भारतीय जनता पार्टी (BJP) 27 साल बाद दिल्ली में सरकार बनाने जा रही है. इस जीत को अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने भी कवर किया है (International Media on Delhi Election results). कई मीडिया आउटलेट्स ने इसे भारत की राजधानी में एक बड़े राजनीतिक बदलाव के रूप में पेश किया है. ब्रिटिश अख़बार BBC ने इसे ‘प्रभावशाली चुनावी जीत’ बताया है. हेडिंग दी है- ‘दिल्ली चुनाव में मोदी की BJP को बड़ी जीत.’
'कीचड़ उछालने वाली पार्टियां... ' BJP की दिल्ली की जीत पर विदेशी मीडिया ने क्या लिखा?
Global Media on Delhi election results: आम आदमी पार्टी की मजबूत सरकार को BJP ने शिकस्त दी है. ऐसे में अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने भी इसे प्रमुखता से कवर किया है. क्या-क्या लिखा है?

बीबीसी ने आगे लिखा,
देश की राजधानी के रूप में दिल्ली के प्रतीकात्मक महत्व को देखते हुए ये चुनाव BJP और AAP दोनों के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई थी. BJP के लिए दिल्ली पर विजय पाना चुनावी सफलता से कहीं अधिक है. क्योंकि वो यहां 1998 से सत्ता से बाहर थी. वहीं, ये हार AAP के लिए एक बड़ा झटका है, जो अब अपने भविष्य के बारे में सवालों का सामना कर रही है.
इंटरनेशनल न्यूज़ एजेंसी AP ने दिल्ली में BJP की इस जीत पर लिखा है,
इस जीत को BJP के लिए एक बड़ी बढ़त के तौर पर देखा जा रहा है. क्योंकि पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में वो अपने दम पर बहुमत हासिल करने में विफल रही थी. लेकिन उसने गठबंधन सहयोगियों के साथ सरकार बनाई थी. हरियाणा और महाराष्ट्र में चुनाव जीतकर उसने अपनी खोई हुई ज़मीन वापस हासिल की थी.

स्पेन के एक प्रमुख अख़बार एल पैस ने भी दिल्ली चुनाव को कवर किया है. BJP की जीत पर एल पैस ने लिखा,
दिल्ली में जीत न सिर्फ़ BJP के लिए प्रतिष्ठा का सवाल थी. बल्कि विदेशों में मोदी की छवि की रक्षा करने का भी एक तरीक़ा था. क्योंकि इससे उन्हें केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ संभावित विरोधों पर ज़्यादा कंट्रोल रखने की मंजूरी मिलती है. वहीं, AAP अब एकमात्र पंजाब में सरकार में है.
अमेरिकी मीडिया संस्थान न्यूयॉर्क टाइम्स ने इसे लेकर लिखा है,
भारतीय PM नरेन्द्र मोदी की BJP ने भारत की राजधानी के चुनाव में भारी जीत हासिल की है. जहां वोटर्स ने लगभग तीन दशकों तक उनकी हिंदुवादी पार्टी (Hindu-first platform) को ख़ारिज कर दिया था. राजधानी क्षेत्र पर शासन करने के लिए राजनीतिक लड़ाई, भारतीय राजनीति की गलाकाट प्रकृति का प्रतीक बन गई थी. चुनाव के दौरान एक-दूसरे पर कीचड़ उछालने वाली पार्टियां वोट पाने के लिए मुफ्त चीजें बांटने के वादे करने और दबाव की रणनीति अपना रही थीं. इसमें AI के जरिए फर्जी जानकारी फैलाना और नेताओं को सीधे जेल में डालना भी शामिल है.
न्यूज़ एजेंसी अल जज़ीरा ने दिल्ली के नतीजों को ‘विपक्ष के लिए बड़ा झटका’ बताया है. अलजजीरा ने दिल्ली स्थित सेंटर फ़ॉर पॉलिसी रिसर्च (CPR) के सीनियर फेलो नीलांजन सरकार से बात की. इस बातचीत के हवाले से अपनी ख़बर में आम आदमी पार्टी को लेकर लिखा,
जो एक समय लोगों के आंदोलन के रूप में शुरू हुआ था. वो अब एक राजनीतिक पार्टी बनकर रह गया है. केजरीवाल अब सिर्फ़ एक नेता हैं और एक बार जब वो चमक ख़त्म हो जाती है, तो मूल वोटर्स का जुड़ाव कमज़ोर हो जाता है.

वहीं, अल जज़ीरा ने राजनीतिक विश्लेषक रशीद किदवई के हवाले से लिखा,
दिल्ली एक छोटा भारत है. यहां देश के विभिन्न क्षेत्रों से काफी आबादी आती है. BJP ने दिखा दिया है कि अगर वो दिल्ली जीत सकती है, तो वो कुछ भी जीत सकती है. ये बदलाव महत्वपूर्ण है. क्योंकि ये जीत निर्वाचन क्षेत्रों में BJP के सूक्ष्म प्रबंधन की कहानी है और हमें बताती है कि वो बेजोड़ है.
बताते चलें, 70 सीटों वाली दिल्ली विधानसभा में BJP के 48 विधायक बैठेंगे. 12 सालों तक सत्ता में रही आम आदमी पार्टी 22 सीटें हासिल कर पाई है.
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