पुलिस ने यूपी की राजधानी लखनऊ में एक फर्जी IAS को गिरफ्तार किया है. यह फेक IAS बड़ी-बड़ी गाड़ियों में लंबे-लंबे काफिले लेकर घूमता था. लोगों पर धौंस जमाता था. इतना ही नहीं आरोपी कई बार IAS बनकर सरकारी कार्यक्रमों में भी शामिल हो चुका है. लेकिन बुधवार सुबह उसकी फर्जी IAS वाली हेकड़ी पुलिस के सामने नहीं चल पाई. पुलिस ने उसकी गाड़ी को चेकिंग के लिए रोका था. लेकिन फर्जी IAS पुलिसवालों को ही धमकाने लगा. पुलिस को शक हुआ. इसके बाद जांच हुई थी तो पूरे मामले का पर्दाफाश हुआ.
लग्जरी कारें...सरकारी बैठकें और रौब... लखनऊ के इस फर्जी IAS ने हद कर दी!
Lucknow Fake IAS Arrested: पुलिस ने बताया कि आरोपी के पास डिफेंडर, फॉर्च्यूनर और मर्सिडीज जैसी लग्जरी कारें हैं. वह इन सभी गाड़ियों का काफिला लेकर चला करता था. सभी गाड़ियों पर नीली बत्ती भी लगी हुई थी. पुलिस ने उसकी तलाशी ली तो उसके पास से कई फर्जी डॉक्युमेंट्स, नकली सरकारी पास और VIP प्रोटोकॉल से जुड़ी चीजें बरामद हुईं.


आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी फर्जी का नाम सौरभ त्रिपाठी है. वह गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) का रहने वाला है. बुधवार 3 सितंबर की सुबह पुलिस लखनऊ के कारगिल शहीद पार्क के पास चेकिंग कर रही थी. इसी दौरान उन्होंने एक काले रंग की लग्जरी गाड़ी को रोका. पुलिस का उनकी गाड़ी को रोकना फर्जी IAS साहब को रास नहीं आया. वह पुलिसवालों पर ही बरस पड़े. रौब तो झाड़ा ही झाड़ा साथ में मुख्यमंत्री से शिकायत करने की धमकी अलग दी.
लेकिन पुलिस को उसके शेखी बघारने पर शक हुआ. पुलिस ने जांच शुरू की. इसी दौरान सिलसिलेवार ढंग से उसके नकली चेहरे का पर्दाफाश हो गया. पुलिस ने बताया कि आरोपी के पास डिफेंडर, फॉर्च्यूनर और मर्सिडीज जैसी लग्जरी कारें हैं. वह इन सभी गाड़ियों का काफिला लेकर चला करता था. सभी गाड़ियों पर नीली बत्ती भी लगी हुई थी. पुलिस ने उसकी तलाशी ली तो उसके पास से कई फर्जी डॉक्युमेंट्स, नकली सरकारी पास और VIP प्रोटोकॉल से जुड़ी चीजें बरामद हुईं.
पुलिस ने बताया कि आरोपी कई बार फेक IAS बनकर कई सरकारी कार्यक्रमों में भी शिरकत कर चुका है. इतना ही नहीं कई सरकारी विभागों की मीटिंग में भी अधिकारी बनकर पहुंचता था. मीटिंग में अफसरों पर रौब जमाता था और उन्हें अपने फैसले तक बदलने को कहता था. कुछ अधिकारियों को उस पर शक भी हुआ लेकिन उसके रौब और दबंगई की वजह से वे चुप रहे. सोशल मीडिया पर भी अपनी पहचान IAS के तौर पर बना रखी थी. इंस्टाग्राम और एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर उसने @Saurabh_IAS नाम से अकाउंट बनाया हुआ था.
अपने इंस्टा बायो में उसने खुद को "IAS, Uttar Pradesh Government" लिखा हुआ था. अकाउंट पर उसने कई सरकारी कार्यक्रमों, बैठकों और यात्राओं की फोटो भी अपलोड कर रखी थीं ताकि लोग उसे असल IAS समझें. पूछताछ में आरोपी सौरभ ने पुलिस को बताया कि उसने कंप्यूटर साइंस से B. Tech. किया है. इसके बाद उसने एक NGO बनाया. इसी के आधार पर उसने कई बड़े अधिकारियों और नेताओं से मुलाकात की. धीरे-धीरे उसने खुद को IAS अफसर के तौर पर पेश करना शुरू किया और सिस्टम की कमजोरियों का फायदा उठाकर रौब जमाने लगा.
लखनऊ पुलिस आयुक्त पश्चिमी विभूति श्रीवास्तव ने बताया कि मामले की जांच तेज कर दी गई है. पुलिस को शक है कि फर्जी IAS अधिकारियों के पीछे कोई बड़ा गिरोह काम कर रहा है. इनसे बरामद नकली दस्तावेज और गाड़ियां फिलहाल जब्त कर ली गई हैं. सोशल मीडिया अकाउंट्स को भी बंद करवा दिया गया है.
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