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ट्रंप ने कतर के पीएम को फोन कर नेतन्याहू से माफी मंगवाई, फोटो भी शेयर कर दी

कयास ये लगाए जा रहे हैं कि 29 सितंबर को Benjamin Netanyahu ने कतर से अपने शब्दों में माफी मांगी या वॉइट हाउस के किसी अधिकारी ने उन्हें एक लिखित पर्ची को पढ़ने के लिए कहा.

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वाइट हाउस ने 1 अक्टूबर को जारी की तस्वीरें. (फोटो- वाइट हाउस)

मिर्ज़ा ग़ालिब का शेर है -“बहुत बे-आबरू हो कर तिरे कूचे से हम निकले.” कुछ ऐसा ही हाल इस वक्त इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का हो गया. वजह बने अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप. 29 सितंबर को नेतन्याहू वॉइट हाउस पहुंचे थे. मुलाकात लंबी चली. लेकिन इसके बाद जो खबर सामने आई, उसने सबको चौंका दिया. नेतन्याहू ने फोन पर कतर के प्रधानमंत्री से माफी मांग ली. वजह थी दोहा पर इजरायल का हमला. वॉइट हाउस ने इस बातचीत की तस्वीर जारी कर पूरे मामले पर मुहर भी लगा दी.

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कहा जा रहा है कि तस्वीर उसी समय की है, जब नेतन्याहू कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल-थानी से बात कर रहे थे. यह कॉल ट्रंप के दबाव में हुई. बातचीत के दौरान नेतन्याहू ने हमास के नेताओं पर की गई स्ट्राइक के लिए खेद जताया. उन्होंने माना कि इससे कतर की संप्रभुता का उल्लंघन हुआ. साथ ही भरोसा दिलाया कि भविष्य में ऐसी गलती दोहराई नहीं जाएगी.

Trump Netanyahu
ओवल ऑफिस में मिले थे दोनों. (फोटो- वॉइट हाउस)

अब सवाल उठ रहा है- क्या नेतन्याहू ने वाकई अपने शब्दों में माफी मांगी थी, या वॉइट हाउस के किसी अधिकारी ने उन्हें एक लिखित पर्ची थमा दी थी? तस्वीर में उनका सिर झुका हुआ दिखता है, मानो वह कुछ पढ़ रहे हों या निर्देश ले रहे हों. यकीनन, नेतन्याहू ने कभी नहीं सोचा होगा कि ट्रंप इस निजी बातचीत की तस्वीर भी जारी कर देंगे. अब अंदर ही अंदर वह उन्हें कोस रहे होंगे.

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Phone Call
कतर के पीएम से ट्रंप ने कराई थी बात.
क्या है पूरा मामला 

9 सितंबर 2025 को इजरायल ने कतर की राजधानी दोहा पर हमला किया था. इस हमले में कतर का एक सुरक्षाकर्मी, हमास के सीनियर नेता खलील अल-हैय्या का बेटा और उनके सहयोगी जिहाद लबाद समेत पांच लोगों की मौत हुई. इस घटना ने अमेरिका और इजरायल के रिश्तों में तनाव पैदा कर दिया.

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने इस हमले पर सख्त नाराजगी जताई. उन्होंने फोन पर नेतन्याहू को फटकार लगाई और इसे ‘नासमझी’ करार दिया. ट्रंप ने चेतावनी दी कि ऐसा कदम पूरे क्षेत्र की कूटनीति को खतरे में डाल सकता है. इसी दबाव के बाद 29 सितंबर को नेतन्याहू वॉइट हाउस पहुंचे. वहीं ट्रंप ने उनकी बात कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल-थानी से कराई. बातचीत के दौरान नेतन्याहू को दोहा पर हमले के लिए माफी मांगनी पड़ी.

वीडियो: कतर की राजधानी दोहा में इजरायल का हमला, हमास के लीडर्स को निशाना बनाने का दावा

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