से लगातार भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं. 4 सितंबर की सुबह फिर से कुल्लू में भूस्खलन हुआ. यहां के अखाड़ा बाजार इलाके में अचानक हुए भूस्खलन की चपेट में तीन मकान आ गए. इस हादसे में कई लोग मलबे में दब गए.
हिमाचल के कुल्लू में फिर से भूस्खलन, मलबे में महिला समेत दबे 6 लोग, 1 की मौत
Kullu Landslide: चुनौतीपूर्ण मौसम और ढलान वाला इलाका होने की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कतें आ रही हैं. बताया जा रहा है कि मलबे के नीचे अभी भी एक महिला और पांच कश्मीरी मजदूर दबे हुए हैं, जिन्हें बचाने के लिए NDRF की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है.


आजतक की रिपोर्ट के अनुसार अब 4 सितंबर की सुबह 11 बजे तक चार लोगों को मलबे से रेस्क्यू किया गया है. उसी मलबे से एक व्यक्ति का शव भी मिला है. राहत और बचाव कर्मी लगातार कोशिश कर रहे हैं कि लोगों को मलबे से निकाल सकें. लेकिन चुनौतीपूर्ण मौसम और ढलान वाला इलाका होने की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कतें भी आ रही हैं. बताया जा रहा है कि मलबे के नीचे अभी भी एक महिला और पांच कश्मीरी मजदूर दबे हुए हैं, जिन्हें बचाने के लिए NDRF की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है. अखाड़ा बाजार कुल्लू का वही इलाका है जहां 2 सितंबर को भी एक दो मंजिला बिल्डिंग भूस्खलन की चपेट में आ कर जमींदोज हो गई थी.
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हिमाचल प्रदेश में हो रही बारिश से लगातार भूस्खलन का खतरा और बढ़ता जा रहा है. स्थानीय लोगों में इसको लेकर दहशत का माहौल है. पूरे हिमाचल प्रदेश और उत्तर भारत के कई इलाकों में जोरदार बारिश हो रही है. हिमाचल के अलावा उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और पंजाब में भी बाढ़ से भारी तबाही हुई है. 20 जून से 30 अगस्त के बीच हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की 45 और बड़े भूस्खलन की 95 से अधिक घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं. प्रदेश का भाखड़ा नंगल डैम उफान पर है. साथ ही गोविंद सागर लेक का पानी भी खतरे के निशान को पार कर चुका है. ब्यास नदी के उफान पर होने से देश के सबसे लोकप्रिय हिल स्टेशंस में से एक मनाली का संपर्क कुल्लू से टूट चुका है. यहां से गुजरने वाले नेशनल हाईवे नंबर 3 पर मलबा और बड़े-बड़े पत्थर पड़े हैं.
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