गोवा सरकार के मंत्री विश्वजीत राणे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में एक शिकायत के बाद मंत्री सरकारी अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे. यहां वह सीएमओ रुद्रेश कुट्टीकर को खोजते-खोजते उनके दफ्तर में कुर्सी पर बैठ गए. सामने आने के बाद सीएमओ हाथ बांधे उनके आगे खड़े हो गए, जिन्हें मंत्री जी ने ‘भर-भरकर सुनाया.’ इतना ही नहीं, सीएमओ को फटकारते हुए उन्हें तत्काल निलंबित करने का आदेश भी दे दिया.
स्वास्थ्य मंत्री, डॉक्टर और सस्पेंशन...गोवा के विवाद की पूरी कहानी, CM को खुद डैमेज कंट्रोल करना पड़ा
गोवा सरकार के मंत्री विश्वजीत राणे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें वह एक डॉक्टर से अभद्रता से बातें करते नजर आ रहे हैं.

मंत्री का ये वीडियो कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर शेयर किया, जिसके बाद सियासी बवाल शुरू हो गया. कांग्रेस ने मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत से मांग की कि वह तत्काल विश्वजीत राणे को पद से बर्खास्त करें क्योंकि मंत्री की इस हरकत से डॉक्टरों का अपमान हुआ है. मामला बिगड़ने के बाद खुद सीएम प्रमोद सावंत ने मोर्चा संभाला और सफाई देते हुए कहा कि जिन डॉक्टर रुद्रेश पर मंत्री भड़के हैं, उन्हें सस्पेंड नहीं किया जाएगा. बाद में विश्वजीत राणे ने भी अपने बर्ताव पर माफी मांग ली है.
क्या है मामलाआज तक की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार 7 जून को बाम्बोलिम के जीएमसीएच अस्पताल परिसर में गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने औचक निरीक्षण किया. उन्हें एक मरीज से शिकायत मिली थी कि अस्पताल के डॉक्टरों ने एक बुजुर्ग मरीज को छुट्टी वाले दिन इंजेक्शन लगाने से इनकार कर दिया था. इसके बाद मंत्री मेडिकल सुपरिन्टेंडेंट राजेश पाटिल के साथ अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड पहुंचे. वहां उन्होंने सीएमओ डॉ. रुद्रेश कुट्टीकर को बुलाया और गुस्से में उन्हें जमकर फटकार लगाई. मंत्री सीएमओ से कहते नजर आए कि उन्हें (डॉक्टर को) अपनी जुबान पर काबू रखना सीखना चाहिए.
वीडियो में मंत्री ने आगे कहा,
मैं आमतौर पर गुस्सा नहीं होता लेकिन आपको मरीजों से ठीक से पेश आना चाहिए. चाहे जितना भी व्यस्त हों. आप डॉक्टर हैं. आपको गरीबों की सेवा करनी चाहिए. मैं आपको सस्पेंड कर रहा हूं. आप घर जाइए.
विश्वजीत राणे ने पाटिल से कहा कि वह सीएमओ को तत्काल पद से हटाएं. वह सस्पेंशन फाइल पर साइन कर देंगे.
डॉक्टर कुछ भी बोलने की कोशिश करते हैं तो मंत्री उन्हें चुप करा देते हैं. इस बातचीत में वह डॉक्टर को ‘जेब से हाथ बाहर निकालकर बात करने’ और ‘मास्क उतारने’ के लिए भी कहते हैं.
वीडियो के सामने आने के बाद कांग्रेस भाजपा सरकार पर टूट पड़ी. कांग्रेस के गोवा प्रमुख अमित पाटकर ने कहा कि प्रमोद सांवत को चाहिए कि वह विश्वजीत राणे को मेंटल हेल्थ की जांच के लिए अस्पताल भेजें. उन्होंने कहा कि डॉक्टरों को सार्वजनिक रूप से अपमानित करना न सिर्फ मंत्री की गरिमा के खिलाफ है बल्कि यह मानसिक अस्थिरता का भी लक्षण है. कांग्रेस ने भाजपा सरकार से राणे को हटाने की मांग की है.
निलंबित नहीं होंगे रुद्रेशविरोध के बाद मामला ऐसा बिगड़ा कि सीएम को खुद आकर डैमेज कंट्रोल करना पड़ा. रविवार, 8 जून को सीएम प्रमोद सावंत ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर स्वास्थ्य मंत्री राणे के साथ चर्चा की है. उन्होंने कहा,
मैं गोवा के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि डॉ. रुद्रेश कुट्टीकर को निलंबित नहीं किया जाएगा.
उन्होंने एक्स पर आगे लिखा कि राज्य सरकार और हमारी मेडिकल टीम हर नागरिक के लिए स्वास्थ्य सेवा के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. हम अपने डॉक्टरों के अथक प्रयासों और अमूल्य सेवा की भी सराहना करते हैं, जो लोगों की जान बचाते हैं.
वहीं, मंत्री राणे ने भी 'लेकिन' लगाकर अपने बर्ताव पर माफी मांग ली है. उन्होंने कहा,
मैं स्वीकार करता हूं कि मेरे लहजे और शब्दों में और ज्यादा संयम हो सकता था. मैं चिंतन या आलोचना से ऊपर नहीं हूं. मैं भरोसा दिलाता हूं कि इस तरह का दृष्टिकोण दोहराया नहीं जाएगा.
राणे ने आगे कहा कि
'लेकिन जिस बात के लिए मैं माफी नहीं मांगूंगा, वह है एक मरीज के लिए खड़ा होना, जिसे देखभाल से वंचित किया गया.
राणे ने कहा कि उन्होंने जो किया वह एक असहाय बुजुर्ग की रक्षा के लिए किया और वह ऐसे काम जारी रखेंगे.
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