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'रेवंत रेड्डी के कहने पर नेताओं ने सोनिया-राहुल की फर्म को 80 लाख दान दिए'- ED का दावा

ED ने दावा किया है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड को लाखों रुपये डोनेट कराए गए. यंग इंडियन कांग्रेस नेता राहुल और सोनिया गांधी के कंट्रोल में है. ऐसे में इन डोनेशन्स से उन्हें सीधा लाभ पहुंचा है.

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सीनियर लीडर्स ने सोनिया-राहुल की फर्म में डोनेट करवाए थे पैसे (India Today)

राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के बीच ED ने बड़ा दावा किया है. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार, 23 मई को ED ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के बड़े नेताओं को यंग इंडियन में पैसे डोनेट करने के लिए कहा गया था, जिसके बाद कई नेताओं ने बड़ी धनराशि यंग इंडियन को दान की है. इनमें डीके शिवकुमार और उनके भाई डीके सुरेश भी शामिल हैं. 

शुक्रवार को ED ने दावा किया कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के निर्देश पर 4 कांग्रेस नेताओं ने 2022 में यंग इंडियन को 80 लाख रुपये से ज्यादा का डोनेशन दिया था. कांग्रेस के टिकट पर 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ने वाले अनिल कुमार ने जून 2022 में यंग इंडियन को 20 लाख रुपये डोनेट किए थे. इसके अलावा पूर्व विधायक अली शब्बीर ने 20 लाख और तेलंगाना कांग्रेस के तत्कालीन कोषाध्यक्ष पी सुदर्शन ने 15 लाख रुपये डोनेट किए. ये सभी डोनेशन एक ही महीने के अंतराल में किए गए थे.

ED के सूत्रों के मुताबिक, कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने अप्रैल 2022 में यंग इंडिया को 25 लाख रुपये दान किए थे. इसी दिन उनके सांसद भाई डीके सुरेश ने भी 25 लाख रुपये का डोनेशन दिया था. उन्हें ऐसा करने के लिए कांग्रेस नेता पवन बंसल से निर्देश मिला था. इसी महीने में शिवकुमार से जुड़े नेशनल एजुकेशन ट्रस्ट ने यंग इंडियन को 2 करोड़ रुपये का डोनेशन दिया. 

आज तक की रिपोर्ट के अनुसार, डीके शिवकुमार ने इसकी पुष्टि भी की है. उन्होंने कहा कि ये सच है कि उन्होंने और उनके भाई ने यंग इंडियन को 25-25 लाख का डोनेशन दिया है. शिवकुमार ने कहा,

हमने ये डोनेशन अपनी मेहनत की कमाई से दिया है और पार्टी के अखबार को दिया है. इसमें गलत क्या है? 

पंजाब में विधानसभा चुनाव लड़ने वाले अमित विज ने 2015 में कथित तौर पर तीन अलग-अलग किस्तों में 3.30 करोड़ रुपये का दान यंग इंडियन को दिया था. 

ED को शक है कि ये दान अपनी इच्छा से नहीं दिए गए थे बल्कि एक योजना के तहत कराए गए थे. इंडिया टुडे के सूत्रों के अनुसार एजेंसी अब इस बात की जांच कर रही है कि क्या इस लेन-देन में पीएमएलए के प्रावधानों का उल्लंघन किया गया है.

गौरतलब है कि इंडिया टुडे से जुड़े मुनीश चंद्र पांडेय की रिपोर्ट के अनुसार, ED ने यह भी कहा कि यंग इंडियन का कंट्रोल राहुल गांधी और सोनिया गांधी के पास है. ऐसे में डोनेशन की आड़ में कंपनी को मिले पैसों का सीधा लाभ उन्हें ही मिला है. बता दें कि मामले में ED ने 9 अप्रैल को कोर्ट में चार्जशीट पेश की थी. हालांकि, कोर्ट ने अभी इसे संज्ञान में नहीं लिया है. 

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