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कांग्रेस ने 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता पर सवाल उठाया, वजह पहलगाम हमले के आतंकी हैं

Operation Sindoor पर Congress के दो बड़े नेताओं- Bhupesh Baghel और Adhir Ranjan Chowdhury ने केंद्र सरकार से तीखे सवाल किए हैं. उन्होंने सरकार से संसद का विशेष सत्र बुलाने की भी मांग की.

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कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान छत्तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल. (X @INCIndia)

कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने तर्क दिया कि पहलगाम हमले को अंजाम देने वाले आतंकी अब तक पकड़े नहीं गए हैं, तो फिर ऑपरेशन सिंदूर सफल कैसे हुआ.

कांग्रेस ने सोमवार, 12 मई को नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान भूपेश बघेल ने भारतीय सेना के संकल्प और साहस की तारीफ की. उन्होंने कहा कि सेना ने दुश्मनों को जिस तरह से मुंहतोड़ जवाब दिया है, वो पूरे देश के लिए गर्व का पल था. लेकिन कांग्रेस नेता ने पहलगाम आतंकियों के ना पकड़े जाने पर सवाल भी खड़े किए. उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर पर संसद का विशेष सत्र बुलाने की भी मांग की.

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के सवाल पर भूपेश बघेल ने सरकार से सीधा प्रश्न किया, “अगर पहलगाम के आतंकी पकड़े नहीं गए, तो ऑपरेशन सिंदूर को कैसे सफल माना जाए?” बघेल ने ये भी कहा, "अगर ऑपरेशन सिंदूर सफल रहा तो सरकार विशेष सत्र क्यों नहीं बुलाती. वहां सवाल भी हो जाएंगे, जवाब भी दे दिया जाएगा. पूरा देश सुन लेगा, दुनिया भी सुन लेगी."

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आगे कहा,

"यदि 26 लोगों की जानें गई हैं, वो चार या पांच जितने भी आतंकवादी रहे, पकड़े गए क्या? यदि पकड़े नहीं गए हैं, तो ऑपरेशन सिंदूर कैसे सफल मानेंगे आप? दूसरा, उसका जिम्मेदार कौन है? इस चूक का? आपके आश्वासन पर तो लोग कश्मीर गए कि सबकुछ सामान्य है, आप चले जाइए. सब परिवार के साथ गए और परिवार के सदस्यों से बिछड़कर वापस आ गए."

कांग्रेस के एक और बड़े नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी सरकार से कुछ ऐसे ही सवाल किए. उन्होंने मुंबई 26/11 हमले की याद दिलाते हुए बताया कि उस समय महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और देश के गृह मंत्री ने इस्तीफा दे दिया था.

अधीर रंजन चौधरी ने मीडिया से बात करते हुए कहा,

"हमारे देश के प्रधानमंत्री भाषण दें और स्पष्टीकरण करें कहां से क्या हुआ? दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा. इसके साथ-साथ अधिवेशन बुलाना चाहिए. 26/11 जब हुआ था, तो क्या हुआ था? चीफ मिनिस्टर महाराष्ट्र ने इस्तीफा दिया था. होम मिनिस्टर इंडिया (भारत के गृह मंत्री) ने इस्तीफा दिया था. सिक्योरिटी एडवाइजर ने इस्तीफा दिया था. इसके साथ-साथ सदन बुलाकर देश के प्रधानमंत्री ने अपने वक्तव्य को स्पष्ट किया था. तो ये इनकी जिम्मेदारी बनती है सरकार की. सरकार जिम्मेदारी को निभाए. ये लोकतंत्र है, डेमोक्रेसी है, सारे देशवासियों को जानने का अधिकार है."

इसके अलावा कांग्रेस ने सरकार से सीजफायर पर सफाई पेश करने के लिए कहा है. कांग्रेस ने सवाल किया कि अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने अचानक सीजफायर की घोषणा की, क्या यह भारत सरकार की कूटनीतिक नाकामी नहीं है? कांग्रेस ने इससे जुड़ी और भी मांगे सरकार के सामने उठाई हैं. 

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