प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कोचिंग संस्थान FIITJEE से जुड़े 10 ठिकानों पर छापेमारी की है. गुरुवार, 24 अप्रैल को ये छापेमारी वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों के सिलसिले में दिल्ली, नोएडा और गुरुग्राम में चल रहे सेंटर्स पर की गई है. साथ ही FIITJEE के मालिक डीके गोयल से जुड़े ठिकानों पर भी अधिकारी जांच पड़ताल कर रहे हैं. बताया जाता है कि ये जांच, इस साल की शुरुआत में संस्थान के कई सेंटर्स को अचानक बंद किए जाने से जुड़ी है.
FIITJEE के मालिक डीके गोयल पर ED का बड़ा एक्शन, 10 ठिकानों पर मारे छापे, केस क्या है?
FIITJEE centres raid: ED ने FIITJEE के मालिक DK Goyal के दिल्ली, नोएडा और गुरुग्राम के ठिकानों पर छापेमारी की है. FIITJEE के भी कई सेंटर्स पर छापा पड़ा है.

इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक जांचकर्ताओं से मिली जानकारी के मुताबिक FIITJEE के सैकड़ों कोचिंग सेंटर्स बंद होने से लगभग 12,000 छात्रों के भविष्य पर संकट के बादल मंडराने लगे. जबकि इसी दौरान संस्थान के मालिकों को कथित तौर पर लगभग 12 करोड़ रुपये का फायदा हुआ.
इस पर कई छात्रों और उनके माता-पिता ने नाराजगी जताई और पुलिस से शिकायत की, जिसके बाद यूपी पुलिस ने संस्थान के खिलाफ कार्रवाई की. पुलिस ने FIITJEE से जुड़े 300 से अधिक बैंक खातों को फ्रीज कर दिया था और 60 लाख रुपये नकद जब्त किए थे. FIITJEE के मालिक डीके गोयल से जुड़े जिन खातों को सील किया गया था, उनमें 11 करोड़ 11 लाख रुपये थे. अब इसी मामले पर ED ने कार्रवाई की है.
सबसे पहले यह मामला इस साल जनवरी में सामने आया था, तब गाजियाबाद के राज नगर, नोएडा के सेक्टर 62 और ग्रेटर नोएडा सहित कई जगहों पर स्थित FIITJEE के सेंटर्स को अचानक बंद कर दिया गया था. ऐसा एग्जाम से ठीक पहले हुआ था, जिससे छात्र काफी परेशान हुए थे.
इस मामले में पहली एफआईआर गाजियाबाद में दर्ज की गई थी, जिसमें संस्थान से जुड़े चार लोगों के नाम थे. इसके बाद जनवरी में ही नोएडा के थाना सेक्टर 58 में FIITJEE के मालिक दिनेश गोयल सहित नौ लोगों के खिलाफ दूसरी एफआईआर दर्ज की गई. इनके खिलाफ आपराधिक साजिश (क्रिमिनल कॉन्सपिरेसी) और विश्वासघात (क्रिमिनल ब्रीच ऑफ ट्रस्ट) जैसे गंभीर आरोप लगाए गए थे. इसके बाद ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क थाने में चार लोगों के खिलाफ तीसरा मामला दर्ज किया गया.
इसके जवाब में, FIITJEE ने 25 जनवरी को एक आधिकारिक बयान जारी किया, जिसमें सेंटर्स के बंद होने के पीछे का कारण संस्थान को नहीं, बल्कि मैनेजमेंट देखने वाले पार्टनर्स के ‘मिस मैनेजमेंट और काम छोड़कर चले जाने’ को बताया गया. संस्थान ने अपने प्रतिद्वंद्वी कोचिंग संस्थानों पर अपनी फैकल्टी मेंबर्स को लुभाने का भी आरोप लगाया था. FIITJEE ने इस बात का खंडन किया था कि सैलरी नहीं दे पाने के चलते उसके टीचर्स ने इस्तीफा दिया है.
वीडियो: दी लल्लनटॉप शो: FIITJEE सेंटर्स के गेट पर ताला! बंद हो जाएगी कोचिंग? क्या है वजह?