कनाडा (Canada) के साथ रिश्तों में सुधार की पहल रंग लाने लगी है. खालिस्तानी चरमपंथी (Khalistani Extremist) इंद्रजीत सिंह गोसल (Inderjit Singh Gosal Arrest) को कनाडा में गिरफ्तार किया गया है. उसकी गिरफ्तारी गैर-लाइसेंसी हथियार रखने समेत कई अन्य आरोपों के तहत हुई है. गोसल प्रतिबंधित सिख्स फॉर जस्टिस (SFJ) के कार्यक्रमों का मुख्य आयोजक और घोषित आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannun) का करीबी माना जाता है.
गुरपतवंत पन्नू का खास इंद्रजीत सिंह गोसल गिरफ्तार, SFJ नेटवर्क पर कसा शिकंजा
Khalistani Extremist Arrested: Inderjit Singh Gosal को Canada में गिरफ्तार किया गया है. गोसल की गिरफ्तारी से ठीक चार दिन पहले यानी 19 सितंबर को भारत के NSA अजीत डोभाल और कनाडा की NSA नताली जी. ड्रोइन के बीच एक हाई-लेवल मीटिंग हुई थी.


इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, इंद्रजीत सिंह गोसल 36 साल का है और कनाडा के ओंटारियो का रहने वाला है. सोमवार 22 सितंबर को उसकी गिरफ्तारी तब हुई जब वह ब्रैंपटन से ओटावा जा रहा था. उसके साथ दो और लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है. तीनों अब भी कनाडा की पील पुलिस की हिरासत में हैं. जल्द ही उन पर आधिकारिक रूप से आरोप लगाए जा सकते हैं और उन्हें जेल की सजा भी हो सकती है.
भारत-कनाडा के NSA के बीच बैठकबता दें कि गोसल की गिरफ्तारी से ठीक चार दिन पहले यानी 19 सितंबर को भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल और कनाडा की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) नताली जी. ड्रोइन के बीच एक हाई-लेवल मीटिंग हुई थी. दोनों देशों के NSA के बीच इस बैठक में आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय अपराधों पर सहयोग बढ़ाने के मुद्दे पर चर्चा हुई थी.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत ने कनाडा को गोसल से जुड़ी अहम जानकारी दी थी. इनमें वित्तीय लेन-देन और SFJ के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू के साथ गोसल के रिश्तों के सबूत शामिल थे. बता दें कि SFJ एक अमेरिकी संगठन है. यह संगठन पंजाब में एक स्वतंत्र सिख राज्य की स्थापना के लिए “खालिस्तान जनमत संग्रह” की वकालत करता है. पन्नू को भारत ने आतंकवादी घोषित किया हुआ है.

हमें मालूम ही है कि जून 2023 में ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में SFJ के एक अन्य नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या हुई थी. निज्जर की मौत को लेकर तब के कनाडा का प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया था कि इसमें भारतीय एजेंट शामिल थे. लेकिन भारत ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया था. निज्जर की हत्या के बाद से ही गोसल ‘खालिस्तानी आंदोलन’ में प्रमुखता से उभरा. उसने SFJ के जनमत संग्रह अभियान में प्रमुखता के साथ शामिल होना शुरू किया. उसने कनाडा में इससे जुड़ी कई रैलियों का आयोजन करवाया. इतना ही नहीं कई कार्यक्रमों के दौरान पन्नू को व्यक्तिगत सुरक्षा भी दी.
पहले भी हो चुका है गिरफ्तारयह पहली बार नहीं है जब गोसल को कनाडाई अधिकारियों ने पकड़ा है. नवंबर 2024 में गोसल को ब्रैंपटन के हिंदू सभा मंदिर में हुई एक हिंसक झड़प के दौरान गिरफ्तार किया गया था. उस पर हथियार से हमला करने का आरोप था. इस घटना की भारत ने कड़ी निंदा की थी और इसे “चरमपंथी हिंसा” करार दिया था.
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