अहमदाबाद के पालडी में एक मामूली सी शिकायत ने साइबर ठगों के ऐसे रैकेट का पर्दाफाश कर दिया, जिसे सुन आपका दिमाग हिल जाएगा! (Cyber theft Ahmedabad) एक शख्स ने साइबर क्राइम पुलिस को शिकायत दर्ज कर बताया कि उसके बैंक अकाउंट से बिना OTP के 24 हजार 988 रुपये उड़ा लिए गए. अब इतनी छोटी रकम की शिकायत से कौन सा तूफान आएगा, आप यही सोचेंगे न? लेकिन यहीं से शुरू हुआ खेल.
बिना OTP बैंक खाते से निकल गए 25 हजार, पुलिस ने 6 लोग पकड़े, 23 करोड़ का खेल खुल गया
एक शख्स ने नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (NCCRP) पर शिकायत दर्ज कराई कि Google Pay ऐप के जरिये उसके अलग-अलग खातों से 24 हजार 988 रुपये निकाल लिए गए. जबकि इसके लिए उन्होंने OTP अप्रूवल तक नहीं दिया था.


मामले की शुरुआत 8 अगस्त 2025 को हुई. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक एक शख्स ने नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (NCCRP) पर शिकायत दर्ज कराई कि Google Pay ऐप के जरिये उसके अलग-अलग खातों से 24 हजार 988 रुपये निकाल लिए गए. जबकि इसके लिए उन्होंने OTP अप्रूवल तक नहीं दिया था. पालडी पुलिस ने इस मामले की तह तक जाने का फैसला किया. डिजिटल टूल्स और NCCRP की मदद से पुलिस ने मनी ट्रेल का पीछा किया. पता चला कि ये ठग ‘लेयरिंग’ नाम की चालाकी इस्तेमाल कर रहे थे. यानी, चोरी का पैसा एक खाते से दूसरे, फिर तीसरे खाते में ट्रांसफर होता रहा.
पुलिस ने बताया कि आखिर में बैंक के खातों से सेल्फ-चेक के जरिए मोटी रकम निकाली जा रही थी. मामले में पुलिस ने छह ठगों को धर दबोचा. इनकी पहचान आरिफखान मकरानी, अश्विनकुमार पटेल, स्मित चावड़ा, राकेश प्रजापति, जगदीश कुमार पटेल और जस्मिन खंभाता के रूप में हुई है. पुलिस ने इनके पास से 3.18 करोड़ रुपये कैश, 15 मोबाइल, 3 चेक, 9 चेकबुक और 4 बैग जब्त किए. जब इस कैश की रकम के बारे में पूछा गया तो ये सभी इसके बारे में कुछ नहीं बता पाए. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 318(2) और 61(2), साथ ही सूचना प्रौद्योगिकी (IT) अधिनियम की धारा 66 (C) के तहत मामला दर्ज किया है.
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि ये रैकेट 15 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में फैला था. साथ ही पुलिस को 518 साइबर क्राइम शिकायतों से जुड़े 23.23 करोड़ रुपये के लेनदेन का भी पता चला. पुलिस के अनुसार, इस राशि में से कम से कम 9.68 करोड़ रुपये फर्जीवाड़े से जुटाए जाने का संदेह है.
फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है. अगर आपके साथ कभी भी ऐसा कुछ हो, तो फौरन NCCRP पर शिकायत करें. क्योंकि हर शिकायत जरूरी है, जानें कौन सी बड़े रैकेट का भंडाफोड़ करवा दे.
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