डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) के प्रशासन ने अमेरिकी न्यूक्लियर वेपन प्रोग्राम से जुड़े कर्मचारियों की बर्खास्तगी पर रोक लगा दी है. इससे पहले, नेशनल न्यूक्लियर सिक्योरिटी एडमिनिस्ट्रेशन (NNSA) के 350 कर्मचारियों को अचानक नौकरी से निकाल दिया गया था. ये फ़ैसला एलन मस्क (Elon Musk) के डिपार्टमेंट DOGE ने लिया था.
एलन मस्क के फैसले को डॉनल्ड ट्रंप ने पलटा, एक्सपर्ट्स ने जताई थी 'देश विरोधियों को फायदा' होने की आशंका
US Nuclear Weapon Program Workers: नेशनल न्यूक्लियर सिक्योरिटी एडमिनिस्ट्रेशन यानी NNSA के 350 कर्मचारियों को अचानक नौकरी से निकाल दिया गया था. अब इस फ़ैसले पर रोक लगा दी गई है. क्या है पूरा मामला?

इस फ़ैसले की अमेरिकी न्यूक्लियर एक्सपर्ट्स ने तीखी आलोचना की थी. ऐसे में अब ये कहा जा रहा है कि डॉनल्ड ट्रंप ने एलन मस्क के फ़ैसले को 24 घंटे के अंदर ही पलट दिया है. बता दें, NNSA, ऊर्जा विभाग (Department of Energy) के अंदर ही आता है. अब इसी ऊर्जा विभाग के प्रवक्ता ने USA टुडे को बताया है कि सैकड़ों कर्मचारियों की बर्खास्तगी रद्द कर दी गई है. सिर्फ़ 28 कर्मचारियों को बर्खास्त किया गया है.
क्या हुआ था?नेशनल न्यूक्लियर सिक्योरिटी एडमिनिस्ट्रेशन यानी NNSA के 350 कर्मचारियों को अचानक नौकरी से निकाल दिया गया था. न्यूज़ एजेंसी AP की ख़बर के मुताबिक़, कुछ कर्मचारियों को पता भी नहीं चला था कि उन्हें नौकरी से निकाला गया है. जब उनका ईमेल लॉगिन नहीं हुआ, तब जाकर उन्हें इसका पता चला. कई कर्मचारियों ने जब अपने दफ़्तर में घुसने की कोशिश की, तो पाया कि उनकी एंट्री रोक दी गई है.
इन कर्मचारियों को निकालने का फ़ैसला 'डिपार्टमेंट ऑफ़ गवर्नमेंट एफ़ीशियंसी' (Department Of Government Efficiency) की तरफ़ से लिया गया था. शॉर्ट नाम- DOGE. इस विभाग के प्रमुख एलन मस्क हैं. इस विभाग का काम सरकारी नौकरशाही को ख़त्म करना, गैर ज़रूरी खर्चो में कटौती करना और फेडरल एजेंसियों को नए सिरे से बनाना है. इसी कटौती के तहत ये फ़ैसला भी लिया गया.
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एक्सपर्ट्स ने जताई थी चिंताऊर्जा विभाग से जुड़े ये कर्मचारी ऊर्जा दक्षता (Energy Efficiency) और क्लाइमेट चेंज के प्रभावों से निपटते थे. ऐसे में विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि DOGE की अंधाधुंध खर्च कटौती अमेरिकी के लिए ख़तरा बन सकता है. कई विशेषज्ञों का ये भी कहना है कि इससे अमेरिका का न्यूक्लियर प्रोग्राम कमजोर होगा. क्योंकि ट्रंप प्रशासन इन्हें प्राथमिकता नहीं दे रही है.
मसलन, ख़ुद NNSA के कई सीनियर कर्मचारियों ने इसे लेकर चेतावनी दी है. AP के मुताबिक़, NNSA के डिप्टी डिवीजन डायरेक्टर रॉब प्लोंस्की ने लिंक्डइन पर पोस्ट कर लिखा,
ये एक निर्णायक क्षण है. हमें तय करना होगा कि क्या हम वास्तव में वर्ल्ड स्टेज पर नेतृत्व करना चाहते हैं, या हम अपने देश के भविष्य को सुरक्षित करने वाले सिस्टम को कमजोर करने से संतुष्ट हैं. भविष्य सुरक्षित करने की ज़िम्मेदारी न्यूक्लियर वेपन प्रोग्राम पर भी है. ऐसे में वर्कफ़ोर्स में ये कटौती, लापरवाह और अवसरवादी होना है.
यूनियन ऑफ़ कंसर्न्ड साइंटिस्ट्स में न्यूक्लियर पावर सेफ़्टी के डायरेक्टर हैं एडविन लाइमैन. इनका कहना है कि कर्मचारियों की बर्खास्तगी से एजेंसी के रोजमर्रा के कामकाज में समस्या पैदा हो सकती है. देश और विदेश में न्यूक्लियर प्रोग्राम को लेकर अस्थिरता की भावना पैदा हो सकती है. उन्होंने बताया, ‘मुझे लगता है कि अमेरिकी विरोधियों के लिए संकेत बिल्कुल स्पष्ट है- पूरे राष्ट्रीय सुरक्षा तंत्र में गड़बड़ी पैदा करो और अव्यवस्था फैलाओ. इससे इस देश के विरोधियों को ही फ़ायदा होगा.’
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