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स्कूल वालों ने गेट पर ताला लगा दिया, क्लास 2 की बच्ची अंदर छूट गई, रातभर खिड़की में फंसा रहा सिर

Odisha School Class 2 Girl Locked: ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि शिक्षक लापरवाह हैं. उन्होंने मांग की कि शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. क्या है पूरा मामला?

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सरकारी स्कूल में फंसी दूसरी क्लास की छात्रा को निकालने की कोशिश करते ग्रामीण. (फोटो- आजतक)

ओडिशा के क्योंझर जिले के एक सरकारी स्कूल में दूसरी कक्षा की एक छात्रा रातभर फंसी रही. क्योंकि स्कूल प्रशासन उसे अंदर बंद करके ही वहां से चला गया था. बाद में जब छात्रा ने स्कूल की खिड़कियों से निकलने की कोशिश की, तो उसका पूरा शरीर तो बाहर निकल गया. लेकिन सिर अंदर फंस गया. अगली सुबह ग्रामीणों ने जाकर बच्ची को वहां से निकाला, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है.

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वीडियो में देखा जा सकता है कि बच्ची के शरीर का पूरा भाग खिड़की के बाहर की तरफ है. जबकि उसका शरीर खिड़की में स्कूल के अंदर की तरफ फंसा हुआ है. बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए ग्रामीण खिड़की को मोड़ने की कोशिश करते हैं. और अंत में सफल होकर बच्ची के सिर को खिड़की से बाहर निकाल लेते हैं.

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मामला बंसपाल ब्लॉक के अंजार गांव के सरकारी स्कूल का है. जहां दूसरी कक्षा की बच्ची गुरुवार, 21 अगस्त को रात भर स्कूल की इमारत में बंद रही. इंडिया टुडे से जुड़े अजय नाथ की खबर के मुताबिक, स्कूल शिक्षिका संजीता ने बताया,

आमतौर पर हमारे स्कूल का रसोइया स्कूल के दरवाजे बंद करता है. लेकिन भारी बारिश के कारण वो स्कूल नहीं आ पाया था. जब हम शाम 4:10 बजे कमरे बंद कर रहे थे, तो हमने सातवीं कक्षा के दो छात्रों को दरवाजे बंद करने के लिए भेजा. दूसरी कक्षा की एक छात्रा कक्षा में नीचे की मेज पर सो गई थी. गलती से दोनों छात्र उसे देख नहीं पाए.

जब बच्ची के परिवार को देर शाम तक भी उसका पता नहीं चला, तो उन्होंने पूरे गांव में उसकी तलाश की. लेकिन उसका कोई पता नहीं चला. परिवार के लिए पूरी रात बेचैनी में बीती. इस बीच, स्कूल के अंदर फंसी बच्ची को एहसास हुआ कि वो अकेली है और दरवाजे बंद हैं. उसने खिड़की की लोहे की छड़ें तोड़कर निकलने की कोशिश की. उसका शरीर किसी तरह बाहर निकलने में कामयाब रहा. लेकिन उसका सिर छड़ों के बीच फंस गया.

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अगली सुबह जब स्थानीय ग्रामीणों को पता चला कि बच्ची स्कूल के अंदर फंसी हुई है, तो उन्होंने तुरंत प्रशासन और बचाव दल की टीमों को सूचित किया. ग्रामीण और टीमें मौके पर पहुंचे और काफी मशक्कत के बाद लड़की को खिड़की से बाहर निकालने में कामयाब रहे.

स्कूल के अंदर फंसी छात्रा की मां ने कहा कि वो ड्यूटी पर थीं और रात 9 बजे घर लौटीं. जब उन्होंने दूसरे बच्चों से पूछा, तो बच्चों ने बताया कि वो स्कूल में सो गई थी. छात्रा की मां ने आगे कहा,

मुझे लगा कि अगर वो किसी के कमरे में रही होगी, तो शायद सुबह वापस आ जाए. लेकिन मुझे सुबह भी मेरी बेटी नहीं मिली. फिर मैं स्कूल आई और अपनी बेटी को कक्षा में उस हालत में पाया. इस घटना के लिए स्कूल के शिक्षक जिम्मेदार हैं. क्योंकि हमने अपनी बच्ची को उनके हवाले कर दिया था.

इस दौरान बच्ची घायल हो गई है. अस्पताल में उसका इलाज जारी है. डॉक्टरों ने कहा है कि उसकी हालत अब स्थिर है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि शिक्षक लापरवाह हैं. उन्होंने मांग की कि शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.

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