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झारखंड में हाथियों ने 4 लोगों को कुचलकर मार डाला, गांव वालोंं ने वन विभाग को घेर लिया

Elephant Attack: वन विभाग का कहना है कि वो लोगों से हाथियों के पास ना जाने की अपील कर रहा है, लेकिन लोग फोटो-वीडियो के चक्कर में हाथियों के पास जा रहे हैं. वन विभाग ने मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे का भी ऐलान किया.

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झारखंड में जंगली हाथियों ने लोगों को कुचलकर मार डाला. (ITG)

झारखंड के रामगढ़ जिले के बेस्ट बोकारो ओपी क्षेत्र में जंगली हाथियों ने जमकर तांडव मचाया. मंगलवार, 16 दिसंबर को जंगली हाथियों ने दो महिलाओं समेत चार लोगों को कुचलकर और पटक-पटक कर मार डाला. घटना से गुस्साए लोगों ने बुधवार, 17 दिसंबर की सुबह वन विभाग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हुए. उन्होंने नया मोड़ घाटों जाने वाली सड़क के पास जाम लगा दिया.

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हाथियों के आतंक की पहली घटना मंगलवार, 15 दिसंबर की शाम 4 बजे की है. इंडिया टुडे से जुड़े राजेश वर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक, 35 साल के अमित रजवार अपने कुछ साथियों के साथ जंगली हाथियों के झुंड के करीब जाकर मोबाइल से फोटो ले रहे थे.

तभी एक हाथी भड़क गया. उसने दौड़ लगाना शुरू किया, तो सारे लोग भागने लगे. लेकिन अमित रजवार हाथी के चपेट में आ गए. हाथी ने अमित को पटक-पटक कर मार डाला. वे सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (CCL), सारुबेडा में गार्ड के पद पर तैनात थे.

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दूसरी घटना मंगलवार रात 10:30 बजे की है. अमूल महतो नामक शख्स जब अपनी बाइक से रामगढ़ से घाटों की तरफ जा रहे थे, तब जंगली हाथियों ने रास्ते में उन्हें अपनी चपेट में ले लिया. फिर उन्हें कुचलकर मार डाला. अमूल महतो गिद्दी थाना क्षेत्र के रहने वाले थे.

कुजू रेंज के वन विभाग के रेंजर बटेश्वर पासवान ने बताया कि इनके अलावा दो महिला लखन करमाली की पत्नी सावित्री देवी और दशरथ मांझी की पत्नी पार्वती देवी को भी हाथी ने कुचलकर मार डाला है. जंगली हाथियों के कहर की ये सभी घटनाएं रामगढ़ जिले के वेस्ट बोकारो ओपी क्षेत्र में घटी हैं.

इन्हें लेकर इच्छाकडीह पंचायत के मुखिया रमेश राम ने कहा,

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“पिछले एक-डेढ़ महीने से जंगली हाथियों का झुंड हम लोगों के इलाके में घूम रहा है. हम लोगों की फसल बर्बाद कर रहा है, घर क्षतिग्रस्त कर रहा है. कल चार लोगों की जान भी ले ली है.”

सड़क जाम कर रहे प्रदर्शनकारियों में शामिल रमेश राम ने इन घटनाओं के लिए वन विभाग को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा,

“वन विभाग सिर्फ फॉर्मेलिटी पूरा करता है, कुछ काम नहीं कर रहा है. हाथियों को जंगल की ओर नहीं भगा रहा है."

वहीं इस मामले में कुजू वन क्षेत्र के रेंजर बटेश्वर पासवान ने कहा,

“चार लोगों की जान गई है. अभी सभी मृतकों के परिजनों को 25-25 हजार रुपये दिए जाएंगे. बाकी सरकारी प्रावधान के तहत 4 लाख रुपये दिए जाएंगे. क्विक रिस्पॉन्स टीम (QRT) की चार टीमें लगी हुई हैं. करीब 20 दिनों से QRT टीम से सतर्क रहने के लिए कहा गया है. घरों में रहने के लिए कहा गया. हम बाहर घूम रहे हैं, लेकिन आप चिंता मत कीजिए.”

उन्होंने आगे कहा कि हम लोगों से अपील कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि अनाउंस करके लोगों से कह रहे हैं कि हाथी के नजदीक ना जाएं, लेकिन लोग हाथी देखने और उनके फोटो-वीडियो बनाने के लिए हाथी के सामने पहुंच जा रहे हैं. रेंजर बटेश्वर ने बताया कि ऐसा करने से हाथी उग्र हो जाता है.

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