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जॉर्ज सोरोस को मिला अमेरिका का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान, मस्क भड़क गए

Elon Musk on George Soros Medal of Freedom: एलन मस्क ने जॉर्ज सोरोस को सम्मानित किये जाने को 'हास्यास्पद' बताया है. आख़िर मामला क्या है और ये Presidential Medal of Freedom होता क्या है?

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जॉर्ज सोरोस को लेकर भारतीय राजनीति में भी विवाद हुआ था. (फ़ोटो - AP)

जॉर्ज सोरोस (George Soros). इस नाम से आपको बीते महीने भारतीय राजनीति में मचे घमासान की याद आ रही होगी. अब इन्हें अमेरिका में 19 अन्य बड़े नामों के साथ प्रतिष्ठित US प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ़ फ़्रीडम (Presidential Medal of Freedom) से सम्मानित किया गया है. इन बड़े नामों में पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री हेलरी क्लिंटन, फ़ुटबॉलर लियोनल मेसी, एक्टर डेनज़ल वॉशिंगटन और माइकल जे. फॉक्स शामिल हैं. इन सभी को अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के अंतिम दिनों में जो बाइडन ने मेडल दिया है. हालांकि, जॉर्ज सोरोस को मेडल दिये जाने पर स्पेसएक्स और टेस्ला के CEO एलन मस्क ने सवाल उठाए हैं.

जॉर्ज सोरोस को ओपन सोसाइटी फाउंडेशन (OSF) के ज़रिए उनके वैश्विक परोपकारी कामों के लिए सम्मानित किया गया. वॉइट हाउस ने जॉर्ज सोरोस के मेडल को लेकर एक प्रेस रिलीज़ जारी की. इसमें जॉर्ज को ‘एक निवेशक, परोपकारी और ओपन सोसाइटी फाउंडेशन के संस्थापक’ बताया गया. प्रेस रिलीज़ के मुताबिक़,

जॉर्ज सोरोस के OSF ने 120 से ज़्यादा देशों में लोकतंत्र, मानवाधिकार, शिक्षा और सामाजिक न्याय पर केंद्रित पहलों का समर्थन किया है.

George Soros Medal पर विवाद

टेस्ला के CEO और नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के क़रीबी एलन मस्क ने सोरोस मेडल दिए जाने पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने नाराजगी जताते हुए इसे हास्यास्पद बताया. सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर लिखा,

ये एक हास्यास्पद बात है कि बाइडन सोरोस को मेडल ऑफ़ फ़्रीडम दे रहे हैं.

मस्क ने जिस पोस्ट को रीशेयर करते हुए ये लिखा, उसमें एलन मस्क का ही बयान दर्ज है. इसमें वो कहते सुने जा सकते हैं,

जॉर्ज सोरोस डेमोक्रेटिक पार्टी के सबसे बड़े योगदानकर्ता हैं. दूसरे नंबर पर सैम बैंकमैन-फ्राइड थे. मेरी राय में, जॉर्ज सोरोस मूल रूप से मानवता से नफरत करते हैं. वो ऐसे काम कर रहे हैं, जो समाज के ताने-बाने को नष्ट करते हैं. वो ऐसे लोगों को जीतने में मदद कर रहे हैं, जो अपना काम नहीं करेंगे. वो दूसरे देशों में भी ऐसे काम कर रहे हैं.

मेडल मिलने के बाद जॉर्ज सोरोस की भी प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने ख़ुशी जताई और X पर लिखा,

एक आप्रवासी के रूप में -जिसने अमेरिका में स्वतंत्रता और समृद्धि पाई- मैं इस सम्मान से बहुत ख़ुश हूं. मैं इसे दुनिया भर के कई लोगों की ओर से स्वीकार करता हूं, जिनके साथ ओपन सोसाइटी फाउंडेशन ने पिछले 40 सालों में साझा उद्देश्य बनाए हैं.

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जॉर्ज सोरोस की जगह पर उनके बेटे एलेक्स सोरोस, राष्ट्रपति जो बाइडन से प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ़्रीडम लेने पहुंचे थे. (फ़ोटो - AP)
इन्हें मिला पुरस्कार

पुरस्कार हासिल करने वाली अन्य हाई-प्रोफ़ाइल हस्तियों में पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन, फ़ुटबॉल के दिग्गज लियोनेल मेस्सी और मशहूर अभिनेता डेनज़ल वॉशिंगटन और माइकल जे. फॉक्स शामिल हैं. चार लोग ऐसे हैं, जिन्हें मरणोपरांत ये पुरस्कार दिया जाएगा. इनमें मिशिगन के पूर्व गवर्नर आवास-शहरी विकास सचिव जॉर्ज डब्ल्यू. रोमनी, पूर्व अटॉर्नी जनरल और सेनेटर रह चुके रॉबर्ट एफ. कैनेडी, मिसीसिपी फ्रीडम डेमोक्रेटिक पार्टी की संस्थापक और 1965 के वोटिंग राइट एक्ट की नींव रखने वालीं फैनी लू हैमर और पूर्व रक्षा सचिव ऐश कार्टर शामिल हैं.

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पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन को प्रेसीडेंशियल मेडल ऑफ फ़्रीडम से सम्मानित करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन. (फ़ोटो - AP)

इन लोगों में विलियम सैनफोर्ड भी शामिल हैं, जो विज्ञान शिक्षा और अंतरिक्ष अन्वेषण में अपने काम के लिए जाने जाते हैं. डेविड रुबेनस्टीन, जो अमेरिका में ऐतिहासिक स्थलों के जीर्णोद्धार के लिए अपने कामों के लिए जाने जाते हैं.

US Presidential Medal of Freedom है क्या?

प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ़ फ़्रीडम अमेरिका का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है. ये वैश्विक शांति, सुरक्षा, सामाजिक कल्याण या सार्वजनिक और निजी प्रयासों जैसे क्षेत्रों में असाधारण योगदान देने वाले लोगों को दिया जाता है. ये मेडल उन लोगों के लिए मान्यता का प्रतीक है, जिनके कामों ने अमेरिका और दुनिया की समृद्धि और मूल्यों को बढ़ावा दिया है. ये राजनीति, खेल, मनोरंजन, नागरिक अधिकार, LGBTQ+ वकालत और विज्ञान के क्षेत्र से जुड़े लोगों को दिया जाता है.

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George Soros को लेकर भारत में विवाद

बीते शीतकालीन सत्र में संसद में पक्ष और विपक्ष दो उद्योगपतियों के नाम पर बंट गए थे. ये उद्योगपति थे- गौतम अडानी और जॉर्ज सोरोस. विपक्ष का आरोप कि नरेंद्र मोदी सरकार से गौतम अडानी की “सांठगांठ” चल रही है. वहीं, सत्ता पक्ष का आरोप कि जॉर्ज सोरोस के सहयोग से कांग्रेस पार्टी देश को “अस्थिर करने” का काम कर रही है.

वीडियो: दी लल्लनटॉप शो: जॉर्ज सोरोस ने कहां लगा दिया पैसा? गौतम अडानी के बाद जॉर्ज सोरोस के नाम पर बवाल!